gaanv kee sair
gaanv kee sair

एक बहुत धनी व्यक्ति अपने छोटे से लड़के को एक बार गाँव दिखाने ले गया ताकि उसका बेटा जान सके कि गरीब लोग कैसे रहते हैं। उन्होंने शहर से कुछ दूर अपने फार्म हाउस में दो दिन बिताए। फार्म हाउस के सामने ही एक गरीब परिवार रहता था। यात्र से वापस लौटते समय पिता ने अपने पुत्र से पूछा, “बेटा, यात्र कैसी रही?”

“बहुत अच्छी, पापा।” बेटे ने कहा।

“देखा कि गरीब लोग कैसे रहते हैं? तुमने यात्र से क्या सीखा?”

बेटे ने जवाब दिया, “मैंने देखा कि हमारे पास एक ही कुत्ता है जबकि उनके पास चार हैं। हमारा स्वीमिंग पूल तो बहुत छोटा है लेकिन वे बहुत बड़ी नहर में नहाते हैं। हमारे बगीचे में महंगे लैम्प लगे हैं जबकि वे तारों भरे आकाश को देख सकते हैं। हमारे घर से तो दूर तक नहीं दिखता जबकि वे दूर-दूर की पहाड़ियां और घाटियां देख सकते हैं। हमारे नौकर हमारी देखभाल करते हैं लेकिन वे सभी का ख्याल रखते हैं। हम अपना खाना खरीदते हैं लेकिन वे अपना खाना खुद उगाते हैं। हमारे घर की रक्षा के लिए चारदीवारी है लेकिन उनके दोस्त उनकी रक्षा करते हैं।”

लड़के का पिता निरुत्तर हो गया।

ये कहानी ‘ अनमोल प्रेरक प्रसंग’ किताब से ली गई है, इसकी और कहानियां पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जाएंAnmol Prerak Prasang(अनमोल प्रेरक प्रसंग)