कोलकाता सपनों के शहर जैसा है। जो यहां आए, इस शहर में खोता ही जाए। इस एक शहर में हुगली नदी है तो सालों पुरानी ऐतिहासिक इमारतें भी। इस शहर में सुकून है तो तेज रफ्तार जिंदगी भी। ये शहर आपको बहुत कुछ देता है। कई सारी सीखें और यादें भी। पश्चिम बंगाल के इस शहर में अगर एक दिन के लिए जाना हो तो पूरा शहर घूमा जा सकता है क्या? बिलकुल नहीं। लेकिन 24 घंटे में इतना तो घूमा ही जा सकता है कि कह सकें कि शहर घूम आए। मगर इसके लिए पूरा एक दिन बहुत सोच समझकर बिताना होगा। कैसे बिताएं ये एक दिन कोलकाता में, जान लीजिए-
सबसे पहले पेट–पूजा– सुबह उठकर तो आपको सबसे पहले पेट-पूजा करनी ही होगी। घूमने भी तो तभी जा पाएंगी। पेट ही नहीं भरा होगा तो घूमेंगी कैसे। तो इस काम के लिए आप पार्क स्ट्रीट चली जाइए। यहां आपको नाश्ते का बेस्ट ऑप्शन फ्लूरी है। यहहां आकर सबसे पहले कुछ खा लीजिए। इसके बाद आगे बढ़िए।

51 शक्तिपीठों में से एक – अब आपको कालीघाट मंदिर की ओर चल देना चाहिए। ये मंदिर भारत में मौजूद 51 शक्तिपीठों में से एक है। खास बात ये है कि ये मंदिर 200 साल से भी पुराना है। यहां पर आप देवी काली के दर्शन करेंगी साथ में वो मंदिर देखेंगी जो कोलकाता के ऐतिहासिक इमारतों में से एक है। इस मंदिर में आने का समय सुबह 5 से दोपहर 2 बजे तक और शाम 5 बजे से 10.30 बजे तक है। यहां आप देवी के दर्शन कीजिए और चल दीजिए आगे। उत्साह को अपने साथ रखिएगा क्योंकि इसके बिना आगे का दिन मजे बिलकुल नहीं देगा।

विक्टोरिया मेमोरियल जैसा कुछ नहीं– इस म्यूजियम बिताया समय आपको कोलकाता का सबसे ज्यादा अहसास कराएगा। विक्टोरिया मेमोरियल अपने आपमें विरासत है। इसे क्वीन विक्टोरिया की याद में साल 1906 से 1921 के बीच में बनवाया गया था। सफेद पत्थरों से बनी ये इमारत सिर्फ देखने भर में ही दिल खुश कर देती है। विक्टोरिया मेमोरियल में 25 गैलरी हैं और इन्हीं में से एक में यहां का म्यूजियम भी बना है। म्यूजियम में आने का सही समय सुबह 10 से शाम 5 बजे तक है ये सोमवार और नेशनल हॉलीडे पर बंद रहता है। जबकि यहां के खूबसूरत बगीचे को शाम 5 बजे से 6.15 के बीच देखा जा सकता है।

हावड़ा ब्रिज– ये एक ऐसा ब्रिज है, जो कोलकाता की पहचान जैसा है। इसको बनने की कहानी और आकार सभी कुछ बहुत अचंभित करता है। हालांकि ये कोई घूमने की जगह नहीं है, लेकिन फिर भी इस हैरान करने वाली कृति को एक बार तो देखा ही जाना चाहिए। इसे 1943 में बनाया गया था और ये दो शहरों हावड़ा और कोलकाता को आपस में जोड़ता है। 1956 में इसका नाम बदल कर रबीन्द्र सेतु कर दिया गया। माना जाता है कि इस ब्रिज पर रोज 100000 वाहन चलते हैं तो करीब डेढ़ लाख लोग यहां पैदल चलते हैं। इस ब्रिज की खासियत ये भी है कि इतना बड़ा होने के बाद भी इसमें कोई बोल्ट नहीं लगा है।

प्रिंसेप घाट में सुकून– हुगली नदी के किनारे बना ये घाट आपको खूब सुकून देगा। इस जगह को कोलकाता की सबसे रोमांटिक जगहों में से एक माना जाता है। यहां बैठकर ही खूब अच्छा लगता है। सामने कल कल बहती नदी और सामने खुला आसमान जिंदगी में कुछ खास करने के लिए प्रेरित करते रहते हैं। यहां पर शाम को 4 के बाद आएंगे तो अच्छा रहेगा।
मिलेनियम पार्क भी देखें– हुगली नदी पर ही मिलेनियम पार्क भी बना है। यहां सुंदर पार्क हैं तो बच्चों के लिए झूले भी। करीब 2.5 किलोमीटर लंबे इस पार्क में आप परिवार के साथ अच्छा समय बिता पाएंगी।
शॉपिंग भी है जरूरी– अब घूमते हुए रात जरूर हो गई होगी। तो अब थोड़ी शॉपिंग भी कर लीजिए। इसके लिए आपको न्यू शॉपिंग एरिया में जाना होगा। यहां आप हर तरह की शॉपिंग कर पाएंगी, वो भी ठीक दामों पर। इस मार्केट में आप स्ट्रीट शॉपिंग कर सकती हैं। कपड़े, जूते, लेदर बैग और कई दूसरी चीजें आपको यहां आसानी से मिल जाएंगी।
रात का डिनर और ट्रिप खत्म– अब पूरे दिन इतना घूमने के बाद आप जरूर थक गई होंगी। तो क्यों न अब कुछ खा लिया जाए। अब आपको आसपास मौजूद ढेरों रेस्ट्रा में अच्छा खाना मिल जाएगा। आप अपने लिए इनमें से किसी को भी चुन सकती हैं।
ये भी पढ़ें-