20+ रायपुर में घूमने के लिए बेहतरीन स्थान और प्रमुख दर्शनीय स्थल
अगर आप भी इस बार रायपुर जाने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको बताते हैं यहाँ ख़ूमने की ख़ास 20 जगहें।
Raipur Me Ghumne ki Best Jagah: छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी रायपुर देश के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों में से एक है। औद्योगिक विकास के साथ ही अपनी ख़ूबसूरती के कारण बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करती है। यहाँ कई खूबसूरत पार्क, तालाब और मंदिर हैं। ख़ासतौर, पर नया रायपुर बनने के बाद यहां पर्यटकों की संख्या में काफ़ी बडोत्तरी हुई है। अगर आप भी इस बार रायपुर जाने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको बताते हैं यहाँ ख़ूमने की ख़ास 20 जगहें।
| जगहें | दूरी/किलोमीटर |
| विवेकानंद सरोवर (Vivekanand Sarovar) | 3.2 |
| घटारानी झरना (Ghatrani Waterfall) | 77 |
| महामाया मंदिर (Mahamaya Temple) | 45 |
| गांधी उद्यान पार्क (Gandhi Garden) | 4 |
| हटकेश्वर महादेव मंदिर (Hatkeshwar Temple) | 6.9 |
| नंदनवन जंगल सफारी (Nandanvan Jangal Safari) | 27.3 |
| जतमई मंदिर (Jatmai Temple) | 85 |
| पुरखौती मुक्तांगन (Purkhouti Muktangan) | 22.5 |
| महंत घासी दास स्मारक संग्रहालय (Mahant Ghasi Das Memorial Museum) | 2.3 |
| दूधाधारी मंदिर (Dudhadhari Temple) | 3.5 |
| कंकाली तालाब (Kankali Talaab) | 2.6 |
| एनर्जी पार्क (Energy Park) | 9.6 |
| नया रायपुर सेंट्रल पार्क (New Raipur Central Park) | 25.4 |
| एमएम फन सिटी (MM Fun City) | 22.1 |
| बंजारा माता मंदिर (Banjara Mata Mandir) | 1.9 |
| केवल्य धाम जैन मंदिर (Kevaly Dham Jain Temple) | 12.1 |
| डीकेएनएस मेमोरियल भूवैज्ञानिक संग्रहालय (DKNS Memorial Geological Museum) | 2.3 |
| राजीव गांधी स्मृति वन (Rajiv Gandhi Smriti Van) | 13 |
| श्री राम मंदिर (Shri Ram Temple) | 1 |
| मरीन ड्राइव (Marine Drive) | 6.1 |
विवेकानंद सरोवर (Vivekanand Sarovar)

विवेकानंद सरोवर रायपुर की सबसे पुरानी झील है। यह झील भगवान बुध को समर्पित है, इसीलिए इसे बुध तालाब के नाम से भी जाना जाता है। इसके केंद्र में पर्यटकों के लिए पार्क भी बना हुआ है। झील के बीच में स्वामी विवेकानंद की 37 फीट ऊंची प्रतिमा है, जिसे सबसे बड़ा मूर्ति मॉडल होने के कारण लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी शामिल किया गया है। रात के समय में यह मूर्ति चमकते हुए बहुत ख़ूबसूरत प्रतीत होती है। यहां शाम को सूर्यास्त का नजारा बहुत अच्छा लगता है।
प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं है। यहां आप सुबह 6:00 बजे से 9:00 बजे तक और दोपहर 3:00 बजे से रात 8:00 बजे तक कभी भी जा सकते हैं।
घटारानी झरना (Ghatrani Waterfall)

रायपुर के प्रसिद्ध प्राकृतिक पर्यटक स्थलों में से एक घटारानी झरना है, जहां पर पर्यटक गर्मियों में ठंडे-ठंडे झरने के पानी में नहाने का आनंद उठा सकते हैं। यह झरना रायपुर से 80 किलोमीटर दूर स्थित है। झरने के पास देवी घटरानी को समर्पित एक मंदिर है। झरने के बगल में एक और मंदिर जटमाई मंदिर है।
प्रवेश शुल्क
यहाँ प्रवेश निःशुल्क है।
महामाया मंदिर (Mahamaya Temple)

महामाया देवी को समर्पित यह मंदिर रायपुर के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यह रेलवे स्टेशन से 45 किलोमीटर दूर रायपुर के पुरानी बस्ती इलाके में स्थित है। इस मंदिर का इतिहास लगभग 900 साल पुराना है। हजारों श्रद्धालु इस मंदिर में दर्शन के लिए प्रतिदिन आते हैं। यह मंदिर देवी लक्ष्मी और देवी सरस्वती को समर्पित है।
प्रवेश शुल्क
यह मंदिर शक्तिपीठों में से एक है यह प्रातः 00 बजे से सायं 7.00 बजे तक दर्शन के लिए खुला रहता है।
गांधी उद्यान पार्क (Gandhi Garden Park)

यदि आप प्रकृति प्रेमी है और एक शांतिपूर्ण प्राकृतिक सौन्दर्य के साथ कुछ समय बिताना चाहते हैं तो इस गांधी उद्यान में कुछ समय जरुर व्यतीत करें। यहां के रंग बिरंगे फूल, घास के मैदान, पक्षियों की चहचहाहट और विभिन्न प्रकार के पौधों के बीच आपको काफी आनंददायक पल का अनुभव होगा।
प्रवेश शुल्क
इस पार्क में प्रवेश के लिए बड़ों का टिकट 10 रुपए और बच्चों का टिकट 5 रुपए है। यह पार्क शाम के 7 बजे बंद होता है।
हटकेश्वर महादेव मंदिर (Hatkeshwar Temple)

भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर रायपुर से 5 किलोमीटर दूर खारुन नदी के किनारे स्थित है। इस मंदिर का निर्माण 1402 ईसवी में राजा रम्हेन्द्रा के पुत्र ब्रह्मदेव राय के शासनकाल के दौरान हजीराज नाइक द्वारा किया गया था। मंदिर में 500 साल से लगातार अखंड धूनी प्रज्वलित हो रही है।
प्रवेश शुल्क
मंदिर में प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं है।
नंदनवन जंगल सफारी (Nandanvan Jangal Safari)

प्रसिद्ध पर्यटक स्थल नंदनवन जंगल सफारी, रायपुर रेलवे स्टेशन से लगभग 35 किलोमीटर दूर नया रायपुर में सेक्टर 39 में स्थित है। इसमें 130 एकड़ का जल निकाय है जिसका नाम ‘खंडवा जलाशय’ है जो कई प्रवासी पक्षी प्रजातियों को आकर्षित करता है। यहां चार सफ़ारियाँ अर्थात् शाकाहारी, भालू, बाघ और शेर सफ़ारी स्थापित की गई हैं।
प्रवेश शुल्क
जंगल सफारी में छह साल तक के बच्चों के लिए प्रवेश नि:शुल्क है, लेकिन 6 से 12 साल के बच्चों के लिए नॉन एसी बस का टिकट 50 और एसी बस का 100 रुपए निर्धारित है।।
जतमई मंदिर (Jatmai Temple)

रायपुर से 85 किलोमीटर दूर जतमई मंदिर में दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं। ग्रेनाइट से बने इस मंदिर के प्रवेश द्वार पर आकर्षक भित्ति चित्र हैं। आंतरिक गर्भगृह में एक पत्थर की मूर्ति भी है। इस मंदिर का मुख्य प्रवेश द्वार भित्ति चित्रों से ढका हुआ है जो पौराणिक आकृतियों को दर्शाता है। गर्भगृह के अंदर जतमई की पत्थर की मूर्ति है।
प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश निःशुल्क है। सुबह 5 बजे से शाम 7 बजे तक कभी भी आप इस मंदिर में जा सकते हैं।
पुरखौती मुक्तांगन (Purkhouti Muktangan)

यह उद्यान बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है। यह कई आदिवासी सदस्यों के प्रदर्शन के साथ-साथ विविध लोक कला और अन्य खजाने के यथार्थवादी आंकड़े प्रदर्शित करता है। इस मनोरंजक और शैक्षिक पर्यटन स्थल पर आप टहल सकते हैं और बगीचे की सुंदरता का आनंद ले सकते हैं। इसके अतिरिक्त, इसमें छत्तीसगढ़ राज्य में लोकप्रिय पर्यटन स्थलों की लघु प्रतिकृतियां शामिल हैं, जिनमें करवाधा, जगदलपुर वन, बस्तर में चित्रकोट और माता दंतेश्वरी मंदिर शामिल हैं।
प्रवेश शुल्क
यहाँ प्रवेश के लिए 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए प्रवेश शुल्क 2 रुपये है और 12 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए 5 रुपये है। सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक यह खुला रहता है। यह सोमवार को बंद रहता है।
महंत घासी दास स्मारक संग्रहालय (Mahant Ghasi Das Memorial Museum)

अगर आप इतिहास जानने में रुचि रखते हैं तो आप महंत घासी दास मेमोरियल संग्रहालय देखने ज़रूर जायें। यह छत्तीसगढ़ की समृद्ध विरासत की गवाक्ष है। यह भारत के 10 प्राचीन और प्रमुख संग्रहालयों में से एक है। यहाँ प्राचीन, दुर्लभ सिक्कों, मूर्तियों, शिलालेखों और बस्तर की जनजातियों द्वारा उपयोग की जाने वाली वस्तुओं का प्रदर्शन किया गया है।
प्रवेश शुल्क
यहाँ प्रवेश के लिए 5 रुपए का टिकट लेना होता है। सार्वजनिक छुट्टियों को छोड़कर यह संग्रहालय प्रतिदिन सुबह 10 से शाम 5 बजे तक खुला रहता है।
दूधाधारी मंदिर (Dudhadhari Temple)

दूधाधारी मंदिर, रायपुर का सबसे पुराना मंदिर है। यह प्राचीन मंदिर कला प्रेमियों के लिए एक अद्भुत स्थल है। 17 वीं शताब्दी में निर्मित इस मंदिर में वैष्णव धर्म से संबंधित रामायण काल की मूल मूर्तियां हैं। यहाँ रामायण काल की दुर्लभ कलाकृतियां देखने को मिलती हैं। कालचुर राजा जैत सिंह (1603-1614 एडी) द्वारा निर्मित मंदिर की बाहरी दीवारों को भगवान राम से संबंधित मूर्तियों से सजाया गया है।
प्रवेश शुल्क
यहाँ प्रवेश निःशुल्क है। यह मंदिर दर्शन के लिए सुबह 10 बजे से रात्रि 9 बजे तक खुला रहता है।
कंकाली तालाब (Kankali Talaab)

माना जाता है कि कंकाली तालाब का निर्माण नागा साधुओं द्वारा 650 साल पहले करवाया गया था। बाद में तालाब के बीच में छोटा सा मंदिर बनवाकर शिवलिंग की स्थापना की। अचानक एक दिन धरती से पानी की धारा फूट पड़ी और तालाब लबालब भर गया। सदियों से आज तक मंदिर तालाब के बीच डूबा है, जिसके चलते दर्शनार्थी शिवलिंग के दर्शन नहीं कर पाते। इस तालाब की खुदाई में कंकाल मिले थे, इसलिए इसका नाम कंकाली तालाब पड़ा। संतों के ‘समाधि’ भी यहां देख सकते हैं। ऐसी मान्यता है कि इसमें डुबकी लगाने से त्वचा संबंधी रोग दूर हो जाते हैं।
प्रवेश शुल्क
यहाँ प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं है।
एनर्जी पार्क (Energy Park)

अगर आपके साथ रायपुर यात्रा में बच्चे भी हैं तो आप उन्हें यह पार्क दिखाने ज़रूर लेकर जायें। यह अपने तरह का अनोखा पार्क है। इसमें एक बहुत ही खूबसूरत झील और फब्बारे हैं। अगर आप शाम के समय पार्क जाते हैं तो सुदंर लाइटिंग के कारण पार्क की खूबसूरती और भी बढ़ जाती है। यहाँ बच्चों के लिए झूले, वाटरबोट और एडवेंचरस गेम्स भी हैं।पार्क में मिनी आडोटोरियम भी बना हुआ है जिसमें रोलर कोस्टर के साथ अंतरिक्ष की सैर कराई जाती है। यहाँ बच्चों के लिए टॉय ट्रेन भी है।
प्रवेश शुल्क
पार्क के अंदर जाने के लिए छोेटे बच्चे का शुल्क 10 रुपये और बड़ो के लिए 20 रुपये है। उसके बाद अंदर बोेटिंग, भोजन के लिए अलग शुल्क है। पार्क सुबह 10 बजे से शाम के 7 बजे तक खुला रहता है।
नया रायपुर सेंट्रल पार्क (New Raipur Central Park)

नये रायपुर में बनाया गया यह पार्क एक विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है। यह बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है। यह पार्क 15 एकड़ में फैला हुआ है, जो हरे-भरे पेड़ों, सुंदर लॉन और रंग-बिरंगे फूलों की क्यारियों से भरा हुआ है। बच्चों के लिए खेल का मैदान, मल्टीप्लेक्स, जॉगिंग पार्क जैसी सुविधाएं हैं।
प्रवेश शुल्क
यहाँ प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं देना होता है। यह पार्क सुबह 5.30 से रात 11 बजे तक खुला रहता है।
एमएम फन सिटी (MM Fun City)

अगर आप अपनी यात्रा को आंदमय और यादगार बनाना चाहते हैं तो एमएम फन सिटी की यात्रा ज़रूर करें। चहल-पहल से दूर शहर के बाहरी इलाके में छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा वाटर पार्क है। यहाँ वाटर स्लाइड, फ़ैमिली पूल और बढ़िया रेस्टोरेंट है।
प्रवेश शुल्क
परिवारों के लिए प्रवेश की लागत 400 रुपए प्रति व्यक्ति है। वीकेंड में यह 450 रुपए है। सप्ताह के दिनों में सुबह 10:30 से शाम 7 बजे तक और शनिवार और रविवार को सुबह 10:30 बजे से शाम 8 बजे तक खुला रहता है।
बंजारा माता मंदिर (Banjara Mata Mandir)

बंजारी माता को समर्पित इस मंदिर में दर्शन के लिए देशभर से भक्त यहाँ आते हैं। रायपुर के बंजारी माता मंदिर का इतिहास 500 साल पुराना है। माना जाता है कि 500 साल पहले रायपुर के भनपुरी क्षेत्र की बंजर जमीन से बंजारी माता प्रकट हुई थीं. जब बंजारी माता प्रकट हुईं तो उनका स्वरूप एक सुपारी जितना छोटा था। बंजारा समुदाय के लोगों ने बंजर जमीन पर माता का स्वरूप देख वहां एक छोटे मंदिर की स्थापना की. धीरे-घीरे माता के स्वरूप का विस्तार हुआ और माता का मंदिर भव्य बनाया गया।
शुल्क
यहां प्रवेश निःशुल्क है। यहां आप सुबह 6 बजे- शाम 7:30 बजे तक कभी भी जा सकते हैं।
केवल्य धाम जैन मंदिर (Kevaly Dham Jain Temple)

यह जैन मंदिरों का घर है और रायपुर के पास स्थित प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। यह इमारत पूरी तरह से संगमरमर से बनी हुई है। मंदिर में बच्चों के खेलने के लिये खुली जगह और शांत उद्यान हैं।
प्रवेश शुल्क
यहाँ प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं है। यहाँ आप सुबह 7 बजे से रात 8 बजे तक कभी भी जा सकते हैं।
डीकेएनएस मेमोरियल भूवैज्ञानिक संग्रहालय (DKNS Memorial Geological Museum)

यह संग्रहालय मध्य भारत का पहला निजी भूवैज्ञानिक संग्रहालय है। यहाँ भूविज्ञान और खनन के बारे में जानकारी के साथ ही विभिन्न प्रकार की मिट्टी, जीवाश्मों, खनिजों के साथ-साथ उनके परमाणु खनिजों और रेडियोधर्मी गुणों की जानकारी दी जाती है।
प्रवेश शुल्क
यहाँ प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं है। यह सुबह 10 बजे से शाम के 6:30 बजे तक खुला रहता है।
राजीव गांधी स्मृति वन (Rajiv Gandhi Smriti Van)

पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गांधी जी की स्मृति में निर्मित 14 एकड़ से अधिक के विशाल क्षेत्र में विकसित यह पार्क बहुत ही खूबसूरत लगता है। रायपुर विजिट के दौरान यह पार्क जाना नहीं भूलें।
प्रवेश शुल्क
यहां प्रवेश निःशुल्क है। यह पार्क सुबह 8 बजे से शाम 6:30 बजे तक खुला रहता है।
श्री राम मंदिर (Shri Ram Temple)

वीआईपी रोड पर स्थित यह मंदिर शहर के सबसे प्रसिद्ध स्थलों में से एक है। यह भोजन की दुकानों में उपलब्ध स्वादिष्ट भोजन के लिए भी जाना जाता है। मंदिर की दीवारों पर विस्तृत और जटिल काम इस मंदिर की सुंदरता को और बढ़ाता है।
प्रवेश शुल्क
यहाँ प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं है।
मरीन ड्राइव (Marine Drive)

मुंबई के मरीन ड्राइव की तर्ज़ पर रायपुर में भी मरीन ड्राइव विकसित किया गया है। रात के समय यहाँ का नजारा बहुत खूबसूरत लगता है। दरअसल तेलीबांधा झील का सौंदर्यीकरण एवं विकास कर इसे मरीन ड्राइव का रूप दिया गया है। यहाँ कई फ़ूड जॉइंट्स, जॉगिंग ट्रैक और साइकिल ट्रैक हैं।
प्रवेश शुल्क
यहाँ प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं है। सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक खुला रहता है।
रायपुर घूमने का सही समय – Best time to visit Raipur
रायपुर की यात्रा का सबसे अच्छा समय सर्दियों के दौरान है, इस समय मौसम सुखद, ठंडा और दर्शनीय स्थलों की यात्रा के लिए सबसे अनुकूल रहता है। यहां गर्मी बहुत पड़ती है इसलिए अप्रैल से सितंबर तक यहां जाने से बचें।
रायपुर कैसे पहुँचे?
हवाई जहाज से– रायपुर का निकटतम हवाई अड्डा स्वामी विवेकानन्द अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है और यह शहर के मुख्य भाग से 15.5 किमी की दूरी पर स्थित है। यहां से लगभग सभी बड़े शहरों के लिए फ्लाइट उपलब्ध हैं।
ट्रेन से – शहर का निकटतम रेलवे स्टेशन रायपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन है। यह स्टेशन रायपुर शहर के केंद्र से 1.4 किमी की दूरी पर स्थित है । यह अन्य राज्यों के शहरों के साथ-साथ छतीसगढ़ के शहरों से भी व्यापक रूप से जुड़ा हुआ है ।
सड़क मार्ग से– रायपुर अन्य शहरों के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों के अन्य शहरों से सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। यहां सड़कें अच्छी तरह से बनी हुई हैं और व्यापक रूप से जुड़ी हुई हैं। अपनी गाड़ी या टैक्सी के अलावा आप सीएसआरटीसी द्वारा संचालित बस भी ले सकते हैं।
रायपुर में ठहरने के लिए टॉप होटल
हयात रायपुर
मैग्नेटो मॉल, एन एच 6, जीवन विहार
कोर्टयार्ड रायपुर
एन एच 6, लाभांडी, इंदिरा गांधी एग्रीकल्चर विश्वविद्यालय के सामने
सायाजी रायपुर
जी ई रोड, मैग्नेटो मॉल, एन एच 6, जीवन विहार
FAQ | रायपुर में पर्यटन स्थलों के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले
रायपुर घूमने के लिए आपको कम से कम दो से तीन दिन का समय चाहिए।
अच्छे से रायपुर घूमने के लिए आपको 20 से 25 हज़ार रुपए की ज़रूरत है।
रायपुर घूमने के लिए सर्दियों का मौसम सबसे अच्छा है। आप यहां अक्तूबर से मार्च तक किसी भी समय जा सकते हैं।
यहां मिडल रेंज के बहुत से होटल हैं, जिनका आप अपने बजट के अनुसार चयन कर सकते हैं। इसके अलावा यहां कुछ हाई रेंज होटल भी हैं।
रात के समय आप स्वामी विवेकानंद सरोवर जा सकते हैं। यहां स्वामी विवेकानन्द की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमाओं में से एक है, इसे रात में देखना चाहिए। इसके अलावा एम जी मार्ग चौपटी और मरीन ड्राइव भी जा सकते हैं। यहां रात के 1 बजे तक आपको मनपसंद खाना मिल जाएगा।
हम रात में रायपुर में स्ट्रीट फ़ूड का आनंद ले सकते हैं। इसके अलावा कुछ मंदिरों में भी दर्शन के लिए जा सकते हैं।
