मनुका शहद
त्वचा से जुड़े कोई भी इन्फ़ेक्शन्स में राहत पहुंचाने के लिए शहद का इस्तेमाल प्रभावकारी होता है। मनुका शहद बात की जाए तो मनुका शहद में सबसे अधिक ऐंटीबैक्टीरिअल गुण होते हैं। साथ ही शहद का पीएच स्तर भी कम होता है। मनुका शहद को मुहांसों पर लगाएं और 15 मिनट तक लगा रहने दें। उसके बाद फिर चेहरा धो लें। कुछ दिनों तक इसका लगातार इस्तेमल करती रहें।
टी ट्री ऑइल
यह ऑयल लाल मुहांसों के लिए प्रभावकारी इलाज होता है। इसमें ऐसे गुण मौजूद होते हैं, जिससे सूजे हुए मुहांसे, ब्लैकहेड्स और वाइटहेड्स कम होते हैं। यदि आप जो टी ट्री ऑयल इस्तेमाल कर रहे हैं उसमें कॉन्सन्ट्रेशन लेवल 15% से ज़्यादा है तो इसमें पानी के साथ मिला कर हल्का कर लें और फिर मुहांसों पर लगाएं। इसे दिन में दो बार लगाएं जब तक कि मुहांसे पूरी तरह ग़ायब न हो जाएं।
ऐप्पल साइडर विनेगर
ऐप्पल साइडर विनेगर आपके शरीर को डीटॉक्सिफ़ाइ करता तो है ही और साथ ही यह चेहरे के बैक्टीरिया को नष्ट कर के बेदाग़ त्वचा देता है। इसे टोनर की तरह इस्तेमाल कर अपनी त्वचा का पीएच स्तर संतुलित कर सकती हैं। एक कॉटन बॉल को ऐप्पल साइडर विनेगर में डुबोएं और इसे सीधे ही मुहांसों पर लगा लें। इसे लगाते समय ध्यान रहे इसे खुले घावों पर बिल्कुल न लगाएं।
ऐस्परिन
ऐस्परिन मुंहासों के सूजन को कम करता है। इसमें सैलिसिलिक ऐसिड की अधिक मात्रा होती है, जो मुहांसों को ठीक करने में मदद करता है। इसके इस्तेमाल के लिए एक ऐस्परिन को पीसें, इसमें कुछ बूंद पानी मिला कर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को मुहांसों पर लगाएं। लगभग पांच से दस मिनट तक लगा रहने दें और फिर चेहरा धो लें।
ये भी पढ़ें
FaceSerum: आखिर क्यों चेहरे पर सीरम लगाना जरूरी है
DIY: झुर्रियों और गलोइंग स्किन के लिए बनाएं होममेड नाइट क्रीम
इस रेमेडी से झाई, झुर्रियाँ और चेहरे के फेट को करें कम
आप हमें फेसबुक, ट्विटर, गूगल प्लस और यू ट्यूब चैनल पर भी फॉलो कर सकती हैं।
