आप अपनी दिनचर्या की इन आदतों में कोशिश करे तो बड़ी आसानी से बदलाव कर सकते है और अपनी पृथ्वी को नष्ट होने से बचा सकते है। इस तरह आप अपने बच्चों और आने वाली पीढ़ी को एक साफ़, स्वच्छ और सेहत भरी जिंदगी दे सकते है। 
 
 
1 -वाहन का प्रयोग कम करें – पैदल चलने की आदत डालें या सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें। थोड़ी सी दूर जाने के लिए वाहन का प्रयोग न करें और एक ही दिशा में जाये तो कार पूल जरूर करें। 
 
2 -डिस्पोजेबल का प्रयोग कम करें-डिस्पोजेबल ग्लास की जगह स्टील या कांच के कप में कॉफी पिएं। इससे ऑफिस और सार्वजानिक स्थानों पर कचरा कम होगा। 
 
3 – रिसाइकल करे-सुनिश्चित करें कि आप ज्यादा से ज्यादा सामान को रिसाइकल करे। जो भी कचरा रिसाइकल हो सकता है उसे अलग से ग्रीन डब्बे में फेंके। 
 
4 –धरती को काग़ज़ मुक्त बनाए –अपने फोन बिल ,ऑफिस में प्रिंट आउट्स ,बेकार के पैम्पलेट्स के लिए कागज बर्बाद न करें।  ज़्यादा से ज्यादा ई -बिल ,ई -बुक ,ई -मेल्स का प्रयोग करें। 
 
5 – जूट और कपडे के बैग का प्रयोग – बाजार जाए तो शॉपिंग के लिए घर से एक बैग ले जाना न भूलें।ज्यादा से ज्यादा जूट और कपडे के बैग का प्रयोग करें। इससे पॉलीथिन का इस्तेमाल कम होगा और पॉलीथिन कचरा भी बढ़ने से रुकेगा , जिसे अक्सर जानवर खाकर मर जाते है। 
 
6 –पौधें लगाए -हम सब अगर रोज़ एक एक पौधा लगाए तो धरती पर कभी स्वच्छ हवा की कमी नहीं होगी और वातावरण सांस लेने लायक बन सकेगा। 
 
7 – जीव संतुलन-एक सप्ताह में कम से कम एक बार मांस न खाएं। जिससे धरती पर जीवों का संतुलन बन रह सके। 
 
 
8 -बॉटल लेकर ही घर से निकले –अपने  साथ हमेशा एक पानी की बॉटल लेकर ही घर से निकले इससे एक तो रस्ते में बॉटल ख़रीदने के पैसे बचेंगे और साथ ही प्लास्टिक वेस्ट भी कम होगा। पैक्ड पानी की बॉटल को पीकर इधर-उधर न फेंके ,हमेशा कूड़ेदान में ही डाले। 
 
9 –गूगल क्रोम एक्सटेंशन से जुड़ें-अपने ब्राउज़र में पृथ्वी मोड वाला गूगल क्रोम एक्सटेंशन जोड़ें।जो आपकी अपनी ऊर्जा का उपयोग पर नजर रखने का काम करेगा। इससे आपको पता चलता रहेगा कि आपने दिनभर में कितनी बिजली का इस्तेमाल किया है। 
 
 
10 – स्थानीय वस्तुओं पर जोर दें- ज्यादा से ज्यादा अपने आस-पास के फार्म वाली चीज़ो को ख़रीदे। स्थानीय उपज वाला वस्तुए खरीदने से सामान की आवाजाही में जो पैकिंग वेस्ट होता है वो कम होगा।