हर रोज की तरह आज भी भारतेश की मम्मी ऑफिस से घर आकर सीधे किचन गार्डन में गई। भारतेश उन्हें इस वक्त किचन गार्डन में ही जो मिलता था। “भारतेश!” मम्मी ने आवाज दी तो मिट्टी से सन्ने हाथों को झाड़ते हुए भारतेश मम्मा से लिपट गया। “अरे! तुम फिर गीले कपड़ों में? बीमार पड़ […]
