शांति और सकून की जगह
इस जगह पर आने वाले ज़्यादातर पर्यटक इस जगह पर शांति के साथ अपना समय व्यतीत करने के लिए आते हैं।
3 Days Itinerary for Tirthan Valley: हिमाचल प्रदेश में घूमने टहलने की जगहों की कोई कमी नहीं है। इस जगह पर आपको हर तरह का पर्यटन मिल जाएगा। उसी में से एक बहुत ही ख़ूबसूरत और ख़ास जगह है तीर्थन घाटी जोकि कुल्लू जिले के पास स्थित है। यह घाटी देश के जाने माने ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क से महज़ तीन किमी की दूरी पर है। समुद्र तल से लगभग 1600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह घाटी अपने प्राकृतिक वातावरण के लिए देश दुनिया भर में जानी जाती है और जैव विविधता से भरपूर है। इस जगह पर आने वाले ज़्यादातर पर्यटक इस जगह पर शांति के साथ अपना समय व्यतीत करने के लिए आते हैं। कुछ लोग इस जगह पर होने वाली साहसिक गतिविधियों का भी मज़ा लेते हैं।
प्रकृति प्रेमियों के लिए यह जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं है। इस जगह पर स्थित तीर्थन नदी की अपनी एक अलग ख़ूबसूरती है। इस नदी के ऊपर सर्दियों के आते ही बर्फ़ की चोटियाँ दिखाई देनी शुरू हो जाती हैं। यह घाटी अपने यहाँ पायी जाने वाली ट्राउट नामक मछली के लिए भी जानी जाती है। इस लेखक के माध्यम से हम आपको बताने वाले हैं कि तीन दिन में तीर्थन वैली कैसे घूमें।
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Tirthan Valley: दिन पहला

जालोरी पास: तीर्थन में स्थित जलोरी पास को इस घाटी की लोकप्रिय जगहों में गिना जाता है। कुल्लू से तक़रीबन अस्सी किमी की दूरी पर स्थित इस जगह को कुछ लोग जालोरी दर्रा के नाम से भी सम्बोधित करते हैं। इस जगह पर आने वाले ज़्यादातर सैलानी इस जगह की प्राकृतिक सुंदरता को देखने और पिकनिक मानने के लिए आते हैं। इस जगह और आसपास का सौंदर्य इतना बेमिशाल है कि जो लोग एक बार इस जगह पर आ जाते हैं वह हर साल आते हैं। इस जगह पर आपको चारों तरफ़ हरियाली ही हरियाली देखने को मिलेगी। इस जगह पर आकर आप ट्रेकिंग का भी मज़ा ले सकते हैं। इस जगह पर कई ऐसे ट्रेक हैं जोकि बहुत ही ख़ूबसूरत और दुर्गम रास्ते से होकर गुज़रते हैं।
जीभी: इस घाटी में स्थित जिभी एक बहुत ही ख़ूबसूरत जगह है जोकि अपने प्राकृतिक वातावरण, हरे भरे जंगल और पहाड़ों के लिए जानी जाती है। यह जगह तीर्थन घाटी आने वाले हर पर्यटक को अपनी तरफ़ आकर्षित करती है। जिसकी वजह से इसकी पहचान एक हेमलेट के रूप में बन गई है। इस जगह पर आपको देवदार के ख़ूबसूरत जंगल के साथ साथ ख़ूबसूरत झील और कई प्राचीन मंदिर देखने को मिल जायेंगे। गर्मियों के मौसम में यह जगह पूरी तरह से बाहर से आए सैलानियों से भारी रहती है। इस जगह पर रहकर आप प्रकृति के तरह तरह के रूपों और मौसम को एंजोय कर सकते हैं। यह एक बहुत ही ख़ूबसूरत फ़ैमिली डेस्टिनेशन है।
Tirthan Valley: दूसरा दिन
ग्रेट हिमालयन पार्क: ग्रेट हिमालयन पार्क हिमालय ही नहीं बल्कि पूरे देश का एक बहुत ही ख़ूबसूरत और लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। इस जगह पर पहुँचकर आप प्रकृति के विविध रूपों को एंजोय करने के साथ साथ इस जगह पर मौजूद तरह तरह की जैव विविधता को भी देख सकते हैं। इस ख़ूबसूरत और अनोखी जगह पर आपको तरह तरह के जीव जंतु और पेड़ पौधे देखने को मिल जायेंगे। इस जगह पर जो भी लोग आते वह यहाँ पर मौजूद देवदार और ओक के जंगलों को देखना पसंद करते हैं। इस जगह पर ट्रेकिंग करते हैं और कैम्पिंग आदि के भी विकल्प तलाशते रहते हैं। इस जगह पर आपको साहसिक गतिविधियों को आज़माने का भी भरपूर मौक़ा मिलता है।
सेलोस्कर झील : तीर्थन घाटी में जिस तरह से नदी और पहाड़ का अपना एक आकर्षण है उसी तरह से तरह तरह की झीलों का भी अपना एक आकर्षण है। सेलोस्कर झील उन्हीं आकर्षणों में से एक है जोकि अपने नीले रंग के पानी के लिए जानी जाती है। इस जगह पर जाने के लिए आपको सबसे पहले जालोरी पास जाना होगा, यह झील जालोरी दर्रा से महज़ 5 किमी की दूरी पर स्थित है। यह बहुत ही सुंदर झील है जिसका पानी किसी भी हालत में गंदा नहीं होता चाहे जितना भी मिट्टी और पत्तियां झील के अंदर गिर जाए। इस जगह पर कई मंदिर भी स्थित हैं जिसकी वजह से लोग इस जगह पर आस्था की दृष्टिकोण से भी देखते हैं।
Tirthan Valley: तीसरा दिन

ट्राउट फिशिंग : इस घाटी को अपने यहाँ पायी जाने वाली ट्राउट मछली के लिए भी जाना जाता है। ऐसा बताया जाता है कि इस जगह पर यह बहुत बड़ी मात्रा में पायी जाती है। ऐसे में आप यदि आपको फिशिंग का शौक़ है तो आप इस एक्टिविटी को बहुत अच्छी तरह से एंजोय कर सकते हैं। इस जगह पर तीर्थन जोकि व्यास नदी की सहायक नदी है आपको इस चीज़ का एक बहुत ही ख़ूबसूरत विकल्प देती है। यही कारण है कि इस जगह पर पूरे साल तक पर्यटकों का आना जाना लगा रहता है। इस जगह पर आकर आपको नदी का जो सौंदर्य है अपने सम्मोहन से मुक्त नहीं होने देगा। यह एक ऐसी ऐक्टिविटी है जो आपको बहुत अच्छी लगेगी।
तीर्थन वैली में नदी पार करना : तीर्थन वैली में तरह-तरह की गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं। जिसमें से एक नदी पार करना भी है जो कि बाहर से आए सैलानियों को बहुत ज़्यादा अपनी तरफ़ आकर्षित करता है। इस जगह पर आकर सैलानी प्राकृतिक वातावरण को इंजोय करने के साथ साथ इस तरह की गतिविधियों का भी हिस्सा बनते हैं। इस गतिविधि में जितना रोमांच होता है उतना ही सुरक्षा के उपायों पर भी ध्यान दिया जाता है। इसमें एक व्यक्ति को सुरक्षा कवच से बांधकर हल्का सा धक्का दे दिया जाता है जिससे वह रस्सी के सहारे एक छोर से फिसलकर दूसरी छोर पर चला जाता है। यह ऐक्टिविटी करके सैलानियों को बहुत मज़ा आता है।
तीर्थन घाटी कैसे जाएं?

तीर्थन वैली आप सड़क मार्ग, ट्रेन मार्ग और वायुयान मार्ग से जा सकते हैं। सड़क मार्ग से जाते हैं तो आपको सबसे पहले ऑट जाना होगा। इस जगह से तीर्थन वैली की दूरी 26 किमी की है जिसके लिए कैब लेनी होगी। ट्रेन मार्ग से जाने के लिए नजदीक के रेलवे स्टेशन अंबाला है। वायुयान से जाने के लिए नजदीक के हवाई अड्डे भुंतर है। इस जगह से तीर्थन वैली की दूरी 50 किमी है जिसके लिए कैब नील जाती है।
