मेपल के पेड़ प्रमुख रूप से उत्तरी अमरीका और कनाडा की देन हैं। यहां तक कि जब यूरोप के निवासी उत्तरी अमरीका में आकर बसे, तब वहां के लोकल अमरीकन मेपल के पेड़ों की छाल से मेपल का रस निकाला करते थे। जबकि आज कनाडा का शुद्ध मेपल सिरप करीब 50 देशों को एक्सपोर्ट किया जाता है, जिनमें भारत भी शामिल है। भारत के अनेक फूड स्टोर्स, सुपरमार्केट और ऑनलाइन आउटलेट्स से शुद्ध मेपल सिरप खरीदा जा सकता है। मेपल प्रोडक्ट्स को ज्यादातर सभी जानेमाने शेफ एक फ्लेवर वाली सामग्री के रूप से काफी पसंद करते हैं। इसके अलावा इसे पूरे विश्व में शुद्ध, प्राकृतिक, स्वादिष्ट और अनेक स्वास्थ्य संबंधी फायदों के लिए जाना जाता है।
क्यूबेक कनाडा के करीब 90 फीसदी और पूरे विश्व के करीब 71 फीसदी मैपल सिरप के उत्पादन के लिए जिम्मेदार है। कुल मिलाकर ओन्टोरियो, न्यू ब्रंस्विक और नोवा स्कोटिया में कनाडा के 10 फीसदी मेपल सिरप का उत्पादन होता है। कनाडा में मेपल के कुल 8.600 बिजनेस हैं, जिनमें 7300 तो क्यूबेक में ही हैं। मेपल सिरप को प्रमुख रूप से चार खास बातों के आधार पर बांटा जाता है- कलर, क्लेरिटी, डेंसिटी और इंटेंसिटी और मेपल प्रोडक्ट्स में मेपल सिरप, मेपल टैफी, मेपल शुगर, मेपल फ्लेक्स, मेपल बटर, हार्ड मेपल शुगर, मेपल स्पिरिट्स, मेपल वॉटर शामिल हैं।

मेपल सिरप के ग्रेड्स
- गोल्डन- डेलीकेट टेस्ट यह सिरप सीजन के शुरूआत में ही हार्वेस्ट किये गए मेपल सैप से बनाया जाता है। इसे इसके हल्के गोल्डन रंग और मीठे, डेलीकेट फ्लेवर से पहचाना जा सकता है और इसका प्रयोग आमतौर पर योगर्ट और आइसक्रीम की टॉपिंग्स के लिए किया जाता है।
- अंबर- रिच टेस्ट – इस सिरप का शुद्ध, रिच टेस्ट और जादुई अम्बर रंग होता है। यह विनेग्रेटे जैसी डिशेज और डेजट्र्स के लिए विशेष रूप से आइडियल होता है।
- डार्क- रोबस्ट टेस्ट यह सिरप अपने गाढ़े, कैरेमेलाइज्ड फ्लेवर से जाना जाता है और इसे कुकिंग, बेकिंग और सॉस में इस्तेमाल किया जाता है। खासतौर पर यह फ्रूटी डिशेज के स्वाद को काफी बढ़ा देता है।
- वेरी डार्क- स्ट्रॉन्ग टेस्ट-यह सिरप सीजन के अंत में हार्वेस्टेड मेपल सैप से बनाया जाता है। इसका फ्लेवर बाकी सभी सिरप से ज्यादा तेज होता है, इसीलिए इसे रिच और बिलकुल अलग माना जाता है। इसका रंग और खुशबू इतना तेज होता है कि इसे सॉसेज और ग्लेजेज़ में पूर्णता के लिए इसे इस्तेमाल किया जाता है।

मेपल के स्वास्थ्य संबंधित गुण
अमरीका के ट्राइबल्स ने पेड़-पौधों के मेडिसिनल फायदों पर एक रिपोर्ताज तैयार किया था, जिसमें मेपल पेड़ का जिक्र खासतौर पर शामिल था। इसमें बताया गया था कि मेपल की छाल और इसका सैप यानी रस को खांसी और खाना बनाने से हुई आंखों की जलन के इलाज में इस्तेमाल किया जाता था। मेपल के रस से बने टॉनिक का इस्तेमाल स्वास्थ्य और ताकत के लिए किया जाता था और रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं में मांसपेशियों की ताकत बनाए रखने के लिए भी इसका प्रयोग होता था। स्पष्ट है कि उस वक्त कनाडा के लोगों ने यह महसूस कर लिया था कि मैपल का रस स्वास्थ्य के लिए बेहतरीन पोषक तत्वों से भरा हुआ है, जबकि हम आज इस जादुई खाद्य के गुणों को महसूस कर रहे हैं। अनेक अध्ययनों में भी मेपल सिरप के फायदों की बात सामने आई है, जैसे मेपल सिरप स्वास्थ्य के लिए अनेक तरह से लाभकारी है। यह इनफ्लेमेशन यानी सूजन से रक्षा करता है और इंसुलिन के लिए भी प्रतिरोधक है। इसके अलावा यह लिवर और पेट को हैल्दी बनाए रखता है। मेपल सिरप पॉलीफीनॉल (एंटीऑक्सीडेंट), अमीनो एसिड्स, विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर है।

ब्लड शुगर को सामान्य रखे
मेपल सिरप में एब्सिसिक एसिड फैमिली के फाइटो हॉरमोन की मात्रा होती है जो डायबिटीज और मेटाबॉलिज्म को मैनेज करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस पर चल रहे अध्ययनों के मुताबिक साथ फाइटो हॉरमोन मेपल सिरप शुगर को मेटाबोलाइज करने में शरीर की मदद करता है। एक अन्य ताजा अध्ययन दर्शाता है कि मेपल सिरप में पाई जाने वाली पॉलीफीनोल्स की मात्रा शहद और कॉर्न सिरप से करीब पांच गुना ज्यादा होती है और पॉलीफीनोल्स को रोजाना अपने आहार में लेने से व्यक्ति की मेटाबॉलिक हैल्थ पर काफी सकारात्मक असर पड़ता है। इन अध्ययनों से पता लगता है कि यदि मेपल सिरप का सेवन यदि उचित मात्रा में किया जाए तो मेपल सिरप ब्लड शुगर स्तर को सामान्य बनाए रखने और इंसुलिन प्रतिरोधक के रूप में सफेद चीनी से अधिक मददगार साबित हो सकता है।
लिवर सुरक्षात्मक असर
चूहों पर किये गए अध्ययन बताते हैं कि बायोकेमिकल पैरामीटर्स के अनुसार मेपल सिरप का फायदा लिवर पर भी होता है। यह खासतौर पर एक अच्छी खबर है क्योंकि भारत में आजकल लिवर से संबंधित बीमारियां बढ़ रही हैं और यहां तक कि एपिडेमिक स्तर तक पहुंच रही हैं।देखा जा सकता है कि कैसे कनाडा का मेपल सिरप स्वादिष्ट होने के साथ-साथ हमारे आहार का महत्वपूर्ण हिस्सा बनता जा रहा है।
एंटीइन्फ्लेमेटरी
मेपल सिरप में फीनोल्स और दूसरे ऐसे अनेक कंपाउंड्स का मिश्रण मौजूद है जो इनफ्लेमेशन यानी सूजन को रोकते है, जिसका शरीर पर काफी नुकसानदेह असर होता है।

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