R. Madhavan with his Son
R. Madhavan with his Son

Summary:वेदांत माधवन की सफलता के पीछे पिता आर माधवन की पेरेंटिंग स्टाइल

अभिनेता आर माधवन ने बेटे वेदांत को कभी खाली नहीं रहने दिया और हमेशा एक्टिविटीज़ में व्यस्त रखा। यही कारण है कि वेदांत ने स्विमिंग में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीते।

R. Madhavan’s Parenting Tips: बॉलीवुड अभिनेता आर माधवन को उनकी फिल्मों के साथ-साथ उनकी पेरेंटिंग स्टाइल के लिए खूब जाना जाता है। आज के समय में वे जिस तरह से अपने बेटे वेदांत की पेरेंटिंग कर रहे हैं और बेटे को बॉलीवुड की चमक-धमक से दूर रखकर उसका पैशन पूरी करने में मदद कर रहे हैं, वह काबिले तारीफ है। इसी वजह से हर किसी को माधवन की पेरेंटिंग का सकारात्मक तरीका काफी पसंद आता है।

हाल ही में आर माधवन ने एडलवाइस एसेट मैनेजमेंट की सीईओ राधिका गुप्ता के साथ एक बातचीत में, अपने उन दिनों को याद किया, जब वे कनाडा में एक एक्सचेंज स्टूडेंट के रूप में रहते थे। माधवन ने बताया कि उस दौरान उन्हें उनकी मकान मालकिन ने पेरेंटिंग के बारे में एक अनमोल सलाह मिली थी, जिससे उन्हें वेदांत के पालन-पोषण में काफी मदद मिली है और वे आज तक उस पेरेंटिंग सलाह को अपना रहे हैं।

R Madhavan
Invaluable Parenting Advice from a Canadian Landlady

दरअसल कनाडा में जिस शहर में माधवन रहते थे, वहाँ उस समय नशीली दवाओं के दुरुपयोग और किशोर गर्भधारण के कई मामले आते थे। हालाँकि, वे जिस परिवार के साथ एक्सचेंज स्टूडेंट के रूप में रहे, उन्होंने अपने बच्चों को एक स्थिर राह पर रखा था और उन्हें काफी साधाराण सुख-सुविधाएँ दी थी और उनकी पेरेंटिंग भी काफी साधारण तरीके से करते थे।

माधवन बताते हैं कि उनकी मकान मालकिन ने उनसे कहा था कि कभी भी अपने बच्चों को खाली समय मत दो। उन्हें हमेशा ही किसी न किसी गतिविधि में अवश्य व्यस्त रखो। अपने बच्चों को वह सब करने दो जो वह करना चाहता है। जब बच्चा अलग-अलग गतिविधि करना शुरू करेगा, तो खुद ही उसकी रुचि उसमें आने लगेगी और वह मन लगा कर सीखने की कोशिश करेगा। साथ ही हर पेरेंट्स को यह भी अवश्य सुनिश्चित करना चाहिए कि 15-16 साल की उम्र तक बच्चों के पास बिलकुल भी खाली समय न हो। वे हमेशा ही एक गतिविधि से दूसरी गतिविधि में व्यस्त रहें, तभी वे जीवन में सफल हो पाएंगे और गलत रास्ते पर नहीं जाएंगे।

माधवन ने आगे यह भी कहा कि बच्चों के लिए गतिविधियाँ मज़ेदार होनी चाहिए, ताकि उसमें उन्हें बोरियत ना महसूस हो, अगर उन्हें जरा भी बोरियत महसूस हुई तो वे मन लगा कर कभी नहीं सीखेंगे, इसलिए उनकी गलतियों को मजेदार बनाना जरूर है, ताकि वे सीखने के साथ-साथ एन्जॉय भी कर सकें। जब उनका दिन व्यस्त होगा तो उनके पास गलत चीजों पर ध्यान केंद्रित करने का समय ही नहीं होगा, जिसे उन्हें इतनी कम उम्र में हरगिज नहीं करनी चाहिए।

Vedant Madhavan's
What is Vedant Madhavan’s swimming journey?

वेदांत माधवन एक राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी और अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता भारतीय फ्रीस्टाइल तैराक हैं। वेदांत ने मलेशियाई और डेनिश ओपन में कई स्वर्ण पदक जीते हैं। इन्होंने 2022 में 1500 मीटर फ्रीस्टाइल में जूनियर नेशनल रिकॉर्ड तोड़ा है और खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2023 में, इन्होंने महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व करते हुए 5 स्वर्ण और 2 रजत पदक भी जीते हैं। 

ए अंकिता को मीडिया इंडस्ट्री में 9 वर्षों का अनुभव है। इन्होंने अपने करियर की शुरुआत प्रिंट मीडिया से की और खास तौर पर लाइफस्टाइल और एंटरटेनमेंट बीट में रुचि रखती हैं। लेखन के अलावा वेब सीरीज़ देखना, घूमना, संगीत सुनना और फोटोग्राफी...