अपनी कॉमडी के लिए फेमस कपिल शर्मा पिछले कुछ समय से अपनी बीमारी, डिप्रेशन और सुनील ग्रोवर से लड़ाई के लिए भी लगातार खबरों में रहें हैं। अपनी फिल्म ‘फिरंगी’ के प्रामोशन के दौरान उन्होंने अपनी लम्बी चुप्पी को तोड़ा और बहुत सारी बातों का खुलासा किया।
बचपन
मैंने क्लास नाइन्थ से ही काम करना शुरू कर दिया था। उस समय ज्यादातर लोग नेशनल और इंटर नेशनल कॉल के लिए पीसीओ का इस्तेमाल करते थे, जिससे मेरी अच्छी कमाई हो जाती थी और मैं उससे अपनी फीस भर देता था।
बहुत शर्मिला था
यूं तो मैं बहुत ही शर्मिला बच्चा था। कभी भी शरारत नहीं करता था। अपने शर्मीले स्वभाव की वजह से मुझे डांट भी कम पड़ती थी। फिर मैंने अपने दोस्त राजीव (‘फिरंगी’ के डायरेक्टर) के साथ थिएटर करना शरू किया, जिसके चलते मझमें कॉन्फिडेन्स आया और सबसे बड़ी बात शर्मिलापन चला गया।
मां बहुत मासूम है
ये कहना सही है कि मैं अपनी मां के बहुत करीब हूं। मेरी मां बहुत ही सीधी-साधी और इस चकाचौंध की दुनिया से अनजान है। जब मेरा शो बंद हुआ और पंजाब में सब पड़ोसियों ने उन्हें मेरे बारे में नकारात्मक बातें बोली तो वे बेहद परेशान हो गई और यहां मेरे पास मुंबई आ गई। मैंने उन्हें दिलासा देने के लिए कह दिया कि स्ट्राइक की वजह से शो बंद है (हंस कर)। अब जो भी मिलता है मां कहती है कि कपिल के यहां स्ट्राइक चल रही है इसलिए शो बंद है। आप सोच सकते हैं कि मेरी मां कितनी मासूम है।
सगाई और शादी
हां जी, मेरी सगाई हो गई है लेकिन (हंसकर) यू नेवर नो, मैं कब बदल जाऊं। वैसे सभी के लिए एक लाइफ पार्टनर होना बहुत जरूरी है, क्योंकि जब आप शाम को काम से थक कर घर पहुंचते हैं तो आपके अकेलापन को आपका पार्टनर ही दूर करता है।
हैल्थ प्रॉब्लम काफी रही
मेरी एंगजमेंट से सबसे ज़्यादा मेरी मां खुश है। पिछले दिनो मैं मां के साथ बंगलुरु के एक आयुर्वेदिक नैचुरोपैथिक सेंटर में रह कर आया, क्योंकि मैं अपने हेल्थ इशूज की वजह से काफी परेशान था।
हीरो के रूप में असफल रहे
कपिल शर्मा की फिल्म ‘फिरंगी’ लंबे इंतजार के बाद रिलीज हो चुकी है। स्वतंत्रता से पूर्व की पृष्ठ भूमि में ब्रिटिश राज के समय की कहानी में कोई दम नहीं है। ना तो ये कॉमेडी फिल्म है ना ही रोमांटिक। कमजोर कहानी में किसी भी कलाकार के लिए
एक्टिंग का स्कोप ही नहीं है। कपिल कॉमडी के बादशाह हैं। उन्होंने रोज हमारे घर के ड्रॉइंग रूम में आकर हम सब को हंसाया है, हमारा मनोरंजन किया है किंतु फिल्म के हीरो के रूप में वे अपनी छाप छोडऩे में असफल रहे हैं।
