‘‘डॉक्टर ने कहा है कि मुझे गैस्टेशनल डायबिटीज की जांच के लिए ग्लूकोज स्क्रीनिंग टेस्ट करवाना होगा। मुझे इसकी जरूरत क्यों है और इस टेस्ट में क्या होगा?”
इससे घबराएँ नहीं। अधिकतर डॉक्टर 24 से 28 सप्ताह के बीच मोटी गर्भवती महिलाओं या मधुमेह का पारिवारिक इतिहास रखने वाली महिलाओं को इस टेस्ट की सलाह देते हैं। यदि आप मीठे की शौकीन हैं, तब तो यह आपके लिए और भी आसान होगा। आपको मीठा ग्लूकोज़ ड्रिंक पीना होगा, जिसका स्वाद आरेंज सोडे जैसा होता है। इसे पीने से कोई नुकसान नहीं होगा यदि आप मीठे की शौकीन नहीं हैं तो हल्की उबकाई आ सकती है।
यदि आप टेस्ट के हिसाब से पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन नहीं बना रहीं तो आपको ‘ग्लूकोजटॉलरेंस टेस्ट’ कराना पड़ेगा। इसमें गैस्टैशनल मधुमेह की जांच होती है। यह अक्सर 4 से 7 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं को होता है और कई तरह की जटिलताएँ पैदा हो जाती हैं। वैसे आहार, व्यायाम व जीवनशैली से काफी हद तक बचाव हो सकता है। जरूरत पड़ने पर दवा दी जा सकती है।
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