Changes in memory and mental status
Memory Loss

Summary: ब्रेन फॉग के लक्षण, कारण और बचाव के असरदार उपाय

तेज़ रफ्तार जीवनशैली, तनाव और डिजिटल ओवरलोड के चलते आज कई लोग ब्रेन फॉग जैसी मानसिक थकान से जूझ रहे हैं। समय पर सही नींद, संतुलित आहार और मानसिक विश्राम से इसे रोका जा सकता है।

What is Brain Fog: तेज़ रफ्तार ज़िंदगी, काम का दबाव और बदलती जीवनशैली ने हमारी मानसिक सेहत पर गहरा असर डाला है। हाल के वर्षों में एक शब्द अक्सर सुनने को मिलता है – “ब्रेन फॉग”। यह कोई बीमारी नहीं बल्कि एक ऐसी मानसिक स्थिति है जिसमें दिमाग़ सुस्त महसूस करता है, सोचने-समझने की क्षमता धीमी पड़ जाती है और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई होती है। अगर आप भी इन दिक़्क़तों का सामना कर रहे हैं तो समय रहते सचेत हो जाना ज़रूरी है। सही समय पर जानने के बाद आप इस समस्या से आसानी से निपट सकते हैं। चलिए जानते हैं आख़िर क्या है ये ब्रेन फॉग और कैसे इससे बचा जा सकता है।

ब्रेन फॉग क्या है?

ब्रेन फॉग एक मेडिकल टर्म नहीं बल्कि एक लक्षण है। यह स्थिति तब होती है जब दिमाग़ साफ़-साफ़ सोचने, याद रखने और निर्णय लेने में सक्षम नहीं रह पाता। व्यक्ति को लगता है जैसे दिमाग़ पर धुंध छा गई हो या दिमाग़ सुन्न हो गया हो।

मुख्य लक्षण

ध्यान केंद्रित करने में परेशानी
चीज़ें जल्दी भूल जाना
थकान और सुस्ती
मानसिक स्पष्टता का कम होना
निर्णय लेने में कठिनाई

ब्रेन फॉग के कारण

तनाव और चिंता

लगातार तनाव और मानसिक दबाव दिमाग़ की कार्यक्षमता को प्रभावित करते हैं। लंबे समय तक तनाव में रहने से मस्तिष्क के न्यूरोट्रांसमीटर असंतुलित हो जाते हैं, जिससे ब्रेन फॉग की समस्या बढ़ती है।

नींद की कमी

पर्याप्त नींद न लेना आज की आम समस्या है। नींद की कमी से दिमाग़ को आराम नहीं मिल पाता और याददाश्त व एकाग्रता दोनों प्रभावित होती हैं।

असंतुलित आहार

विटामिन बी12, ओमेगा-3 और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों की कमी भी मस्तिष्क की कार्यक्षमता को कम कर देती है, जिससे मानसिक थकान और सुस्ती महसूस होती है।

डिजिटल ओवरलोड

लंबे समय तक मोबाइल, लैपटॉप और सोशल मीडिया का इस्तेमाल दिमाग़ पर लगातार जानकारी का बोझ डालता है। यह मस्तिष्क को थका देता है और ब्रेन फॉग जैसी स्थिति पैदा कर सकता है।

बीमारी और दवाइयाँ

कुछ बीमारियाँ जैसे थायरॉयड, डायबिटीज़, हार्मोनल असंतुलन और कुछ दवाइयों के साइड इफेक्ट भी ब्रेन फॉग के कारण बन सकते हैं।

ब्रेन फॉग से बचाव के तरीके

What is Brain Fog
What is Brain Fog

संतुलित नींद लें

स्वस्थ दिमाग़ के लिए पर्याप्त नींद ज़रूरी है। हर दिन 7–8 घंटे की गुणवत्तापूर्ण नींद लें। सोने और जागने का समय नियमित रखें।

सही आहार अपनाएं

विटामिन बी12, ओमेगा-3, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर भोजन दिमाग़ की सेहत को बेहतर बनाता है।

तनाव कम करें

मेडिटेशन, योग और गहरी सांस लेने की तकनीकें तनाव को कम करती हैं और मानसिक स्पष्टता बढ़ाती हैं।

डिजिटल डिटॉक्स करें

हर दिन कुछ समय मोबाइल और स्क्रीन से दूर बिताएं। प्राकृतिक माहौल में टहलना दिमाग़ को आराम देता है।

ब्रेन फॉग को भूलकर भी नज़रअंदाज़ नहीं करें नहीं तो यह धीरे धीरे दूसरी बड़ी बीमारियों की वजह बन सकता है। दिमाग़ को आराम देना उतना ही ज़रूरी है जितना शरीर को। समय रहते इस पर ध्यान देना आपकी कार्यक्षमता और जीवन की गुणवत्ता दोनों को बेहतर बना सकता है।

अभिलाषा सक्सेना चक्रवर्ती पिछले 15 वर्षों से प्रिंट और डिजिटल मीडिया में सक्रिय हैं। हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं में दक्षता रखने वाली अभिलाषा ने करियर की शुरुआत हिंदुस्तान टाइम्स, भोपाल से की थी। डीएनए, नईदुनिया, फर्स्ट इंडिया,...