बॉलीवुड 

गोविंदा

गोविंदा जी, इतने लंबे समय के बाद छोटे परदे पर वापसी की कोई खास वजह?

(हंसते हुए) देखिए, मैं बहुत चूजी हो गया था, और इतना चूजी कि लोग मुझे चूज नहीं कर रहे थे… ऐसा कुछ नहीं हैं। मुझे जब डीआईडी सुपर मॉम में आने का मौका मिला तो मैं इंकार नहीं कर पाया क्योंकि मुझे लगता है कि मॉम मेरे लिए लकी हैं। मॉम्स के बीच रहने का अनुभव कैसा रहा? सभी मांओं के साथ अनुभव बहुत ही अच्छा है। मैं इन मांओं की बेहतरीन प्रतिभा देखकर और उन्हें डांस के लिए प्रेरित करने वाले कारण जानकर मंत्रमुग्ध हूं।

फिल्मों में आजकल जो डांस होते हैं वो आपके डांस से कैसे अलग हैं?

आज के हीरो पर काफी काम किया जाता है फिर चाहे वो शारीरिक रूप से हो या मानसिक रूप से। हमारे समय में इतना नहीं था। हमें सब कुछ खुद ही करना पड़ता था।

क्या आपका एमपी बनने का सपना सही नहीं था?

(हंसते हुए) हां, दो-तीन साल बाद ऐसा ही लगने लगा था क्या आपको लगता है कि अब आप हीरो की भूमिका नहीं निभा सकते? इसके पीछे कारण हैं। मैंने बड़े-बड़े डायरेक्टर के साथ 9 फिल्में साइन की, पर सब बंद हो गई। उस समय मुझे लग रहा था कि जो काम मिल रहा है, उसको तव्वजो दो। पीछे क्या हुआ है उसको भूल जाओ। उस नजरिए से मैंने काम शुरू किया। हीरो का रोल नहीं मिला।

हीरो की कैटेगिरी में शामिल नहीं हैं?
 

यह जानने के लिए मैंने अपनी पत्नी से पूछा कि तुझे लगता है कि मैं हीरो हंू, तो मैं हीरो हंू। आखिर उसने बोल दिया कि मैं हीरो हंू।