घर और दफ्तर के बीच फंसी मांओ के सामने समस्या और भी विकट होती है। उन्हें हर वक्त एक चिंता घेरे रहती है, यही कारण है कि वे डिप्रेशन का शिकार हो जाती हैं। पिछले दिनों हुए एक हेल्थ सर्वे के अनुसार लगभग 50 प्रतिशत वर्किंग महिलाएं डिप्रेशन और एंजायटी की शिकार हैं।
