Uttarakhand Tourism
pilot baba

Uttarakhand Tourism: उत्तराखंड का नैनीताल, अपनी खूबसूरत झीलों और शांत वातावरण के लिए मशहूर है, लेकिन इसके पास एक ऐसी छुपी हुई और दिव्य जगह है, जिसे बहुत कम लोग जानते हैं। यह जगह न केवल शांति का अनुभव देती है, बल्कि यहां एक विशेष आश्रम भी है, जो विदेशी भक्तों का भी आकर्षण केंद्र बना हुआ है। लोग अक्सर यहां अपनी भाग दौड़ भरी जिंदगी के बीच शांति पाने की तलाश में पहुंचते हैं।

यह स्थान है पायलट बाबा आश्रम, जो नैनीताल से कुछ किलोमीटर दूर स्थित है। अगर आप नैनीताल के आस-पास किसी अद्भुत और शांतिपूर्ण स्थल की तलाश में हैं, तो यह आश्रम आपके लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन हो सकता है।

पायलट बाबा का आश्रम उत्तराखंड के नैनीताल जिले के भीमताल ब्लॉक के गेठिया गांव में स्थित है। इस आश्रम की स्थापना 1980 के दशक में महायोगी पायलट बाबा ने की थी। शुरू में यहां कुछ ही कमरे थे, लेकिन बाबा की बढ़ती हुई प्रसिद्धि के साथ इस आश्रम का विस्तार हुआ और आज यह एक भव्य स्थल बन चुका है, जिसमें सौ से भी ज्यादा कमरे हैं। इस आश्रम का मुख्य आकर्षण दुर्गा माता का मंदिर है, जहां देश-विदेश से लोग पूजा-अर्चना के लिए आते हैं।

pilot Baba Ashram
pilot Baba Ashram

आश्रम में प्रवेश केवल बाबा के भक्तों के लिए ही है, जिससे यह स्थान बाहरी लोगों से दूर और एक शांतिपूर्ण वातावरण बनाए रखता है। इस आश्रम में न सिर्फ सुंदर मूर्तियां देखने को मिलती हैं, बल्कि इसके परिसर में हनुमान जी की 50 फीट लंबी भव्य मूर्ति भी है, जो एक अनोखा दृश्य प्रस्तुत करती है।

पायलट बाबा आश्रम की खासियत यह है कि यहां सिर्फ भारतीय ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी भक्त आते हैं। अमेरिका, जापान, रूस, इटली और जर्मनी जैसे देशों से भी लोग यहां बाबा के आशीर्वाद लेने आते हैं। यह आश्रम भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का प्रतीक बन चुका है, जहां लोग शांति, ध्यान और साधना की खोज में आते हैं।

पायलट बाबा का जीवन भी उतना ही रोमांचक और प्रेरणादायक है। वह पहले भारतीय वायुसेना के पायलट थे और उन्होंने भारतीय सेना में कई बहादुरी के मेडल भी जीते थे। भारतीय-पाकिस्तान युद्ध में उनका योगदान उल्लेखनीय था। इसके बाद उन्होंने वायुसेना से रिटायर होकर हिमालय में तपस्या करने का निर्णय लिया, जहां उन्होंने आध्यात्मिक मार्ग पर अपनी साधना शुरू की और बाद में इस आश्रम की स्थापना की।

पायलट बाबा आश्रम तल्ला गेठिया नामक गांव में स्थित है, जो हल्द्वानी से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर है। अगर आप सड़क मार्ग से यात्रा करना चाहते हैं, तो अल्मोड़ा-हल्द्वानी रोड पर यह आश्रम आसानी से पहुंचा जा सकता है। यहां पहुंचने का रास्ता बेहद आसान है और रास्ते में सुंदर नजारों का आनंद लिया जा सकता है।

इस आश्रम का शांत वातावरण और यहां की दिव्यता आपको मानसिक शांति प्रदान करती है। अगर आप नैनीताल में हैं और एक विशिष्ट अनुभव की तलाश में हैं, तो पायलट बाबा आश्रम आपके लिए एक आदर्श स्थल हो सकता है।

मैं एक बहुमुखी मीडिया पेशेवर हूं, जिसे कंटेंट लेखन में 8 वर्षों से अधिक का अनुभव है। मेरा लक्ष्य ऐसी सामग्री पर ध्यान केंद्रित करना है जो सूचित, शिक्षित और प्रेरित करती है। चाहे लेख, ब्लॉग या मल्टीमीडिया सामग्री बनाना हो, मेरा लक्ष्य...