Talcum Powder Effects: गर्मियां प्रचंड होती जा रही हैं और ऐसे में अब लगभग हर घर में टैल्कम पाउडर का इस्तेमाल होना शुरू हो गया है। लोगों का मानना है कि टैल्कम पाउडर न सिर्फ खुशबू देता है, बल्कि पसीने को भी रोकता है। लेकिन अगर आप गर्मियों में रोजाना टैल्कम पाउडर का इस्तेमाल करते हैं, तो सावधान हो जाएं। आपको ये आदत भारी पड़ सकती है। इसके कई तरह के नुकसान होते हैं। यहां हम टैल्कम पाउडर के इस्तेमाल से होने वाले नुकसान की चर्चा करेंगे।
आपकी त्वचा हो सकती है शुष्क

गर्मियों में आपकी जीवन शैली बदल जाती है, हल्के कपड़े सहित खाना-पीना तक बदल जाता है। पसीना परेशान करता है तो टैल्कम पाउडर आपको पसीने से राहत देता है। लोग खुद को तरोताजा रखने के लिए टैल्कम पाउडर का इस्तेमाल करते हैं। यदि आप लगातार टैल्कम पाउडर इस्तेमाल कर रहे हैं तो इसके नुकसान के बारे में जानना भी जरूरी है। इसका लगातार इस्तेमाल आपको परेशानी में डाल सकता है। टैल्कम पाउडर पुरुषों से अधिक महिलाएं इस्तेमाल करती हैं। खासकर वे महिलाएं जिनकी स्किन ऑयली होती है। वे अपने चेहरे पर टैल्कम पाउडर लगाती हैं जिससे चिपचिपाहट और चिकनाहट कम हो सके। लेकिन टैल्कम पाउडर आपकी स्किन को रूखी बना देता है। तैलीय समस्या दूर करने के लिए आप नई समस्या को घर बुला लेते हैं। नई समस्या है स्किन का रूखापन। टैल्कम पाउडर स्किन के रूखेपन का एक बड़ा कारण है। यही नहीं आपकी स्किन में रेडनेस भी आ सकती है।
हो सकता है स्किन इंफेक्शन

आप जानते ही हैं कि गर्मियों में अंडर आर्म्स में अधिक पसीने आते हैं। आमतौर पर ये पसीने से भीगे ही रहते हैं। ऐसे में अधिकतर लोग अंडर आर्म्स से आने वाली पसीने की बदबू को रोकने के लिए टैल्कम पाउडर लगाते हैं। इससे खुशबू बनी रहती है और पसीने से इरीटेशन कम हो जाती है। टैल्कम पाउडर में सबसे अधिक स्टार्च होता है। ये स्टार्च पसीने को सुखाता है लेकिन आपकी त्वचा को इंफेक्शन दे सकता है। कहने का मतलब है कि टैल्कम पाउडर स्किन इंफेक्शन के खतरे को काफी हद तक बढ़ा देता है।
त्वचा के पोर्स कर देता है बंद

हमारे शरीर पर रोम छिद्र होते हैं जो टैल्कम पाउडर के इस्तेमाल से बंद हो जाते हैं। पाउडर इतना बारीक या महीन होता है कि आपके रोम छिद्रों को आसानी से बंद कर सकता है। ये पाउडर आपके भीतर से पसीने को बाहर नहीं आने देता और इससे त्वचा रोग की आशंका काफी बढ़ जाती है। रोम छिद्र खुले होते हैं तो पसीना आसानी से बाहर निकलता है। पसीना आना भी जरूरी है इससे कई तरह के त्वचा रोगों बचा जा सकता है।
सांस से संबंधित परेशानी भी

खासकर अस्थमा के रोगियों को टैल्कम पाउडर सांस संबंधी परेशानी दे सकता है। पाउडर महीन होने के कारण सांस में चला जाता है और शरीर में प्रवेश कर लेता है। इससे सांस लेने में परेशानी हो जाती है और आपको घबराहट महसूस होने लग जाती है। यदि सांसों में अधिक मात्रा में पाउडर चला जाए तो फेफड़े में सूजन तक की शिकायत हो सकती है।
कैंसर का खतरा!

टैल्कम पाउडर से कैंसर का कितना खतरा हो सकती है, इसे लेकर फिलहाल अध्ययन चल रहे हैं। हालांकि पिछले दिनों एक मशहूर ब्रांड के टैल्कम पाउडर को इसलिए बैन कर दिया गया, क्योंकि उसमें कैंसर पैदा करने वाले एजेंट पाए गए थे। इस ब्रांड के बेबी पाउडर में एस्बेस्टस जैसा तत्व मिला, जिससे कैंसर हो सकता है। जिसके बाद यूरोपीय संघ ने इस प्रोडक्ट को बैन कर दिया।
