Chandrika Tandon: भारतीय मूल की संगीतकार चंद्रिका टंडन ने 67वें ग्रैमी अवॉर्ड्स में अपने ‘त्रिवेणी’ एल्बम के लिए ग्रैमी पुरस्कार जीतकर इतिहास रच दिया है। टंडन ने यह प्रतिष्ठित पुरस्कार अपने सहयोगियों दक्षिण अफ्रीकी बांसुरी वादक वाउटर केलरमैन और जापानी वायलिन वादक इरु मात्सुमोतो के साथ जीता। समारोह का आयोजन 2 फ़रवरी 2025 को लॉस एंजिल्स के क्रिप्टो.कॉम एरिना में किया गया था। चलिए जानते हैं इनके बारे में सब कुछ।
कौन हैं चंद्रिका टंडन?

भारतीय-अमेरिकी बिज़नेस लीडर चंद्रिका कृष्णमूर्ति टंडन पेप्सिको की पूर्व सीईओ इंद्रा नूयी की बड़ी बहन हैं। वो म्यूजिशियन होने के साथ वो कंपोजर एंटरप्रेन्योर भी रह चुकी हैं। तमिल ब्राह्मण परिवार में उनका जन्म हुआ था और उनकी मां म्यूजिशियन थीं और तो वहीं पिता बैंकर थे। बचपन से ही वो संगीत के माहौल में रही हैं। चंद्रिका की पढ़ाई मद्रास के क्रिश्चियन कॉलेज से हुई। आईआईएम अहमदाबाद से बिजनेस में ग्रेजुएशन करने के बाद 24 साल की उम्र में उन्हें न्यूयॉर्क की मैकिन्से एंड कंपनी में जॉब मिली। वो इस कंपनी में पार्टनर बनने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी हैं। उन्होंने न्यूयॉर्क में टंडन कैपिटल एसोसिएट्स फर्म भी शुरू की।
क्या है त्रिवेणी एल्बम?

चंद्रिका ने एल्बम त्रिवेणी के लिए बेस्ट न्यू एज, एम्बिएंट या चैंट एल्बम श्रेणी में ग्रैमी पुरस्कार जीता है। इन नदियों के संगम के नाम पर बने त्रिवेणी एल्बम में एल्बम में प्राचीन मंत्रों को वर्ल्ड म्यूजिक के साथ मिलाया गया है। सात ट्रैक वाले इस एल्बम का उद्देश्य एक ध्यानपूर्ण मैडिटेशन यात्रा करना है जिसे टंडन ने ‘आंतरिक उपचार’ कहा है। उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर इस एल्बम में सदियों पुराने वैदिक मंत्रों को प्रस्तुत किया है। त्रिवेणी उनका छटा एल्बम है।
पहले भी नॉमिनेट हो चुकी थीं चंद्रिका टंडन
चंद्रिका ने संगीत की शिक्षा शास्त्रीय गायिका शुभ्रा गुहा और गायक गिरीश वज़लवार से ली है। वे हिंदुस्तानी, कर्नाटक और वेस्टर्न म्यूजिक में ट्रेनिंग ले चुकी हैं। चंद्रिका के लिए यह पहला मौक़ा नहीं है जब वो ग्रैमी अवॉर्ड्स तक पहुंची हों। इसके पहले भी 2011 में एल्बम ‘सोल कॉल’ के लिए उन्हें बेस्ट कंटेंपरेरी वर्ल्ड म्यूजिक एल्बम कैटिगरी में नॉमिनेशन मिल चुका है। यह उनका पहला स्टूडियो एल्बम था।
ये भी हुए थे नॉमिनेट
बेस्ट न्यू एज, एंबियंट या चैंट एल्बम श्रेणी में रिकी केज द्वारा लिखित ब्रेक ऑफ डॉन, रयुची सकामोटो द्वारा लिखित ओपस, अनुष्का शंकर द्वारा लिखित हाउ डार्क इट इज़ बिफोर डॉन और राधिका वेकारिया द्वारा वॉरियर्स ऑफ लाइट भी शामिल थे।
पीएम मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंद्रिका टंडन को ग्रैमी अवॉर्ड जीतने पर बधाई दी है। भारतीय संस्कृति को लोकप्रिय बनाने के लिए चंद्रिका के काम की उन्होंने सराहना की। उन्होंने कहा, “त्रिवेणी एल्बम के लिए ग्रैमी पुरस्कार जीतने पर चंद्रिका टंडन को बधाई। हम एक उद्यमी, परोपकारी और निस्संदेह संगीत के रूप में उनकी उपलब्धियों पर गर्व करते हैं! वह कई लोगों के लिए प्रेरणा हैं। मुझे 2023 में न्यूयॉर्क में उनसे हुई मुलाकात अच्छी तरह याद है।” चंद्रिका टंडन ने भी पीएम को बधाई देने पर आभार जताया।
फ़ैंस को दिया धन्यवाद
अवार्ड जीतने के बाद चंद्रिका ने फैंस को धन्यवाद देते हुए कहा “इस अवार्ड को जीतना हमारे लिए काफी स्पेशल है। संगीत प्रेम है, संगीत हम सभी के भीतर प्रकाश को प्रज्वलित करता है और यह बुरे दिनों में भी खुशी और हँसी फैलाता है। जीतकर अच्छा फील हो रहा है।“
