Mother Health Care: महिलाओं को अक्सर एक समय पर विभिन्न काम करते हुए देखा जाता है और उनकी इस काबिलियत की वजह से उनकी तारीफें भी होती हैं। लेकिन मल्टी टास्क करने से जितनी तारीफें आपको मिल सकती हैं, उतना ही आपके जीवन का सुकून भी कम हो सकता है। इससे आपको अपना ध्यान रखने का समय नहीं मिल पाता है। हर स्टेज में महिलाएं अपनी सेहत को इग्नोर करती हैं।
डॉक्टर अंजली कुमार, डायरेक्टर, ऑब्सटेट्रिक्स और गाइनाकोलॉजी, सीके बिरला अस्पताल, गुरुग्राम का कहना है कि प्यूबर्टी से ही महिलाओं के शरीर में बहुत ज्यादा बदलाव आने शुरू हो जाते हैं। प्यूबर्टी के समय ऐसा होता है।
अगला बदलाव उनके जीवन में प्रेगनेंसी के समय आता है। इस समय आपको काफी तकलीफें भी सहनी होती हैं। इसके बाद मेनोपॉज जैसी स्थितियां आपकी सेहत को काफी प्रभावित करती हैं।
इसलिए डॉक्टर सभी महिलाओं को अपनी सेहत पर ध्यान देने का याद दिलाती रहती है। डॉक्टर ने एक मेडिकल चेक लिस्ट भी शेयर की जिससे आप अपनी सेहत को स्वस्थ रखने के लिए अलग अलग तरह के टेस्ट और स्क्रीनिंग शामिल होती हैं।
गाइनाकोलॉजिस्ट के पास जाना
18 साल की उम्र से ही आपको अपनी गाइनाकोलॉजिस्ट के पास जाना शुरू कर देना चाहिए और इसे एक रूटीन बना लेना चाहिए। इससे आपका फिजिकल हेल्थ का चेक अप होता रहेगा और आपकी ओवर ऑल सेहत के बारे में भी डॉक्टर आपसे चर्चा करेंगे। इस विजिट के दौरान आपके नाम टेस्ट किए जा सकते हैं :

- पैप स्मियर
- पेल्विक एग्जाम
- ब्लड ग्लूकोज टेस्ट
- हर्ट हेल्थ टेस्ट
- कॉन्ट्रेसप्टिव काउंसलिन
- क्लिनिकल ब्रेस्ट एग्जाम : 20 साल से ऊपर की महिलाओं को 1 से 3 साल में एक बार यह टेस्ट जरूर करवा लेना चाहिए और जिन महिलाओं की उम्र 40 साल से ज्यादा है उन्हें हर साल इस टेस्ट को करवाना चाहिए।
- मैमोग्राम : यह ब्रेस्ट का एक्स रे होता है। आपको 40 साल की उम्र के बाद साल में एक बार मैमोग्राम जरूर करवाना चाहिए। अगर आपका ब्रेस्ट कैंसर का रिस्क ज्यादा है तो इसे और जल्दी जल्दी करवाना चाहिए।
- सर्विकल कैंसर स्क्रीनिंग : सर्विकल कैंसर का पता करने के लिए दो तरह के टैस्ट किए जाते हैं : पैप स्मीयर और एचपीवी टेस्ट। 21 साल की हो जाने के बाद हर महिला को तीन साल में एक बार यह टेस्ट जरूर करवाना चाहिए।
- वैक्सीनेशन स्टेटस : आपके डॉक्टर आपको वैक्सीनेशन से जुड़ी बातों से अपडेटेड रखेंगे। महिलाओं को एचपीवी, फ्लू शॉट और हेपेटाइटिस बी जैसी वैक्सीन लगवानी चाहिए।
- बोन मिनरल डेंसिटी टेस्ट : 30 साल की उम्र के बाद बोन लॉस होना महिलाओं में शुरू हो जाता है। 65 से ऊपर वाली उम्र की महिलाओं को यह टेस्ट एक बार जरूर करवाना चाहिए और 65 से कम उम्र की महिलाओं को ओस्टियोपोरोसिस जैसी स्थितियों के रिस्क से जुड़ी स्क्रीनिंग करवाते रहना चाहिए।
- कोलेस्ट्रॉल, ब्लड ग्लूकोज, ब्लड प्रेशर : इन सभी चीजों का नॉर्मल होना काफी जरूरी है इसलिए नियमित अंतराल पर इन्हें भी जरूर चेक करवाती रहें।
- मेंटल और इमोशनल हेल्थ : मानसिक सेहत से जुड़ी समस्याएं आज के समय में काफी आम हैं। इन समस्याओं के बार में बात करना भी बहुत जरूरी है और अपनी मानसिक सेहत का ध्यान रखना भी आवश्यक है। अपने डॉक्टर से समय समय पर एंजाइटी और डिप्रेशन के लक्षणों के बारे में बात करके सलाह ले सकती हैं।
यह भी देखें-रोजाना करें ये दमदार आसन, नहीं रहेगी बॉडी पर चर्बी की टेंशन: Yoga For Weight Loss
डॉक्टर अंजली कुमार कहती हैं कि एक काफी पुरानी कहावत है कि इलाज करवाने से सावधानी बरतनी बेहतर होती है। इसलिए अपनी सेहत बरकरार रखने के लिए समय समय पर चेक अप करवाते रहना काफी जरूरी है। इसके अलावा कुछ एडिशनल टेस्ट जोकि डॉक्टर सुझा सकते हैं उन्हें भी जरूर करवाएं। 365 दिनों के लिए महिलाओं की सेहत का सही रहना काफी जरूरी होता है। सेहत को बेहतरीन रखने के लिए इन टिप्स का पालन करें-
सेहत को बेहतरीन रखने के लिए टिप्स

- फल, सब्जियों और लीन प्रोटीन से भरपूर डाइट का सेवन करें।
- रोजाना आधा घंटे एक्सरसाइज जरूर करें।
- वैक्सीनेशन स्टेटस के बारे में अपडेटेड रहें।
- अपने स्ट्रेस लेवल को कम करें।
- हेल्दी लाइफस्टाइल की ओर बढ़ें। स्मोकिंग और ड्रिंकिंग को अवॉयड करें।
- खुद को हाइड्रेटेड रखें।
- अपनी नींद को प्राथमिकता दें।
- धूप में ज्यादा निकलने से बचें और अपनी स्किन का ध्यान रखें।
