२४ दिसंबर को बॉलीवुड एक्टर अनिल कपूर अपने जीवन के ६५ साल पूरा कर लिया है। लेकिन उम्र को जैसे उन्होंने थाम लिया। एक्सरसाइज, जिम और खूब पानी तो वे पीते ही हैं, लेकिन जो चीज उन्हें जवां बनाने में मदद करती हैं वो है उनकी सकारातम्कता। अनिल कपूर को आप जब भी देखेंगे तो वे हमेशा मुस्कुराते, ऊर्जा से भरपूर और सकारात्मक नजर आते हैं। यही कारण है कि अनिल आज के नए एक्टर को फिटनेस के मामले में कड़ी टक्कर देते हैं।

सादगी से भरपूर
हर कोई चाहता है कि वे अपनी उम्र से कम दिखे, लेकिन होना और लगने में बहुत फर्क है। हर कोई अनिल कपूर जैसा नहीं होता। उनके साथ काम करने वाले बहुत से एक्टर हैं, जो अब पिता या बड़े भाई का रोल कर रहे हैं लेकिन ६५ साल में भी एक नायक के तौर पर लोग उन्हें स्वीकार कर रहे हैं। जाहिर है वे जिस प्रोफेशन में है वहां फिट रहना काम ही का एक हिस्सा है। लेकिन अनिल कपूर की तरह फिट होना इतना भी मुशिकल नहीं। वह सादगी से भरपूर जीवन जीते हैं। अक्सर जब उनसे यह सवाल पूछा जाता है कि आप यंग कैसे दिखते हैं तो वे कह देते हैं कि मैं दिखता नहीं मैं हूं यंग।
नींद के साथ समझौता नहीं
अनिल कपूर एक बहुत अच्छे मेजबान हैं। उनके दावतें होती हैं। वे कहते हैं लेकिन अपनी नींद के साथ कोई समझौता नहीं करता। जब मुझे नींद आती है मैं सोने चला जाता हूं। अगर आप फ्रैश दिखना चाहते हैं तो सोना बहुत जरूरी है। अगर आपको लंबी रेस का घोड़ा बनना है तो नींद जैसी बेसिक चीज के साथ आप समझौता नहीं कर सकते।

कोई प्रोटीन शेक नहीं
अनिल के घर में उनका एक जिम है उसमें वे एक घंटे की एक्सरसाइज करते हैं। वे कोई प्रोटीन शेक नहीं लेते। भारतीय पकवान उन्हें बहुत पसंद है। वे इन्हें खाना पसंद करते हैं। लेकिन अपने आहार में वे पानी को नजरअंदाज नहीं करते। कहते हैं पानी से बढक़र सेहत के लिए कोई-सा ड्रिंक नहीं है। इसे आप जितना पी सकते हैं पिए। अनिल रोज सुबह उठते ही पानी पीते हैं।

खुद का समय
दिन के २४ घंटे में से एक से डेढ़ घंटा अपने आप को दें। खुद से बतियाएं। अनिल ऐसा ही करते हैं उनके अनुसार जब तक आप खुद को समय नहीं दे सकते आप दूसरे को न तो खुश कर सकते हैं न ही सफल हो सकते। जब आप खुद से खुश रहेंगे तो ही सकारात्मक भी रह पाएंगे। यकीन माने आपकी दुनिया बहुत खूबसूरत है। हर छोटी से छोटी चीज के लिए शुक्रगुजार रहिए। फिर देखिए कि जिंदगी किस तरह कमाल करती है।

अच्छा पहलू देख लें
अनिल कपूर को जब भी देखते हैं, तो एक मुस्कुराहट उनके चेहरे पर नजर आती है। इसके पीछे उनका एक दर्शन है। वे हमेशा लोगों के अच्छे पहलू को देखना पसंद करते हैं। उनके दर्शन के अनुसार जब आप दूसरे में अच्छाई ढूंढना शुरु करते हैं तो आप जान पाते हैं कि हर इंसान में अच्छाई ज्यादा होती है और बुराईयां कम। वे लोगों को जल्दी माफ भी कर देते हैं। लोगों के साथ अच्छे संबंध आपको पॉजिटिव बनाए रखते हैं। आप जैसा सोचते हो आप वैसे दिखते हो। आप अच्छे तभी दिख सकते हैं जब आप अंदर से भी अच्छा महसूस करें।
अर्जुन कपूर को चाचू
अनिल को भी पता है कि वे अपनी उम्र से कहीं ज्यादा छोटे लगते हैं। अभिनेता अर्जुन कपूर जो उनके बड़े भाई बोनी कपूर के बेटे और उनके भतीजे भी हैं के अनुसार जिस तरह के एक्सप्रेशन वह आईने में देखकर देते हैं वो कमाल के होते हैं। अक्सर आइने में देखकर कहते हैं वाह! क्या कमाल इंसान है, झक्कास। वैसे आपको बता दें कि मजाक में ही सही लेकिन वे अर्जुन कपूर को बचपन से ही अर्जुन चाचू बुलाते हैं।

यूसूफ साहब से सीखा
अनिल एक अच्छे अभिनेता होने के साथ एक अच्छे श्रोता भी हैं। वे लोगों को ऑबजर्व करते हैं और उनसे कुछ सीखने की चेष्टा रखते हैं। मिसाल के तौर पर वे अपने डायलॉग को लिखते हैं यह खूबी उन्हें यूसूफ साहब से मिली। एक फिल्म में उन्होंने देखा था कि यूसुफ साहब अपने डायलॉग उर्दू में लिख रहे थे। इस आदत को अनिल ने भी अपना लिया। वह अपनी हर फिल्म में अपने डायलॉग लिखते हैं। गौरतलब है कि वे दिलीप कुमार को उनके असली नाम यूसुफ से ही बुलाते हैं।
अनिल कपूर एक बहुत ही सिंपल जिंदगी जी रहे हैं, अगर उनकी तरह यंग दिखना चाहते हैं तो उनके इस फलसफे को अपना सकते हैं।