गौ माता से जुड़े ऐसे अचूक उपाय दिलाते हैं जीवन की हर समस्या से छुटकारा, आप भी जानें: Gau Mata Upay
Gau Mata Upay

Gau Mata Upay: हिंदू धर्म में गाय को गौ माता कहा जाता है। पौराणिक काल से ही माना जाता है कि गाय के शरीर में 33 कोटि के देवी देवता निवास करते हैं। इसलिए गाय को देवताओं के समान ही पूजनीय माना जाता है। शास्त्रों की अनुसार, सनातन धर्म के हर व्यक्ति को गाय की सेवा करनी चाहिए और गाय की रक्षा करनी चाहिए। मान्यता है कि गाय की सेवा करने और उसे स्नेह करने से देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। शास्त्रों में बताया गया है कि गाय को चारा खिलाने और उसके अन्य कार्य करने से व्यक्ति को जीवन की कई परेशानियों से मुक्ति मिलती है। गाय की सेवा और उससे जुड़े उपाय अपनाने से व्यक्ति को अपने पापों और दोषों से भी मुक्ति मिलती है। आइए जानते हैं जीवन में तरक्की और आर्थिक उन्नति के लिए गौमाता से जुड़े कौनसे विशेष उपाय करने से लाभ प्राप्त होता है।

गौमाता से जुड़े विशेष उपाय

Gau Mata
Gau Mata Important Upay

पंडित इंद्रमणि घनस्याल बताते हैं कि शास्त्रों में गाय के घी को “आयुर्वै घृतम” भी कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार, गाय के घी का सेवन करने से व्यक्ति दीर्घायु और स्वस्थ बनता है। यदि किसी व्यक्ति के हाथ में जीवन रेखा टूटी हुई हो तो उसे रोज गौ माता की पूजा करनी चाहिए और गौ माता के मस्तिष्क पर तिलक लगाकर आशीर्वाद लेना चाहिए। ऐसे व्यक्ति को अपने रोज के काम और पूजा अर्चना में सिर्फ गाय के घी का ही उपयोग करना चाहिए। जिन लोगों के घर में वास्तुदोषों के कारण नकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है उन्हें अपने घर में गाय पालनी चाहिए, ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश बढ़ेगा। पितृदोष से छुटकारा पाने के लिए अमावस्या के दिन गाय को गुड़, हरा चारा, रोटी आदि खिलानी चाहिए। इस उपाय गृह क्लेश खत्म होता है। घर के प्रत्येक मांगलिक कार्य को गौधुली बेला के शुभ मुहूर्त पर शुरू करना चाहिए इससे घर में सुख शांति और समृद्धि बनी रहती है।

जब भी रोटियां बनाएं तो पहली रोटी गाय की अवश्य निकाले। ऐसा करने से परिवार के सदस्यों को अच्छी सेहत का वरदान प्राप्त होता होता है और धन धान्य में वृद्धि होती है। पुराणों के अनुसार, देशी गाय की पीठ के कुबड़ को शिवलिंग का रूप और बृहस्पति ग्रह का कारक माना जाता है, इसलिए यदि किसी जातक की कुंडली में बृहस्पति कमजोर हो तो उसे गाय के कुबड़ को हाथों से सहलाना चाहिए, और गाय को रोटी के साथ गुड़ और चने की दाल खिलानी चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति मजबूत होता है। जिस व्यक्ति की कुंडली में दोष हो तो उसे रोज गाय की पूजा करनी चाहिए। गौमाता की आंखों में सूर्य और चंद्र देव का निवास होता है इसलिए रोज सुबह उठकर गौ माता की आंखों का दर्शन करने से व्यक्ति की कुंडली में सूर्य और चंद्रमा मजबूत होते हैं और आर्थिक लाभ प्राप्त होता है। शुक्र की दशा से बचने के लिए प्रतिदिन सफेद रंग की गाय को रोटी खिलानी चाहिए।

गौमाता की पूजा करने का महत्व

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Gau Mata Puja Importance

मान्यता है कि जो व्यक्ति रोज गौ माता के खुरों की मिट्टी को अपने मस्तिष्क पर तिलक के समान धारण करता है उसे तीर्थयात्रा के समान पुण्य प्राप्त होता है। यदि यात्रा करते समय व्यक्ति को रास्ते में कोई गाय दिखाई दे तो उसे अपने दाएं ओर से जाने देना चाहिए, इससे यात्रा सफल होती है। शुभ कार्य करते समय बछड़े को दूध पिलाती हुई गाय दिख जाए तो कार्य में सिद्धि प्राप्त होती है।

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