दोस्तों, हर बार की तरह इस बार भी मैं आपको खूबसूरती की दुनिया में ले चलती हूं क्योंकि मैंने जिम्मा उठाया है आपके सौंदर्य को निखारने का और उससे जुड़ी सभी समस्याओं का समाधान करने का ताकि आप बनें हुस्न की मल्लिका। आप सोच रहे होंगे कि आखिर अचानक मुझे हुआ क्या है? ये तो कॉलम था दिल की बात आपके साथ, जिसमें मैं अपने दिल की बात आपसे शेयर करती थी, पर ये तो… अरे, दोस्तों इसमें इतना आश्चर्य करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि मैं सौंदर्य से जुड़े हर पहलू पर अपने दिल की बात आपसे कहूंगी और साथ ही आपकी खूबसूरती भी निखारूंगी। शायद अब आपको समझ में आ गया होगा।

दोस्तों, आप सभी मेरी इस बात से सहमत होंगे कि हम महिलाएं अपने को निखारने व संवारने के लिए नख से लेकर शिख तक ढेरों ब्यूटी प्रोडक्ट का इस्तेमाल करते हैं ताकि हमारी खूबसूरती में किसी तरह की कमी ना रहे। सौंदर्य के प्रति महिलाओं की जागरूकता आदिकाल से ही थी। तभी तो पुराने जमाने की रानी-महारानियां अपने सौंदर्य को विभिन्न तरह से निखारती थी। पहले जहां सौंदर्य प्रसाधन कम थे, वहीं आज इनकी बाजार में भरमार है। वो इसलिए क्योंकि आज की महिलाएं खूबसूरती के प्रति इतनी सजग हो गई हैं कि अधिक उम्र में भी सुंदरता बनाए रखना चाहती हैं, जिसके लिए वो खर्च करने में भी किसी तरह की कमी नहीं करती और बिना नुक्ताचीनी के सौंदर्य प्रसाधन खरीद लेती हैं। महिलाओं में आज जागरूकता इतनी बढ़ गई है कि वो विश्वस्तरीय ब्रांडों के उत्पाद भी परामर्श के बाद ही खरीदती हैं।

यही वजह है कि भारत में सौंदर्य प्रसाधन उत्पादों का बाजार करोड़ों में है। भारत ने तो विश्व स्तर पर भी बाजी मारनी शुरू कर दी है। इससे अंतरराष्ट्रीय एवं बहुराष्ट्रीय कंपनियों में प्रतिस्पर्धा बढ़ी है, परंतु आज भी भारत के अधिकांश उपभोक्ताओं में यही धारणा है कि स्वदेशी उत्पाद ज्यादा प्रभावशाली होते हैं। यानी ग्राहक अब देसी सौंदर्य प्रसाधनों की ज्यादा मांग करतेे हैं। तभी तो सौंदर्य बाजार को हथियाने की होड़ में स्वदेशी कंपनियां भी पीछे नहीं हैं। ये कंपनियां भी देश के महानगरों सहित बड़े और छोटे शहरों में अपने सौंदर्य उत्पाद लेकर आ गई हैं। इतना ही नहीं इनकी फ्रेंचाईज खोलकर इस उद्योग का विस्तार भी कर रही हैं। ये कंपनियां महिला सौंदर्य से जुड़े ढेर सारे प्रोडक्ट लेकर बाजार में मौजूद हैं। इसमें चेहरे की त्वचा को कांतिमय, बेदाग तेजस्वी और मुलायम बनाने के लिए कई प्राकृतिक और आयुर्वेदिक सस्ते उपचारों का वर्णन किया जाता है, ताकि महिलाएं आयुर्वेदिक प्रोडक्टस की तरफ आकर्षित हों।

आज के समय में आयुर्वेद का जाल इस कदर फैल गया है, जिससे बड़ी-बड़ी कंपनियों को नुकसान झेलना पड़ रहा है। इसकी बढ़ती जागरूकता ने सिर्फ लड़कियों में ही नहीं बल्कि उम्रदराज महिलाओं में भी आयुर्वेदिक प्रोडक्टस के प्रति गजब का आकर्षण पैदा कर दिया है। आज वो स्किन केयर और बॉडी केयर के लिए सिर्फ और सिर्फ आयुर्वेदिक प्रोडक्ट ही चुनती हैं। क्योंकि उनको समझ में आ गया है कि कैमिकलयुक्त ब्यूटी प्रोडक्टस सुंदरता तो देते हैं लेकिन साथ ही साइड इफेक्टस भी दे सकते हैं जबकि आयुर्वेद प्रोडक्टस में ऐसा कुछ नहीं है। माना आयुर्वेदिक ब्यूटी प्रोडक्ट तुरंत निखार न दे पाएं लेकिन उनके कोई दुष्प्रभाव नहीं होते हैं, बल्कि उनसे प्राकृतिक सुंदरता मिलती है। आयुर्वेदिक ब्यूटी प्रोडेक्टस में साइड इफेक्ट ना होने के कारण महिलाएं महंगे-महंगे कॉस्मेटिक ब्यूटी प्रोडक्टस की जगह हानिरहित आयुर्वेद की तरफ आकर्षित हो गई हैं। उन्हें पता चल गया है कि जहां एलोवेरा व चंदन और हल्दी से बनी क्रीम बिना किसी नुकसान के फ्रेशनेस बढ़ाती है और मिनरल युक्त कंडीशनर से बालों को मजबूती मिलती है वहीं आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से बने तेल त्वचा में नमी को बरकरार रखते हैं। भारत में आज स्किन, फुट केयर से लेकर हेयर केयर तक के आयुर्वेदिक प्रोडक्ट मौजूद हैं।

अंत में यही कहूंगी कि मैं यहां किसी के पक्ष व विपक्ष में नहीं बोल रही हूं बल्कि यह कहना चाहती हूं कि खूबसूरती को निखारने के लिए जरूरी नहीं है कि आप ब्रांडेड ब्यूटी प्रोडक्ट का इस्तेमाल करें, बल्कि इस तरफ भी ध्यान दें कि प्रकृति में सौंदर्य का बेजोड़ खजाना छुपा है। बस जरूरत है तो इसे पहचानने की, क्योंकि प्राकृतिक चीजों से जो सौंदर्य मिलता है वो किसी और में नहीं होता है। प्राकृतिक चीजें शुद्ध और प्रभावशाली होती हैं। जिनको अगर अपना लिया तो आपकी खूबसूरती सबसे अलग नजर आएगी। इसलिए मोहतरमा अपने सौंदर्य में वृद्धि करनी है तो जरा ब्यूटी प्रोडक्ट्स का सोच समझकर इस्तेमाल करें, नहीं तो कहीं ऐसा न हो जाए कि आपकी खूबसूरती बदसूरती में बदल जाए।