Curry Leaves Care
Curry Leaves Care

Curry Leaves Care: करी पत्ता का पौधा अपने स्वादिष्ट और खुशबूदार पत्तों के कारण रसोई में एक खास जगह रखता है। जिसकी वजह से लोग इसे घर पर लगाकर ताजा करी पत्ते इस्तेमाल करना चाहते हैं। लेकिन कभी-कभी अच्छी देखभाल के बावजूद भी यह पौधा सूखने लगता है। यह निराशाजनक होता है क्योंकि करी पत्ते का पौधा मजबूत और हरा-भरा होना चाहिए। अगर आपका भी करी पत्ता सूख रहा है तो इसका मतलब यह नहीं कि आप गलत कर रहे हैं बल्कि शायद आप कुछ जरूरी बातों को नजरअंदाज कर रहे हैं। इस लेख में हम आपको करी पत्ते के पौधे को सूखने से बचाने के लिए कुछ असरदार टिप्स बताएंगे।

Proper arrangement of soil and water
Proper arrangement of soil and water

करी पत्ता के पौधे को अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी की जरूरत होती है। अगर मिट्टी में पानी जमा रहता है तो जड़ों में सड़न हो सकती है जिससे पौधा जल्दी सूखने लगता है। इसलिए, पेड़ लगाने के लिए बालू, कंपोस्ट और मटमैली मिट्टी का मिश्रण बेहतर होता है। साथ ही, सिंचाई संतुलित रखें। ज़्यादा पानी देने से जड़ें गल सकती हैं और कम पानी देने पर पौधा सूख सकता है। मिट्टी को नमी बनाए रखने के लिए पौधे को तब पानी दें जब मिट्टी की ऊपरी सतह सूखी महसूस हो।

करी पत्ते के पौधे को पूर्ण धूप या आंशिक छाया दोनों की जरूरत होती है। सीधे और तेज़ धूप से पौधे के पत्ते जल सकते हैं तो बहुत कम रोशनी में पौधा कमजोर हो जाता है। इसलिए, पौधे को ऐसी जगह रखें जहां सुबह की नरम धूप मिले और दोपहर की तेज़ धूप से बचा जा सके। अगर घर के अंदर लगा रहे हैं तो विंडो के पास रखें जहां पर्याप्त रोशनी आती हो।

Period pruning
Period pruning

सूखे या मुरझाए पत्तों को नियमित रूप से हटाते रहना जरूरी है। इससे पौधे की ऊर्जा स्वस्थ शाखाओं पर केंद्रित होती है और नए पत्ते उगने में मदद मिलती है। साथ ही, छंटाई से हवा का संचार भी बेहतर होता है जिससे पौधे में फफूंदी और कीटों की समस्या कम होती है। छंटाई करते समय साफ और तेज़ कैंची का इस्तेमाल करें ताकि पौधे को नुकसान न पहुंचे।

करी पत्ते के पौधे को बढ़िया विकास के लिए पोषक तत्वों की जरूरत होती है। जैविक खाद जैसे कम्पोस्ट, गोबर की खाद या वर्मी कंपोस्ट का प्रयोग करें। इससे मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है और पौधा स्वस्थ रहता है। इसके अलावा, हर 3-4 महीने में रिच सूखे खाद या धीरे-धीरे रिलीज़ होने वाले उर्वरक डालें। रासायनिक उर्वरकों का इस्तेमाल सीमित मात्रा में ही करें क्योंकि अधिक मात्रा में वे पौधे को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं।

Protection from pests and diseases
Protection from pests and diseases

करी पत्ते के पौधे पर कभी-कभी सफेद मक्खी और माइट्स लग जाते हैं जो पौधे को कमजोर कर देते हैं। साथ ही, फफूंदी या सूखी पत्ती रोग भी पौधे को सूखने पर मजबूर कर सकते हैं। नियमित रूप से पौधे की जाँच करें और अगर कीट या रोग दिखें तो नीम के तेल या जैविक कीटनाशक का छिड़काव करें। पौधे के आस-पास साफ-सफाई रखें ताकि संक्रमण न फैले।

संजय शेफर्ड एक लेखक और घुमक्कड़ हैं, जिनका जन्म उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में हुआ। पढ़ाई-लिखाई दिल्ली और मुंबई में हुई। 2016 से परस्पर घूम और लिख रहे हैं। वर्तमान में स्वतंत्र रूप से लेखन एवं टोयटा, महेन्द्रा एडवेंचर और पर्यटन मंत्रालय...