इससे पहली क्लास में हमने आपको बताया था कि छूटा हुआ फंदा कैसे उठाया जाता हैं। बुनाई के सातवें चरण में आज हम आपको बतायेंगे कि बुनाई के दौरान नए रंग का यार्न (ऊन) कैसे जोड़ते हैं। यदि प्रयोग में लाया जा रहा गोला पंक्ति को पूरा करने के लिए काफ़ी नही अथवा किसी नए रंग का गोला लगाना हो तो नये रंग वाली यार्न के गोले को हमेश पंक्ति के आरम्भ में हीे लगाए ऐसा करने के लिए कोने पर जाकर पुरानी यार्न को छोड़ कर नयी यार्न से बुनाई शुरू कर दें कुछ फंदे बुनने के बाद दोनों यार्न के बीच एक हल्की गांठ लगा दे यार्न को गांठ के बिल्कुल साथ से ही न काटें ऐसा करने पर गांठ खुल सकती है।

टिप्स – यदि आप एक पंक्ति के बीच में से यार्न से बाहर निकलते हैं, तो आपके विकल्प एक समान होते हैं: दोनों यार्न के साथ एक अस्थायी गाँठ बांधें और 4- या 5 इंच (10 से 13 सेंटीमीटर) पर समाप्त कर दें। या दोनों यार्न के सिरे को आपस में सिल दें, पुराने यार्न के गोले को छोड़ दें, और नई यार्न से बुनाई जारी रखें।
आइए जानते हैं बुनाई के बेसिक फैब्रिक के बारे में –

गार्टर स्टिचः यदि सभी पेक्तियां सीधी बुनी जाएं तो इस प्रकार बने पैटर्न को गार्टर स्टिच कहते हैं।

स्टाॅकिंग स्टिचः इस फ़ेब्रिक का प्रयोग काॅफी अधिक होता है। इस फ़ेब्रिक में एक पंक्ति उल्टी बुनी जाती है। सीधी पंक्ति वाली साइड को बाहर की ओर रखा जाता है।

1 सीधा 1 उल्टे की रिबः बिना टूटे सीधी धारियां देने के लिए बनाया गया एक सीधा फंदा व एक उल्टा फंदा। इन फंदों का प्रयोग गले के बैंड, कफ आदि जैसे बाॅर्डरों के लिए किया जाता है।
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