करीना कपूर खान ने हाल ही में अपने दूसरे बेटे के जन्म से पहले कहा था कि उनका बचपन घी, दूध, दही खाकर बीता है तो वह इन सबको खाना कैसे छोड़ सकती हैं! उनके अनुसार घर के बने खाने से बेहतर कुछ भी नहीं है। और घी की तुलना तो किसी अन्य चीज से की ही नहीं जा सकती है क्योंकि इसके कई लाभ हैं।  करीना ने यह भी कहा था कि घी के सेवन से चेहरे से चमक आती है । अगर आप इसे सही मात्रा में खाएंगी तो इसे अपनी डाइट से बाहर निकालने की जरूरत ही नहीं है।  यही वजह रही कि करीना ने अपनी पूरी प्रेगनेंसी में घी का सेवन किया है। आज हम इस आर्टिकल में यही जानेंगे कि प्रेगनेंसी के दौरान घी का सेवन किस तरह से फायदेमंद हो सकता है।

कैसे प्रेगनेंसी में घी है फायदेमंद

देसी घी के इतने फायदे हैं कि आप जानकर चौंक जाएंगी। यह भोजन के स्वाद को बढ़ाता है और जब आधा चम्मच घी को भी रोटी पर लगाया जाता है तो रोटी बहुत सॉफ्ट हो जाती है और इसका स्वाद कई गुना बढ़ जाता है। सालों पहले से घी को प्रेगनेंसी से जोड़कर देखा जाता है। कहा जाता है कि होने वाली माँ के लिए घी बहुत फायदा करता है। हालाँकि, कई लोग घी को वजन के बढ़ने और कोलेस्ट्रॉल से जोड़कर देखा जाता है लेकिन  जब इसका सेवन सही मात्रा में किया जाये तो वह सबसे बढ़िया कुकिंग ऑयल बन जाता है। 

हीलर भी है घी

सदियों पुराना आयुर्वेदिक पाठ चरक संहिता के अनुसार, इंसानों के सेवन के लिए सभी तेलों में से सबसे बढ़िया घी है। पश्चिम के देशों में इसे “हीलिंग ऑयल” कहा जाता है, यह नाम ही काफी है, जिससे आपको इसका फायदे का पता चल जाता है। कई डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट रिफाइंड ऑयल की जगह देसी घी से रोजाना की कुकिंग की सलाह देते हैं। करीना कपूर की डाइटीशियन ऋजुता दिवेकर ने भी हमेशा देसी घी के इस्तेमाल पर जोर दिया है।

प्रेगनेंसी में घी के कई लाभ

देसी घी हेल्दी फैट का एक फॉर्म है, जो गर्भ में पल रहे शिशु को पोषण प्रदान करता है। इसका सिर्फ स्वाद ही अच्छा नहीं होता है बल्कि यह होने वाली मां को दिन भर के लिए एनर्जी भी देता है। बॉडी से टॉक्सिन को बाहर करता है, डैमेज हुए टिश्यू की मरम्मत करता भी करता है। इम्यून सिस्टम को दुरुस्त रखने में भी मदद करता है। यह भी कहा जाता है कि घी डिलिवरी के दौरान लुब्रिकेशन प्रदान करने में भी मदद करता है। यही वजह हैं कि सालों से हमारी दादी – नानी घी का प्रयोग प्रेगनेंसी में करती आयी हैं। घी में ओमेगा -3 फैटी एसिड्स, ओमेगा 9 फैटी एसिड्स, विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सिडेंट्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। प्रेगनेंसी के दौरान यह प्रेग्नेंट महिला को कब्ज से राहत देता है। उनके पाचन तंत्र को सुदृढ़ करता है। शिशु के मस्तिष्क के विकास में लाभदायी है। अगर हम इसे बाजार में उपलब्ध मक्खन से तुलना करते हैं तो यह उससे कहीं ज्यादा बेहतर है।   

प्रेगनेंसी में घी का ऐसे करें इस्तेमाल

 

यह कहा जाता है की एक प्रेगनेंट महिला को दिन भर में कम से कम 200- 300 अतिरिक्त कैलोरी की जरूरत पड़ती है। उस एक्स्ट्रा कैलोरी को प्रदान करने में घी सहायता करता है। प्रेगनेंसी के दौरान देसी घी से बने लड्डू कुछ अच्छा खाने की क्रेविंग्स को मिटाते हैं तो वहीं देसी घी में पका खाना पोषक तत्व देता है। यही वजह रही है कि प्रेगनेंट महिलाएं अपने दाल या परांठा पर एक चम्मच घी डालकर सेवन कर सकती हैं। यह कहा जाता है कि प्रेगनेंसी के आखिरी तीन महीनों में घी का सेवन सबसे ज्यादा फायदा करता है। आप प्रेगनेंसी के दौरान रोजाना 1- 3 चम्मच घी का सेवन कर सकती हैं, लेकिन इसके लिए बढ़िया तो यह होगा कि आप अपने गायनोकोलॉजिस्ट या डाइटीशियन से भी पूछ लें।

प्रेगनेंसी में घी के बारे में क्या कहती हैं ऋजुता दिवेकर

ऋजुता दिवेकर ने हमेशा घरेलू फूड्स पर जोर दिया है। घी को लेकर उनका कहना है कि घी का सेवन न सिर्फ हमारी स्किन को ग्लो कराता है, बल्कि हमारी वजन कम करने की प्रक्रिया में भी मदद करता है। साथ ही घी जोड़ों के दर्द और पीठ के दर्द को ठीक करने में भी अहम भूमिका निभाता है। प्रेगनेंसी में घी के सेवन को लेकर ऋजुता का कहना है कि प्रेगनेंसी में घी के सेवन से कॉन्ट्रैक्शंस में मदद मिलती है। डिलीवरी के समय आसानी होती है क्योंकि घी का सेवन बॉडी को लुब्रिकेट करता है।

कैसे किया प्रेगनेंसी में करीना ने घी का सेवन

करीना का कहना है कि जरूरी है कि हम अपनी बॉडी की जरूरत को समझें और फिर उसी के अनुसार सही मात्रा में पौष्टिक भोजन का सेवन करें, जो अंदर से हमें रिपेयर, हील और रेजुवेनेट करने में मदद करता है। मुझे लगता है कि सही मात्रा में घी का नियमित सेवन कई तरह से हमारी मदद करता है। एक पंजाबी होने के नाते घी की खुशबू मेरे चेहरे पर मुस्कराहट ले आती है और मेरा मन करने लगता है कि मैं इसे और ज्यादा अपनी डाइट में शामिल करूं। मैं कभी भी उस दाल को मना नहीं कर पाती हूं, जिसमें घी का तड़का रहता है। रोजाना मेरे परांठे पर सही मात्रा में घी जरूर लगी रहती है। घी से बना आटे का हलवा मुझे बहुत पसंद है। और यह सब मैंने अपनी दोनों प्रेगनेंसी में भी खाया है।

 

ये भी पढ़ें – 

शुरू के 3 महीने ऐसे छिपाएं अपनी प्रेगनेंसी 

अपनी पोस्टपार्टम ब्यूटी का ऐसे रखें ध्यान