Laddu Gopal Shringar Tips: जन्माष्टमी के अवसर पर लड्डू गोपाल का भव्य श्रृंगार किया जाता है। जो भक्त लड्डू गोपाल जी को अपने घर में रखते हैं और उनके सेवा करते हैं। उनके लिए जन्माष्टमी का त्योहार बेहद खास होता है। लड्डू गोपाल घर में एक बच्चे के समान होते हैं, जिनकी वैसे ही सेवा की जाती है, जैसे एक छोटे बच्चों की। जो लोग लड्डू गोपाल की सेवा करते हैं। जीवन में उनके सभी दुख दूर होने लगते हैं। जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपाल को सजाकर उन्हें झूले पर बैठाकर पूजा अर्चना की जाती है और बर्थडे केक भी काटा जाता है। लड्डू गोपाल का श्रृंगार करने के लिए हम आपको बताने जा रहे हैं। कुछ तरीके, जिन्हें अपनाकर आप लड्डू गोपाल को बहुत ही सुंदर से सजा सकते हैं।
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स्वच्छता और शुद्धी

लड्डू गोपाल का श्रृंगार करने के लिए सबसे पहले लड्डू गोपाल जी की मूर्ति को शुद्ध जल से स्नान कराएं। जल में आप तुलसी का पत्ता डालें लेकिन दूध नहीं डालें। दर्शन करके पंचामृत से स्नान कराएं। फिर स्वच्छ जल से धोकर पवित्र करें। साथ ही पूजा स्थल को भी साफ करें। लड्डू गोपाल जी के स्नान के बाद उन्हें साफ कपड़े से पोंछकर उनकी श्रृंगार की तैयारी करें।
लड्डू गोपाल का वस्त्र श्रृंगार
लड्डू गोपाल के शरीर पर इत्र लगाएं। फिर उन्हें स्वच्छ और नए वस्त्र पहनाएं। जन्माष्टमी के दिन आप उन्हें केसरिया, पीला या लाल कपड़े पहनाएं। यह रंग बहुत शुभ माने जाते हैं। लड्डू गोपाल को सुंदर कुर्ता और रेशमी धोती भी पहना सकते हैं। संभव हो तो जरी या रेशमी वस्त्र पहनाएं।
मुकुट और गहनों का श्रृंगार करें

वस्त्र पहनाने के बाद लड्डू गोपाल के सिर पर मुकुट पहनाएं, जिसमें रत्न और मोती जड़ी हो। लड्डू गोपाल को मुकुट पहनाने से उनके दिव्यता बढ़ती है। मुकुट के ऊपर एक मोर पंख जरूर लगाएं। कानों में कुंडल पहनाएं। गले में रत्न या मोतियों का हार पहनाना है और हाथों में बाजूबंद पहनाना है। आप उनको कमरबंद या पैरों में पायल पहनाकर उन्हें सजा सकते हैं।
होली और चंदन का तिलक
लड्डू गोपाल के माथे पर केसर होली या चंदन का तिलक लगाएं। भगवान के माथे पर तिलक उनकी कृपा और आशीर्वाद का प्रतीक माना जाता है। चंदन और केसर का मिश्रण बनाकर उनके शरीर पर हल्का लेप करें। इससे उनकी छवि और आकर्षक बनती है।
ताजे फूलों की माला बनाकर लड्डू गोपाल के गले में और मुकुट पर पहनाएं। मोगरा, गेंदे का फूल और गुलाब का फूल विशेष रूप से जन्माष्टमी के दिन लड्डू गोपाल के लिए शुभ माना जाता है। उसके बाद उन्हें एक झूले पर बिठाना है और झूले को रंगीन मोती और फूलों से सजाएं।
भोग लगाकर आरती करें
भगवान के सुंदर श्रृंगार के बाद उन्हें दूध, फल, माखन ,मिश्री और ताजे प्रसाद का भोग लगाएं। फिर घी का दीपक जलाकर घंटी और शंख बजाकर श्री कृष्ण की आरती करें। आरती के समय उनके नाम का जाप करें। ईश्वर नाम का जाप करने से उनकी कृपा बनी रहती है। अंत में लड्डू गोपाल जी के सामने बैठकर उनका ध्यान करें। उनसे अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए प्रार्थना करें और परिवार के लिए सुख शांति की प्रार्थना करें। इन विधियों से आप जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल का श्रंगार कर पूजा करें।इससे जरूर ही उनकी विशेष कृपा प्राप्त होगी और जीवन में सुख शांति का वास होगा।
