Meen Rashifal 2022
Pisces Horoscope 2022

दी पूर्वाभाद्रपद-1

दू, थ, झ, ञ उत्तराभाद्रपद-4

दे, दो, चा, ची रेवती-4


ग्रह स्थिति

मासारम्भ में गुरु+मंगल मीन राशि का लग्न में, राहु+शुक्र मेष राशि का द्वितीय भाव में, सूर्य+बुध वृषभ राशि का तृतीय भाव में, चंद्रमा मिथुन राशि का चतुर्थ भाव में, केतु तुला राशि का अष्टम भाव में, शनि कुंभ राशि का बारहवें भाव में चलायमान है।


24 जून से 30 जून तक

दिनांक 24, 25 को मानसिक संतोषकारी समय रहेगा। आप अपनों के साथ समय बिताएंगे। आपके साथ आपका पूरा परिवार होगा। फिल्म टेलीविजन के द्वारा समय सानंद व्यतीत करेंगे। 26, 27 को दिनचर्या सामान्य रहेगी। शिक्षा आदि में उत्तरोत्तर तरक्की के योग हैं। नवीन वस्त्राभूषण की खरीद होगी। कोई भूला हुआ कार्य अचानक याद आ जाएगा। 28, 29, 30 को पैसों की कमी महसूस होगी। खर्च बढ़ जाएगा। कार्यों में बाधाएं आएंगी। एक के बाद एक समस्या लगी रहेगी। किसी गुप्त योजना व षड्यंत्र का शिकार हो सकते हैं। अप्रिय समाचारों की प्राप्ति हो सकती है, जिससे मन व्यथित होगा। हाथ में आता-आता पैसा अटक सकता है। इस समय आप कुछ भी काम करने के मूड में नहीं रहेंगे।

मीन राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें

2021शुभ तारीख़ेंसावधानी रखने योग्य अशुभ तारीख़ें
जनवरी3, 4, 5, 8, 9, 10, 13, 14, 316, 7, 16, 17, 24, 25, 26
फरवरी1, 5, 6, 9, 10, 27, 282, 3, 12, 13, 21, 22, 23
मार्च4, 5, 8, 9, 10, 26, 27, 28, 311, 2, 11, 12, 13, 20, 21, 22, 29, 30
अप्रैल1, 2, 5, 6, 23, 24, 28, 298, 9, 16, 17, 18, 25, 26
मई2, 3, 20, 21, 25, 26, 29, 30, 315, 6, 14, 15, 23
जून16, 17, 21, 22, 25, 26, 271, 2, 3, 10, 11, 12, 19, 20, 28, 29, 30
जुलाई14, 15, 18, 19, 20, 23, 248, 9, 16, 17, 26, 27
अगस्त10, 11, 15, 16, 19, 204, 5, 6, 13, 22, 23, 31
सितम्बर7, 8, 11, 12, 15, 16, 171, 2, 9, 10, 18, 19, 20, 27, 28, 29
अक्टूबर4, 5, 9, 10, 13, 147, 16, 17, 25, 26
नवम्बर1, 5, 6, 9, 10, 27, 283, 12, 13, 21, 22, 23, 30
दिसम्बर2, 3, 6, 7, 8, 25, 26, 29, 30, 311, 9, 10, 11, 19, 20, 27, 28

मीन राशि का वार्षिक भविष्यफल

meen
मेष राशि

मीन राशि के लिए यह साल बहुत ही अच्छा रहेगा। हल्के-फुल्के कष्ट भी वर्ष के मध्य में रहेंगे, परंतु वे कष्ट व तकलीफें भी आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरक साबित होंगे। इस वर्ष शनि एकादश स्थान में स्वगृही है। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह साल अच्छा है। पुराना कष्ट व रोग जो चला आ रहा था, वह समाप्त हो जाएगा। खान-पान व अपनी आदतों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। व्यापार में कुछ उतार-चढ़ावों को यह साल जरूर परिलक्षित कर रहा है। व्यापार में विस्तार की योजना को कार्यक्रम में परिणित करने के लिए आप जी तोड़ मेहनत व परिश्रम करेंगे। धन लाभ की प्राप्ति होगी। नौकरी में स्थायित्व आ जाएगा, बॉस व अधिकारी आप पर मेहरबान रहेंगे। सहकर्मी आपके काम में आपका सहयोग करेंगे। आप रुपयों को कमाने के लिए नए-नए आइडियाज व विचार लायेंगे।
28 जुलाई से 23 नवम्बर के मध्य आपकी राशि स्वामी गुरु वक्र स्थिति में रहेंगे। इस दौरान मौसमी बीमारियों से सावधान रहने की आवश्यकता है। यह समयावधि थोड़ी सी ढीली रहेगी। परिवार में भी वैचारिक तालमेल इतना ठीक नहीं रहेगा। इस वर्ष राहु तीसरे स्थान में स्थित है तथा देवगुरु बृहस्पति भी 13 अप्रैल से आपकी राशि में आकर रोग व शत्रु को नष्ट करेंगे। आर्थिक रूप से सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे। जो काम पिछले लम्बे समय से अटके हुए थे, जिनके पूरे होने की आशा भी लगभग आप छोड़ ही चुके थे, वे काम अल्प प्रयास से ही पूरे हो जाएंगे। घर में किसी मांगलिक आयोजन व शुभ प्रसंग की योजना बन सकती है। वर्षारंभ में चंद्रमा नीच का है। संतान की शिक्षा, करियर, अध्ययन, विवाह को लेकर चिंता रखेगा। विद्याध्ययन में भी परिस्थितियां मध्यम रहेंगी। मनोनुकूल शिक्षण संस्थान में दाखिले की परेशानी, इच्छित विषय को लेकर कुछ असमंजस रह सकता है। किसी विशेषज्ञ की सलाह के उपरांत वह असमंजस हट जाएगा। इस वर्ष दशमेश बृहस्पति 13 अप्रैल के बाद आपकी राशि में आ जाएंगे। अतः राजकीय मामलों, कोर्ट-केस से सम्बंधित विषयों में आपको सफलता मिलेगी। जो राजकीय काज काफी समय से लम्बित चल रहे थे, उनके पूरे होने की दिशा में काम होगा। नौकरी में आपको पदोन्नति या महत्त्वपूर्ण कार्यभार मिल सकता है।
28 जुलाई से 23 नवम्बर के मध्य आपके खिलाफ कोई शिकायत हो सकती है। बृहस्पति वक्र स्थिति में चलायमान रहेंगे, अतः विभागीय जांच का सामना करना पड़ सकता है। व्यापार में अवरोध आएंगे। आपका पेमेंट कहीं फंस सकता है या कोई महत्त्वपूर्ण ऑर्डर कैंसिल हो सकता है। इस वर्ष अक्टूबर से दिसम्बर के मध्य मंगल वक्र स्थिति में चलायमान रहेंगे। किसी एक्सीडेंट या दुर्घटना के योग बनते हैं। व्यापार में विस्तार को लेकर, भूमि, भवन, वाहन आदि को लेकर कर्जा लेना पड़ सकता है। कर्जा धीमे- धीमे चुकता भी हो जाएगा। आपकी योग्यता व क्षमता खुलकर लोगों के सामने आएगी व लोग आपका लोहा भी मानेंगे। किसी पारिवारिक सदस्य का गिरता हुआ स्वास्थ्य आपकी चिंता का कारण बन सकता है। आप इस वर्ष खूब व्यस्त रहेंगे। एक-एक क्षण का भरपूर इस्तेमाल करेंगे। प्रेम-प्रसंगों व हास-परिहास में पड़ कर आप अपने करियर व अध्ययन के साथ खिलवाड़ नहीं करें। शत्रुओं से सावधान रहें।

मीन राशि कैसी रहेगी 2022 में आपकी सेहत?

शारीरिक दृष्टि से यह वर्ष उतार-चढ़ावों का द्योतक है। शनि की साढ़ेसाती आपको इस वर्ष चल रही है। आप खूब परिश्रमी होंगे। इसलिए रोग प्रतिरोधक क्षमता मीन राशि के जातकों की अच्छी होती है। रोग तो रहेंगे, परंतु आपको अधिक कष्ट नहीं होगा। फिर भी 4 जून से 23 अक्टूबर के मध्य शनि के वक्रत्व के कारण यदा-कदा रक्तचाप, मधुमेह, हृदय से सम्बंधित बीमारियों की समस्या उत्पन्न होगी। पेट सम्बंधी बीमारी, मूत्ररोग, कमर के नीचे के भाग में रोग की स्थिति रहेगी। इस वर्ष छोटी से छोटी लापरवाही आपके नुकसान का कारण बन सकती है। दीर्घकालिक बीमारियों में लापरवाही घातक हो सकती है।

मीन राशि व्यापार, व्यवसाय व धनके लिए कैसा रहेगा आने वाला साल 2022 ?

व्यापार व व्यवसाय की दृष्टि से यह वर्ष परिश्रम व मेहनत का है। नौकरी से जुड़े व्यक्तियों की पदोन्नति, तरक्की अथवा महत्त्वपूर्ण पोस्टिंग किसी बड़े व प्रभावशाली व्यक्ति की मदद से हो सकती है। इस वर्ष शनि लाभ स्थान में है। व्यापार व व्यवसाय में किसी का सहयोग आपकी किस्मत बदलने का सामर्थ्य रखता है। आप पूरी ऊर्जा व जोश के साथ समर्पित भाव से काम में लग जाएंगे। भागीदार व पार्टनर पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं करें। हर प्रकार के व्यवहार को कागजों पर लें। कामकाज में नई तकनीक व हुनर का प्रयोग भी आपके भाग्योन्नति में सहायक रहेगा। 12 अप्रैल से राहु दूसरे स्थान में आकर धन संचय में बाधा उत्पन्न करेंगे। पैसों का संचय नहीं हो पाएगा। जमीन, कपड़े, लोहे, कमीशन व तेल के व्यापार से जुड़े लोगों को जबरदस्त फायदा होगा। अपनी नाकामियों व असफलताओं से भी आपको शिक्षा लेने की आवश्यकता है। आप विचार करें कि कहां चूक हुई, उस गलती को सुधारें। अतिविश्वास किसी पर भी नहीं करें। आप किसी की आर्थिक मदद करके उल्टा फंस जाएंगे। नौकरी में भी सावधान रहने की आवश्यकता है। लचीलापन व उदारवादी दृष्टिकोण व्यापार में काम का नहीं है। निवेश से पूर्व अच्छी तरह से जांच-पड़ताल कर लें। निवेश सम्बंधी निर्णय जल्दबाजी में नहीं लें। किसी भी कागज पर बिना पढ़े हस्ताक्षर नहीं करें।

जानिए कैसा रहेगा 2022 में आपका घर-परिवार, संतान व रिश्तेदार के साथ सम्बन्ध ?

इस वर्ष घर-परिवार आपकी प्राथमिकता पर रहेंगे। आप काम से ज्यादा अहमियत अपने परिवार को देंगे। परिवार के किसी सदस्य का स्वास्थ्य ऊपर नीचे हो सकता है। दाम्पत्य सम्बंधों में मधुरता की स्थिति रहेगी। हालांकि, इस वर्ष आपकी राशि के अधिपति गुरु 28 जुलाई से 23 नवम्बर के मध्य वक्र स्थिति में चलायमान रहेंगे। इस दौरान घर के किसी वरिष्ठ सदस्य का स्वास्थ्य गड़बड़ हो सकता है। देवरानी-जेठानी, पिता-पुत्र, ननद-भौजाई व सास-बहुओं में हल्की-फुल्की नोक-झोंक चलती रहेगी। दाम्पत्य सम्बंधों में मधुरता रहेगी। कभी-कभार छोटी-मोटी गलत फहमियां उत्पन्न होंगी, जो समय रहते हल हो जाएंगी। मीन राशि के जातक कुछ भावुक प्रवृत्ति के होते हैं। यही भावुकता आपके लिए भारी पड़ सकती हैै। रिश्तेदार व सम्बंधी लोग आपसे ईर्ष्या व जलन से वशीभूत होकर आलोचना को हथियार बना सकते हैं।

जानिए कैसा रहेगा 2022 में आपका विद्याध्ययन, पढ़ाई व करियर ?

नौकरी में आपको बेहतर जॉब का अवसर मिल सकता है। बॉस व अधिकारी आपके काम से खुश रहेंगे, जिससे कार्यक्षेत्र में आपकी जबरदस्त प्रतिष्ठा व धाक रहेगी। यही चीज आपकी उन्नति के लिए महत्त्वपूर्ण रहेगी। 28 जुलाई से 23 नवम्बर के मध्य गुरु के वक्रत्व काल में लापरवाही के घातक परिणाम निकल सकते हैं। घर-परिवार में किसी मांगलिक आयोजन व शुभ प्रसंग की रूपरेखा के चलते आप व्यस्त रहेंगे तथा इसका सीधा प्रभाव आपके अध्ययन पर पड़ेगा। पूर्णरूप से एकाग्रचित्त होकर अध्ययन में जुट जाएं तो एक सुखद व शानदार भविष्य आपकी प्रतीक्षा कर रहा है।

जानिए कैसा रहेंगे 2022 में आपके प्रेम-प्रसंग व मित्रता सम्बन्घ ?

इस वर्ष प्रेम-प्रसंगों व दाम्पत्य जीवन का आप भरपूर लुत्फ उठाएंगे। एक खास बात का ध्यान आपको रखना है कि 4 जून से 23 अक्टूबर के मध्य प्रेम-प्रसंग उजागर हो सकते हैं, आप गुप्त नहीं रख पाएंगे, जिसका सीधा प्रभाव आपके परिवार पर पड़ेगा। पारिवारिक शांति भंग हो सकती है। वहीं 13 अप्रैल से पूर्व बारहवें गुरु के कारण प्रेम सम्बंधों में किसी तीसरे व्यक्ति के कारण गलतफहमियां उत्पन्न हो सकती हैं। मित्रों का दायरा बढ़ेगा। नए-नए मित्र बनेंगे। परंतु अच्छे व सच्चे मित्र नहीं मिल पाएंगे। मित्रों का उद्देश्य आपके प्रभुत्व, पराक्रम व सम्पर्कों से लाभ कमाना रहेगा।

जानिए कैसा रहेंगे 2022 में आपकेवाहन, खर्च व शुभ कार्य?

29 अप्रैल के बाद तथा 12 जुलाई के मध्य शनि की साढ़ेसाती का अंशकालिक प्रभाव आपकी राशि पर रहेगा। अतः वाहन द्वारा परेशानियां इस दरम्यान रहेंगी। बार-बार वाहन खराब होना, वाहन द्वारा एक्सीडेंट होने की भी आशंका व सम्भावना है। अतः ड्रिंक एण्ड ड्राइव से बचें। अप्रैल के पश्चात् राहु दूसरे स्थान (धन भाव) में आकर खर्चों में वृद्धि करेंगे। घर की मरम्मत, रख-रखाव, रंग-रोगन इत्यादि पर खर्चा हो सकता है। वर्ष के उत्तरार्द्ध में किसी शुभ व मांगलिक प्रसंग की रूपरेखा व योजना बन सकती है। आप उसमें व्यस्त हो जाएंगे।

मीन राशि वाले कैसे बचेहानि, कर्ज व अनहोनी से?

किसी रिश्तेदार व मित्र के साथ अकस्मात कोई अनहोनी हो सकती है। आपको भी कुछ मामलों में लापरवाही भारी पड़ सकती है। कर्मचारी व भागीदार पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं करें। 28 जुलाई से 23 नवम्बर के मध्य कोई बड़ा ऑर्डर कैंसिल हो सकता है। बृहस्पति वक्र स्थिति में चलायमान रहेंगे। अतः कोई बड़ी पार्टी (ग्राहक) आपके हाथों से निकल सकती है। इस वर्ष भूमि, भवन, वाहन आदि के लिए ऋण ले सकते हैं। बारहवां बृहस्पति किसी शुभ कार्य, विवाह आदि के लिए भी ऋण की स्थिति को दर्शा रहा है।

जानिए कैसा रहेंगे 2022 मेंआपका यात्रा योग?

इस वर्ष मई से पूर्व धार्मिक यात्रा का कार्यक्रम सपरिवार बन सकता है। किसी रमणीय स्थल पर भी सैर सपाटे के लिए जा सकते हैं। कामकाज को लेकर की गई यात्राएं निष्फल रहेंगी।

कैसे बनाये मीन राशि वाले 2022 को लाभकारी ?

वर्ष की शुभता बढ़ाने के लिए “ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र की जाप 1 माला नित्य करें। श्रीकृष्ण मंदिर के दर्शन करें। सुनैला युक्त गुरुयंत्र गले में धारण करें। आटे की लोई में गुड़ व चना दाल डालकर गाय को गुरुवार को दें।

मीन राशि की चारित्रिक विशेषताएं

मीन राशि का अधिपति गुरु ज्ञान व बुद्धि का कारक ग्रह है। ऐसे जातकों में शासन करने की क्षमता व बुद्धिमत्ता विशेष श्रेणी की होती है। गुरु धर्म व अध्यात्म का सूचक है, गुरुता (बड़प्पन) का परिचायक है, अतः ऐसे व्यक्ति विशाल हृदय के धनी होते हैं, भावुक प्रवृत्ति के होते हैं।
आपका राशि स्वामी बृहस्पति है। बृहस्पति के प्रभाव से मीन राशि के जातक धार्मिक व आध्यात्मिक प्रवृत्ति के होते हैं।
मीन राशि में उत्पन्न जातक स्वस्थ, बुद्धिमान तथा सौम्य स्वभाव के होते हैं। ये नवीन विचारों का सृजन करने में समर्थ होते हैं। इनके विचारों से लोग प्रभावित रहते हैं। भौतिक सुख-साधनों का उपभोग करने की इनमें प्रबल इच्छा रहती है। ये
धनैश्वर्य से युक्त रहते हैं एवं विभिन्न स्रोतों से धनार्जन करके आर्थिक रूप से सुदृढ़ रहते हैं। साथ ही चिंतन एवं मननशीलता का भाव भी इनमें रहता है।
प्राकृतिक दृश्यों का अवलोकन करना इन्हें अच्छा लगता है। प्रेम के क्षेत्र में सरल एवं भावुक रहते हैं, परंतु व्यवहार कुशल होते हैं। अतः सांसारिक कार्यों में उचित सफलता अर्जित करके अपने उन्नति मार्ग को प्रशस्त करने में सफल रहते हैं। इसके अतिरिक्त नवीन वस्तुओं का उत्पादन करने आदि में इनकी रुचि का योगदान रहता है।
देवगुरु बृहस्पति के प्रभाव से आप स्वस्थ एवं बलवान रहेंगे। आपकी बुद्धि अत्यंत ही तीक्ष्ण रहेगी। अतः विभिन्न शास्त्रीय विषयों का ज्ञानार्जन करके आप एक विद्वान के रूप में समाज में अपनी प्रतिष्ठा एवं आदर बढ़ाने में समर्थ होंगे। एक विचारक के रूप में भी आप सम्माननीय होंगे। यद्यपि ब्रह्मादि के विषय में चिंतनशील रहेंगे, परंतु भौतिकता के प्रति भी आकर्षण रहेगा।
आपका स्वरूप दर्शनीय एवं व्यक्तित्व आकर्षक होगा। साहित्य, कला एवं लेखन के प्रति आपकी रुचि होगी। अभिमान के भाव की आपमें अल्पता होगी तथा सबके साथ विनम्रता का व्यवहार होगा। आप सरकार या समाज से सम्मान प्राप्त करने में सफल होंगे। आप में दयालुता का भाव भी विद्यमान होगा तथा अवसरानुकूल अन्य जनों की सेवा तथा सहायता करने में भी तत्पर होंगे। इसके अतिरिक्त साहित्य एवं कला के प्रति भी आपकी अभिरुचि रहेगी।
पिता की सेवा करने में तत्पर रहेंगे। बाल्यावस्था में आपको संघर्ष करना पड़ेगा, परंतु युवावस्था के बाद भौतिक सुख-संसाधनों को अर्जित करके सुख एवं शांतिपूर्वक अपना समय व्यतीत करेंगे। पुत्र संतति से आप युक्त रहेंगे तथा इनसे आपको इच्छित सुख एवं सहयोग प्राप्त होगा।
ऐसे व्यक्ति गौर वर्ण, कंचन देह, मछली के समान आकर्षक व सुन्दर नेत्र वाले, ललाट चौड़ी व भरा-पूरा चेहरा, लम्बे कद के मालिक होते हैं। यह राशि दिवाबली, जलतत्व प्रधान व सत्वगुणी है। ‘पूर्वाभाद्रपद’ के अंतिम चरण में जन्मे व्यक्ति धार्मिक बुद्धि से ओत-प्रोत, मेहमानप्रिय, सामाजिक अच्छाईयों व नियमों का पालन करने वाले, बातचीत में प्रवीण होते हैं। मीन राशि वाले व्यक्ति कूटनीति, रणनीति व षड्यंत्रकारी मामलों में एक प्रतिशत भी रुचि नहीं लेते। इनका प्राकृतिक स्वभाव उत्तम, दयालु व इनमें दानशीलता होती है।
धर्म के प्रति आपके मन में श्रद्धा होगी तथा आप समय-समय पर धार्मिक कार्य-कलापों एवं अनुष्ठानों को सम्पन्न करेंगे। इससे आपको आत्मिक शांति की प्राप्ति होगी। साथ ही बंधु एवं मित्र वर्ग में भी आप प्रिय एवं आदरणीय होंगे। इनसे आपको इच्छित लाभ एवं सहयोग मिलता रहेगा। आपके असली मित्र बहुत थोड़े हैं। एक मित्र जो किसी कारणवश आपका शत्रु हो जाए, उसके द्वारा भारी आघात पहुंचाने का खतरा है, सतर्क रहें।
यदि आपका जन्म मीन राशि के ‘पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र’ (दो) के चतुर्थ चरण में हुआ है, तो आपका जन्म 16 वर्ष की बृहस्पति की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-सिंह, गण-मनुष्य, वर्ण-विप्र, हंसक-जल, नाड़ी-आद्य, पाया-लोहा तथा वर्ग-सर्प है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक क्षुब्ध मन वाला, धनी, निरोगी, स्त्री के वश में रहने वाला तथा कंजूस होता है।
यदि आपका जन्म मीन राशि ‘उत्तराभाद्रपद नक्षत्र’
(दू, थ, झ, य) में है, तो आपका जन्म 19 वर्ष की शनि की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-गौ, गण-मनुष्य, वर्ण-विप्र, हसंक-जल, पाया-लोहा, प्रथम दो चरण का वर्ग-सर्प तथा अंतिम दो चरण का वर्ग-सिंह है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले जातक कुशल वक्ता, परम धार्मिक, धनी व सुखी होते हैं। प्रायः जीवन में शत्रु न बनाकर मित्रों की संख्या बढ़ाने में विश्वास रखते हैं।
यदि आपका जन्म मीन राशि के ‘रेवती नक्षत्र’ (दे, दो, चा, ची) में हुआ है, तो आपका जन्म 17 वर्ष की बुध की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-गज, गण-देव, वर्ण-विप्र, हंसक-जल, नाड़ी-अत्य, पाया-सुवर्ण, प्रथम दो चरण का वर्ग-सर्प तथा अंतिम दो चरण का वर्ग-सिंह है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक प्रायः आमदनी से अधिक खर्च करता है तथा समझौते वाले दृष्टिकोण में विश्वास रखता है।
मीन राशि का चिन्ह ‘मुख-पूंछ मिलित दो मछली’ हैं। आपको जल से निकली हुई वस्तु-नमक, हीरे-जवाहरात, समुद्र पार देशों से माल मंगाने तथा भेजने से तथा नवीन वस्तुओं का उत्पादन करने से विशेष धन लाभ हो सकता है। स्त्रियों के सम्पर्क से भी आपका भाग्योदय संभव है। 32 वर्ष पश्चात् आपको पुत्र एवं नौकरी का योग बनता है। शत्रु आपसे हार जाएंगे। भाग्योदय हेतु गुरु रत्न ‘पुखराज’ को स्वर्ण मुद्रिका में धारण करें।

मीन राशि वालों के लिए उपाय

मीन राशि का स्वामी बृहस्पति है, अतः पुखराज या सुनैला रत्न धारण करें। गुरुवार को थोड़ा-सा गुड़ व चना दाल एक आटे की लोई में डालकर गाय को खिलाएं। रविवार व मंगलवार के अलावा पीपल को सींचना भी मीन राशि वालों के लिए फायदेमंद है। पीले रंग का सुगन्धित रुमाल पास में रखें। गुरुवार को हल्दी युक्त दूध का सेवन करें।

मीन राशि की प्रमुख विशेषताएं

  1. राशि ‒ मीन
    1. राशि चिह्र ‒ पूंछ और मुख मिली हुई दो मछलियां
    2. राशि स्वामी ‒ गुरु
    3. राशि तत्त्व ‒ जल तत्त्व
    4. राशि स्वरूप ‒ द्विस्वभाव
    5. राशि दिशा ‒ उत्तर
    6. राशि लिंग व गुण ‒ स्त्री, सतोगुणी
    7. राशि जाति ‒ ब्राह्मण
    8. राशि प्रकृति व स्वभाव ‒ सौम्य स्वभाव, कफ प्रकृति
    9. राशि का अंग ‒ चरण युगल
    10. अनुकूल रत्न ‒ पुखराज
    11. अनुकूल उपरत्न ‒ सुनैला, पुखराज मार्का
    12. अनुकूल धातु ‒ सोना
    13. अनुकूल रंग ‒ पीला
    14. शुभ दिवस ‒ गुरुवार/वीरवार
    15. अनुकूल देवता ‒ विष्णु
    16. व्रत, उपवास ‒ गुरुवार, रविवार
    17. अनुकूल अंक ‒ 3
    18. अनुकूल तारीख़ें ‒ 3/12/21/30
    19. मित्र राशियां ‒ कर्क, वृश्चिक
    20. शत्रु राशियां ‒ मेष, सिंह, धनु
    21. व्यक्तित्व ‒ अध्यात्म प्रेमी, भावुक, अध्ययनशील मनोवृत्ति
    22. सकारात्मक तथ्य ‒ विनम्रता, सज्जनशीलता, कल्पनाप्रिय
    23. नकारात्मक तथ्य ‒ अधैर्यशीलता, लापरवाही, अनिश्चिन्तता

दी पूर्वाभाद्रपद-1

दू, थ, झ, ञ उत्तराभाद्रपद-4

दे, दो, चा, ची रेवती-4


ग्रह स्थिति

मासारम्भ में गुरु मीन राशि का लग्न में, राहु मेष राशि का द्वितीय भाव में, मंगल मिथुन राशि के चतुर्थ भाव में, केतु+शुक्र+सूर्य+बुध तुला राशि का अष्टम भाव में, चंद्रमा+शनि मकर राशि का ग्यारहवें भाव में चलायमान है।


8 नवम्बर से 15 नवम्बर तक

दिनांक 8 को मानसिक संतुष्टि की प्राप्ति होगी। किए गए कार्यों के मनोरूप परिणाम प्राप्त होने से चित्त प्रसन्न रहेगा। समय की चाल सामान्य रहेगी। तमाम चीजों में अपनों का साथ रहेगा। 9, 10, 11 को आधा दिन शुभ फलदायक है। अपने घर, अपने अजीजों और स्वयं के लिए खूब खरीददारी करेंगे। मन में उत्साह व जोश का संचार होगा। आप अपनी समस्या का हल ढूंढ़ने में सफल रहेंगे।

मीन राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें

2022शुभ तारीख़ेंसावधानी रखने योग्य अशुभ तारीख़ें
जनवरी2, 3, 4, 21, 22, 26, 27, 30, 315, 6, 7, 15, 16, 17, 24
फरवरी18, 19, 22, 23, 26, 272, 3, 11, 12, 13, 20, 21
मार्च17, 18, 22, 23, 25, 26, 271, 2, 3, 10, 11, 12, 20, 28, 29, 30
अप्रैल13, 14, 18, 19, 22, 237, 8, 16, 17, 25, 26
मई11, 12, 15, 16, 19, 20, 214, 5, 6, 13, 14, 22, 23, 31
जून7, 8, 12, 13, 15, 16, 171, 2, 9, 10, 18, 19, 20, 28, 29, 30
जुलाई4, 5, 9, 13, 147, 16, 17, 25, 26, 27
अगस्त1, 2, 5, 6, 9, 10, 28, 293, 4, 12, 13, 21, 22, 23, 31
सितम्बर2, 3, 5, 6, 7, 24, 25, 29, 308, 9, 10, 18, 19, 20, 27
अक्टूबर3, 4, 22, 23, 26, 27, 30, 315, 6, 7, 15, 16, 17, 24, 25
नवम्बर18, 19, 23, 24, 26, 27, 282, 3, 11, 12, 13, 21, 29, 30
दिसम्बर15, 16, 20, 21, 24, 251, 9, 10, 18, 27, 28

मीन राशि का वार्षिक भविष्यफल

मीन राशि

मीन राशि को इस वर्ष शनि की साढ़ेसाती 17 जनवरी के बाद आरम्भ हो जाएगी। अतः यह साल आपके लिए मुश्किलों व कठिनाइयों से भरा हुआ हो सकता है। बारहवें स्थान में शनि के परिभ्रमण के कारण तनाव कुछ अधिक रहेंगे, व्यर्थ की यात्राएं होंगी। चन्द्रमा+राहु की युति वर्षारम्भ में द्वितीय भाव में है, अतः आजीविका व काम-काज में दिक्कतें रहेंगी। आर्थिक पक्ष डावांडोल रहेगा। धन प्राप्ति के कामों में रुकावटें व अड़चने आएंगी। हालांकि 22 अप्रैल तक आपकी राशि के अधिपति बृहस्पति आपकी राशि में ही गतिशील हैं, अतः 22 अप्रैल तक आप उत्तम स्वास्थ्य का आनन्द लेंगे, स्वास्थ्य में परेशानियां नहीं रहेंगी। नए रोगों से भी आराम मिलेगा। दीर्घकालिक बीमारियों में सावधानी रखनी चाहिए। खान-पान व पथ्य-अपथ्य का ध्यान रखें। 22 अप्रैल के बाद स्वास्थ्य में परेशानियां आरम्भ हो जाएंगी। बृहस्पति दूसरे भाव में राहु के साथ युति करेंगे। अतः पैरों की तकलीफ, पेट से सम्बन्धित तकलीफ, स्त्रीजनित रोगों से स्त्री जातकों को परेशानी, माइग्रेन, सिरदर्द व कमर से सम्बन्धित रोगों से दिक्कतें रहेंगी। स्वास्थ्य का निरंतर व नियमित परीक्षण करवाते रहें।जहां तक व्यापार व काम-काज की स्थितियों का प्रश्न है, चुनौतियां व मुश्किलें रहेंगी, परन्तु आप हर मुश्किल व परेशानी का हल मजबूती के साथ, दृढ़ता से निकालेंगे। व्यापार में विस्तार की योजना एक बार टल जाएगी। मुनाफे में कमी आएगी, जिससे आर्थिक पक्ष डावांडोल होगा। व्यापार में नए-नए अनुबन्ध व करार करने के लिए प्रयासरत रहेंगे, लेकिन नहीं हो पाएंगे। साधनों के अभाव में धनभाव के कारण योजना कागजों में ही अटक कर रह जाएगी। दूसरे स्थान में राहु के कारण व्यावसायिक प्रतिद्वन्द्वी व प्रतिस्पर्धी आपसे आगे निकल जाएंगे। रुपयों-पैसों के मामले में किसी पर भी भरोसा नहीं करें, भुगतान के प्रति आश्वस्त होने पर ही माल व ऑर्डर रवाना करें। फिजूलखर्ची पर नियंत्रण करें, आय व आमदनी को बढ़ाना आपके वश में नहीं है, परन्तु अपने खर्चों को कम करके आप आर्थिक पक्ष में संतुलन बना लेंगे। जीवनसाथी से भरपूर सहयोग मिलेगा। पति-पत्नी, सास, ननद, देवरानी, जेठानी के बीच चले आ रहे मतभेदों व गलतफहमियों का निराकरण होगा। बटवारे व सम्पति से सम्बन्धित विवाद का निपटारा किसी
की मध्यस्थता से हो जाएगा।
इस साल दिल से नहीं दिमाग से सोचने की जरूरत है। भावुकता में आकर कई बार आप गलत निर्णय ले सकते हैं। शत्रु हावी होंगे। आपको नुकसान पहुंचाने की चेष्टा करेंगे, परन्तु कुछ भी अहित नहीं कर पाएंगे। बॉस व अधिकारियों से सम्बन्धों में मधुरता तो रहेगी, परन्तु वे भी आपका भला नहीं कर पाएंगे। सहकर्मियों से सम्बन्ध अच्छे रहेंगे। 22 अप्रैल के बाद नौकरी में काम बेतहाशा बढ़ जाएगा। पोस्टिंग या तबादला ईच्छा के विपरीत हो सकता है। योग्यता व काबिलियत के मामले में आप ऊंचे पायदान पर रहेंगे, परन्तु लाभ के मामले में आप अंतिम पंक्ति में रहेंगे। अगर आप चल-अचल सम्पति भूमि, भवन, वाहन आदि की खरीद के योग बना रहे हैं तो कागजाद का भली प्रकार परीक्षण कर लें, उसमें धोखाधड़ी की संभावना है। विद्यार्थियों के लिए नौकरी से सम्बन्धित परीक्षा, विभागीय परीक्षा, करियर ओरियेटेंड परीक्षा में इस वर्ष सफलता मिल जाएगी, हालांकि उसके लिए मेहनत खासी करनी पड़ेगी। व्यावसायिक प्रतिद्वन्द्वी व प्रतिस्पर्धी येन-केन-प्रकारेण आपको नीचा दिखाने की कोशिश करेंगे।

मीन राशिकैसी रहेगी 2022 में आपकी सेहत?

शारीरिक दृष्टि से यह वर्ष उतार-चढ़ावों का द्योतक है। शनि की साढ़ेसाती आपको इस वर्ष चल रही है। आप खूब परिश्रमी होंगे। इसलिए रोग प्रतिरोधक क्षमता मीन राशि के जातकों की अच्छी होती है। रोग तो रहेंगे, परंतु आपको अधिक कष्ट नहीं होगा। फिर भी 4 जून से 23 अक्टूबर के मध्य शनि के वक्रत्व के कारण यदा-कदा रक्तचाप, मधुमेह, हृदय से सम्बंधित बीमारियों की समस्या उत्पन्न होगी। पेट सम्बंधी बीमारी, मूत्ररोग, कमर के नीचे के भाग में रोग की स्थिति रहेगी। इस वर्ष छोटी से छोटी लापरवाही आपके नुकसान का कारण बन सकती है। दीर्घकालिक बीमारियों में लापरवाही घातक हो सकती है।

मीन राशिव्यापार, व्यवसाय व धनके लिए कैसा रहेगा आने वाला साल 2022 ?

व्यापार व व्यवसाय की दृष्टि से यह वर्ष परिश्रम व मेहनत का है। नौकरी से जुड़े व्यक्तियों की पदोन्नति, तरक्की अथवा महत्त्वपूर्ण पोस्टिंग किसी बड़े व प्रभावशाली व्यक्ति की मदद से हो सकती है। इस वर्ष शनि लाभ स्थान में है। व्यापार व व्यवसाय में किसी का सहयोग आपकी किस्मत बदलने का सामर्थ्य रखता है। आप पूरी ऊर्जा व जोश के साथ समर्पित भाव से काम में लग जाएंगे। भागीदार व पार्टनर पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं करें। हर प्रकार के व्यवहार को कागजों पर लें। कामकाज में नई तकनीक व हुनर का प्रयोग भी आपके भाग्योन्नति में सहायक रहेगा। 12 अप्रैल से राहु दूसरे स्थान में आकर धन संचय में बाधा उत्पन्न करेंगे। पैसों का संचय नहीं हो पाएगा। जमीन, कपड़े, लोहे, कमीशन व तेल के व्यापार से जुड़े लोगों को जबरदस्त फायदा होगा। अपनी नाकामियों व असफलताओं से भी आपको शिक्षा लेने की आवश्यकता है। आप विचार करें कि कहां चूक हुई, उस गलती को सुधारें। अतिविश्वास किसी पर भी नहीं करें। आप किसी की आर्थिक मदद करके उल्टा फंस जाएंगे। नौकरी में भी सावधान रहने की आवश्यकता है। लचीलापन व उदारवादी दृष्टिकोण व्यापार में काम का नहीं है। निवेश से पूर्व अच्छी तरह से जांच-पड़ताल कर लें। निवेश सम्बंधी निर्णय जल्दबाजी में नहीं लें। किसी भी कागज पर बिना पढ़े हस्ताक्षर नहीं करें।

जानिए कैसा रहेगा 2022 में आपका घर-परिवार, संतान व रिश्तेदार के साथ सम्बन्ध ?

इस वर्ष घर-परिवार आपकी प्राथमिकता पर रहेंगे। आप काम से ज्यादा अहमियत अपने परिवार को देंगे। परिवार के किसी सदस्य का स्वास्थ्य ऊपर नीचे हो सकता है। दाम्पत्य सम्बंधों में मधुरता की स्थिति रहेगी। हालांकि, इस वर्ष आपकी राशि के अधिपति गुरु 28 जुलाई से 23 नवम्बर के मध्य वक्र स्थिति में चलायमान रहेंगे। इस दौरान घर के किसी वरिष्ठ सदस्य का स्वास्थ्य गड़बड़ हो सकता है। देवरानी-जेठानी, पिता-पुत्र, ननद-भौजाई व सास-बहुओं में हल्की-फुल्की नोक-झोंक चलती रहेगी। दाम्पत्य सम्बंधों में मधुरता रहेगी। कभी-कभार छोटी-मोटी गलत फहमियां उत्पन्न होंगी, जो समय रहते हल हो जाएंगी। मीन राशि के जातक कुछ भावुक प्रवृत्ति के होते हैं। यही भावुकता आपके लिए भारी पड़ सकती हैै। रिश्तेदार व सम्बंधी लोग आपसे ईर्ष्या व जलन से वशीभूत होकर आलोचना को हथियार बना सकते हैं।

जानिए कैसा रहेगा 2022 में आपका विद्याध्ययन, पढ़ाई व करियर ?

नौकरी में आपको बेहतर जॉब का अवसर मिल सकता है। बॉस व अधिकारी आपके काम से खुश रहेंगे, जिससे कार्यक्षेत्र में आपकी जबरदस्त प्रतिष्ठा व धाक रहेगी। यही चीज आपकी उन्नति के लिए महत्त्वपूर्ण रहेगी। 28 जुलाई से 23 नवम्बर के मध्य गुरु के वक्रत्व काल में लापरवाही के घातक परिणाम निकल सकते हैं। घर-परिवार में किसी मांगलिक आयोजन व शुभ प्रसंग की रूपरेखा के चलते आप व्यस्त रहेंगे तथा इसका सीधा प्रभाव आपके अध्ययन पर पड़ेगा। पूर्णरूप से एकाग्रचित्त होकर अध्ययन में जुट जाएं तो एक सुखद व शानदार भविष्य आपकी प्रतीक्षा कर रहा है।

जानिए कैसा रहेंगे 2022 में आपके प्रेम-प्रसंग व मित्रता सम्बन्घ ?

इस वर्ष प्रेम-प्रसंगों व दाम्पत्य जीवन का आप भरपूर लुत्फ उठाएंगे। एक खास बात का ध्यान आपको रखना है कि 4 जून से 23 अक्टूबर के मध्य प्रेम-प्रसंग उजागर हो सकते हैं, आप गुप्त नहीं रख पाएंगे, जिसका सीधा प्रभाव आपके परिवार पर पड़ेगा। पारिवारिक शांति भंग हो सकती है। वहीं 13 अप्रैल से पूर्व बारहवें गुरु के कारण प्रेम सम्बंधों में किसी तीसरे व्यक्ति के कारण गलतफहमियां उत्पन्न हो सकती हैं। मित्रों का दायरा बढ़ेगा। नए-नए मित्र बनेंगे। परंतु अच्छे व सच्चे मित्र नहीं मिल पाएंगे। मित्रों का उद्देश्य आपके प्रभुत्व, पराक्रम व सम्पर्कों से लाभ कमाना रहेगा।

जानिए कैसा रहेंगे 2022 में आपकेवाहन, खर्च व शुभ कार्य?

29 अप्रैल के बाद तथा 12 जुलाई के मध्य शनि की साढ़ेसाती का अंशकालिक प्रभाव आपकी राशि पर रहेगा। अतः वाहन द्वारा परेशानियां इस दरम्यान रहेंगी। बार-बार वाहन खराब होना, वाहन द्वारा एक्सीडेंट होने की भी आशंका व सम्भावना है। अतः ड्रिंक एण्ड ड्राइव से बचें। अप्रैल के पश्चात् राहु दूसरे स्थान (धन भाव) में आकर खर्चों में वृद्धि करेंगे। घर की मरम्मत, रख-रखाव, रंग-रोगन इत्यादि पर खर्चा हो सकता है। वर्ष के उत्तरार्द्ध में किसी शुभ व मांगलिक प्रसंग की रूपरेखा व योजना बन सकती है। आप उसमें व्यस्त हो जाएंगे।

मीन राशि वाले कैसे बचेहानि, कर्ज व अनहोनी से?

किसी रिश्तेदार व मित्र के साथ अकस्मात कोई अनहोनी हो सकती है। आपको भी कुछ मामलों में लापरवाही भारी पड़ सकती है। कर्मचारी व भागीदार पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं करें। 28 जुलाई से 23 नवम्बर के मध्य कोई बड़ा ऑर्डर कैंसिल हो सकता है। बृहस्पति वक्र स्थिति में चलायमान रहेंगे। अतः कोई बड़ी पार्टी (ग्राहक) आपके हाथों से निकल सकती है। इस वर्ष भूमि, भवन, वाहन आदि के लिए ऋण ले सकते हैं। बारहवां बृहस्पति किसी शुभ कार्य, विवाह आदि के लिए भी ऋण की स्थिति को दर्शा रहा है।

जानिए कैसा रहेंगे 2022 मेंआपका यात्रा योग?

इस वर्ष मई से पूर्व धार्मिक यात्रा का कार्यक्रम सपरिवार बन सकता है। किसी रमणीय स्थल पर भी सैर सपाटे के लिए जा सकते हैं। कामकाज को लेकर की गई यात्राएं निष्फल रहेंगी।

कैसे बनाये मीन राशि वाले 2022 को लाभकारी ?

वर्ष की शुभता बढ़ाने के लिए “ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र की जाप 1 माला नित्य करें। श्रीकृष्ण मंदिर के दर्शन करें। सुनैला युक्त गुरुयंत्र गले में धारण करें। आटे की लोई में गुड़ व चना दाल डालकर गाय को गुरुवार को दें।

मीन राशि की चारित्रिक विशेषताएं

मीन राशि का अधिपति गुरु ज्ञान व बुद्धि का कारक ग्रह है। ऐसे जातकों में शासन करने की क्षमता व बुद्धिमत्ता विशेष श्रेणी की होती है। गुरु धर्म व अध्यात्म का सूचक है, गुरुता (बड़प्पन) का परिचायक है, अतः ऐसे व्यक्ति विशाल हृदय के धनी होते हैं, भावुक प्रवृत्ति के होते हैं।
आपका राशि स्वामी बृहस्पति है। बृहस्पति के प्रभाव से मीन राशि के जातक धार्मिक व आध्यात्मिक प्रवृत्ति के होते हैं।
मीन राशि में उत्पन्न जातक स्वस्थ, बुद्धिमान तथा सौम्य स्वभाव के होते हैं। ये नवीन विचारों का सृजन करने में समर्थ होते हैं। इनके विचारों से लोग प्रभावित रहते हैं। भौतिक सुख-साधनों का उपभोग करने की इनमें प्रबल इच्छा रहती है। ये
धनैश्वर्य से युक्त रहते हैं एवं विभिन्न स्रोतों से धनार्जन करके आर्थिक रूप से सुदृढ़ रहते हैं। साथ ही चिंतन एवं मननशीलता का भाव भी इनमें रहता है।
प्राकृतिक दृश्यों का अवलोकन करना इन्हें अच्छा लगता है। प्रेम के क्षेत्र में सरल एवं भावुक रहते हैं, परंतु व्यवहार कुशल होते हैं। अतः सांसारिक कार्यों में उचित सफलता अर्जित करके अपने उन्नति मार्ग को प्रशस्त करने में सफल रहते हैं। इसके अतिरिक्त नवीन वस्तुओं का उत्पादन करने आदि में इनकी रुचि का योगदान रहता है।
देवगुरु बृहस्पति के प्रभाव से आप स्वस्थ एवं बलवान रहेंगे। आपकी बुद्धि अत्यंत ही तीक्ष्ण रहेगी। अतः विभिन्न शास्त्रीय विषयों का ज्ञानार्जन करके आप एक विद्वान के रूप में समाज में अपनी प्रतिष्ठा एवं आदर बढ़ाने में समर्थ होंगे। एक विचारक के रूप में भी आप सम्माननीय होंगे। यद्यपि ब्रह्मादि के विषय में चिंतनशील रहेंगे, परंतु भौतिकता के प्रति भी आकर्षण रहेगा।
आपका स्वरूप दर्शनीय एवं व्यक्तित्व आकर्षक होगा। साहित्य, कला एवं लेखन के प्रति आपकी रुचि होगी। अभिमान के भाव की आपमें अल्पता होगी तथा सबके साथ विनम्रता का व्यवहार होगा। आप सरकार या समाज से सम्मान प्राप्त करने में सफल होंगे। आप में दयालुता का भाव भी विद्यमान होगा तथा अवसरानुकूल अन्य जनों की सेवा तथा सहायता करने में भी तत्पर होंगे। इसके अतिरिक्त साहित्य एवं कला के प्रति भी आपकी अभिरुचि रहेगी।
पिता की सेवा करने में तत्पर रहेंगे। बाल्यावस्था में आपको संघर्ष करना पड़ेगा, परंतु युवावस्था के बाद भौतिक सुख-संसाधनों को अर्जित करके सुख एवं शांतिपूर्वक अपना समय व्यतीत करेंगे। पुत्र संतति से आप युक्त रहेंगे तथा इनसे आपको इच्छित सुख एवं सहयोग प्राप्त होगा।
ऐसे व्यक्ति गौर वर्ण, कंचन देह, मछली के समान आकर्षक व सुन्दर नेत्र वाले, ललाट चौड़ी व भरा-पूरा चेहरा, लम्बे कद के मालिक होते हैं। यह राशि दिवाबली, जलतत्व प्रधान व सत्वगुणी है। ‘पूर्वाभाद्रपद’ के अंतिम चरण में जन्मे व्यक्ति धार्मिक बुद्धि से ओत-प्रोत, मेहमानप्रिय, सामाजिक अच्छाईयों व नियमों का पालन करने वाले, बातचीत में प्रवीण होते हैं। मीन राशि वाले व्यक्ति कूटनीति, रणनीति व षड्यंत्रकारी मामलों में एक प्रतिशत भी रुचि नहीं लेते। इनका प्राकृतिक स्वभाव उत्तम, दयालु व इनमें दानशीलता होती है।
धर्म के प्रति आपके मन में श्रद्धा होगी तथा आप समय-समय पर धार्मिक कार्य-कलापों एवं अनुष्ठानों को सम्पन्न करेंगे। इससे आपको आत्मिक शांति की प्राप्ति होगी। साथ ही बंधु एवं मित्र वर्ग में भी आप प्रिय एवं आदरणीय होंगे। इनसे आपको इच्छित लाभ एवं सहयोग मिलता रहेगा। आपके असली मित्र बहुत थोड़े हैं। एक मित्र जो किसी कारणवश आपका शत्रु हो जाए, उसके द्वारा भारी आघात पहुंचाने का खतरा है, सतर्क रहें।
यदि आपका जन्म मीन राशि के ‘पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र’ (दो) के चतुर्थ चरण में हुआ है, तो आपका जन्म 16 वर्ष की बृहस्पति की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-सिंह, गण-मनुष्य, वर्ण-विप्र, हंसक-जल, नाड़ी-आद्य, पाया-लोहा तथा वर्ग-सर्प है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक क्षुब्ध मन वाला, धनी, निरोगी, स्त्री के वश में रहने वाला तथा कंजूस होता है।
यदि आपका जन्म मीन राशि ‘उत्तराभाद्रपद नक्षत्र’
(दू, थ, झ, य) में है, तो आपका जन्म 19 वर्ष की शनि की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-गौ, गण-मनुष्य, वर्ण-विप्र, हसंक-जल, पाया-लोहा, प्रथम दो चरण का वर्ग-सर्प तथा अंतिम दो चरण का वर्ग-सिंह है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले जातक कुशल वक्ता, परम धार्मिक, धनी व सुखी होते हैं। प्रायः जीवन में शत्रु न बनाकर मित्रों की संख्या बढ़ाने में विश्वास रखते हैं।
यदि आपका जन्म मीन राशि के ‘रेवती नक्षत्र’ (दे, दो, चा, ची) में हुआ है, तो आपका जन्म 17 वर्ष की बुध की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-गज, गण-देव, वर्ण-विप्र, हंसक-जल, नाड़ी-अत्य, पाया-सुवर्ण, प्रथम दो चरण का वर्ग-सर्प तथा अंतिम दो चरण का वर्ग-सिंह है। इस नक्षत्र में जन्म लेने वाला जातक प्रायः आमदनी से अधिक खर्च करता है तथा समझौते वाले दृष्टिकोण में विश्वास रखता है।
मीन राशि का चिन्ह ‘मुख-पूंछ मिलित दो मछली’ हैं। आपको जल से निकली हुई वस्तु-नमक, हीरे-जवाहरात, समुद्र पार देशों से माल मंगाने तथा भेजने से तथा नवीन वस्तुओं का उत्पादन करने से विशेष धन लाभ हो सकता है। स्त्रियों के सम्पर्क से भी आपका भाग्योदय संभव है। 32 वर्ष पश्चात् आपको पुत्र एवं नौकरी का योग बनता है। शत्रु आपसे हार जाएंगे। भाग्योदय हेतु गुरु रत्न ‘पुखराज’ को स्वर्ण मुद्रिका में धारण करें।

मीन राशि वालों के लिए उपाय

मीन राशि का स्वामी बृहस्पति है, अतः पुखराज या सुनैला रत्न धारण करें। गुरुवार को थोड़ा-सा गुड़ व चना दाल एक आटे की लोई में डालकर गाय को खिलाएं। रविवार व मंगलवार के अलावा पीपल को सींचना भी मीन राशि वालों के लिए फायदेमंद है। पीले रंग का सुगन्धित रुमाल पास में रखें। गुरुवार को हल्दी युक्त दूध का सेवन करें।

मीन राशि की प्रमुख विशेषताएं

  1. राशि ‒ मीन
    1. राशि चिह्र ‒ पूंछ और मुख मिली हुई दो मछलियां
    2. राशि स्वामी ‒ गुरु
    3. राशि तत्त्व ‒ जल तत्त्व
    4. राशि स्वरूप ‒ द्विस्वभाव
    5. राशि दिशा ‒ उत्तर
    6. राशि लिंग व गुण ‒ स्त्री, सतोगुणी
    7. राशि जाति ‒ ब्राह्मण
    8. राशि प्रकृति व स्वभाव ‒ सौम्य स्वभाव, कफ प्रकृति
    9. राशि का अंग ‒ चरण युगल
    10. अनुकूल रत्न ‒ पुखराज
    11. अनुकूल उपरत्न ‒ सुनैला, पुखराज मार्का
    12. अनुकूल धातु ‒ सोना
    13. अनुकूल रंग ‒ पीला
    14. शुभ दिवस ‒ गुरुवार/वीरवार
    15. अनुकूल देवता ‒ विष्णु
    16. व्रत, उपवास ‒ गुरुवार, रविवार
    17. अनुकूल अंक ‒ 3
    18. अनुकूल तारीख़ें ‒ 3/12/21/30
    19. मित्र राशियां ‒ कर्क, वृश्चिक
    20. शत्रु राशियां ‒ मेष, सिंह, धनु
    21. व्यक्तित्व ‒ अध्यात्म प्रेमी, भावुक, अध्ययनशील मनोवृत्ति
    22. सकारात्मक तथ्य ‒ विनम्रता, सज्जनशीलता, कल्पनाप्रिय
    23. नकारात्मक तथ्य ‒ अधैर्यशीलता, लापरवाही, अनिश्चिन्तता

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