Summary : अर्चना और परमीत में अहंकार आड़े आ रहा था
अर्चना ने माना है कि उनके पति और एक्टर-डायरेक्टर परमीत सेठी के साथ उनकी शादी ने भी उतार-चढ़ाव देखे हैं। उनकी शादी भी आसान कतई नहीं थी...
Archana and Parmeet: द कपिल शर्मा शो की ‘लाफ्टर क्वीन’ अर्चना पूरन सिंह हमेशा अपनी हंसी और खुशमिजाज अंदाज के लिए जानी जाती हैं। उनके इस मुस्कुराते चेहरे के पीछे बेहद भावुक और सकारात्मक इंसान भी छिपा है। हाल ही में अर्चना ने माना है कि उनके पति और एक्टर-डायरेक्टर परमीत सेठी के साथ उनकी शादी ने भी उतार-चढ़ाव देखे हैं।
परफेक्ट कपल कौन होता है?
आर्ट ऑफ लिविंग के एक पॉडकास्ट में अर्चना ने बताया कि कैसे आध्यात्मिकता ने उन्हें और परमीत को गलतफहमियों और अहंकार की टकराहटों से उबरने में मदद की। अर्चना ने याद किया कि लोग अक्सर उन्हें और परमीत को ‘आदर्श जोड़ी’ कहते हैं। लेकिन उन्होंने इस सोच से असहमति जताई। उन्होंने कहा, “सब कहते हैं अर्चना जी और परमीत जी एक परफेक्ट कपल हैं। लेकिन परफेक्ट कपल कौन होता है? असली कपल वही है जिसने साथ मिलकर चुनौतियों का सामना किया हो। हम दोनों से भी एक-दूसरे को समझने में गलतियां हुईं और कई बार अहंकार की वजह से झगड़े हुए। फिर हमें श्री श्री रवि शंकर से मार्गदर्शन मिला।”
बचपन के घावों से जुड़ा अनुभव
अर्चना ने आर्ट ऑफ लिविंग को अपनी जिंदगी बदलने का श्रेय दिया। उन्होंने बताया कि एक दोस्त की पत्नी ने उन्हें यह प्रोग्राम करने के लिए प्रेरित किया। अपनी पहली सुदर्शन क्रिया के दौरान, अर्चना अचानक फूट-फूटकर रोने लगीं और बार-बार कहने लगीं, “मम्मी, मुझे मत छोड़ो।” बाद में उनकी मां ने बताया कि जब अर्चना सिर्फ 10 महीने की थीं, तब उन्हें 10 दिन के लिए अकेला छोड़ दिया गया था क्योंकि उनकी मां को कोलकाता जाना पड़ा था। अर्चना ने स्वीकार किया कि उन्हें कभी समझ नहीं आया कि यह याद अचानक क्यों जागी, लेकिन उन्हें विश्वास है कि यह घटना उनके अवचेतन में दबकर बैठी हुई थी।
परमीत को जोड़ने की कोशिश

उस समय अर्चना और परमीत के रिश्ते में खटास आ गई थी। अर्चना चाहती थीं कि परमीत भी यह अनुभव करें। उन्होंने साझा किया, “मैंने परमीत को फोन करके कहा ‘तुम्हें यह कोर्स जरूर करना चाहिए’ उन्होंने पूछा कि मैं क्या कह रही हूं, क्योंकि उस वक्त हमारे रिश्ते में काफी तनाव था। मैंने उनसे कहा, ‘यह तुम्हारा सबसे अच्छा दोस्त है और यह तुम्हारे लिए सबसे अच्छा तोहफ़ा है।’” आखिरकार परमीत मान गए। अर्चना ने याद किया कि परमीत तुरंत बेंगलुरु गए और अगले ही दिन सुदर्शन क्रिया की। अर्चना ने कहा, “उसके बाद उन्होंने मुझसे कहा कि उन्होंने मुझे सबसे खूबसूरत औरत के रूप में देखा जबकि हम उस समय आपस में लड़ाई कर रहे थे।”
‘ध्यान आपको कुछ नया नहीं देता’
इसके बाद दोनों ने मिलकर ध्यान, प्राणायाम और सुदर्शन क्रिया को रोज की दिनचर्या बना लिया। अर्चना आंसू रोकते हुए बोलीं कि यही उनकी शादी का टर्निंग पॉइंट था। उन्होंने कहा:“धीरे-धीरे चीज़ें बदलने लगीं। ध्यान आपको कुछ नया नहीं देता, यह सिर्फ़ आपकी नजर बदल देता है। वही चीजें जो पहले आपको दूसरे इंसान में खटकती थीं, अब भी होती हैं, लेकिन आप अब उनसे चिढ़ते नहीं। हमारा असली स्वभाव बाहर आने लगा और हमने एक-दूसरे की कद्र करना शुरू किया। हमने नया आरंभ करने का फैसला किया और शायद इसी वजह से लोग हमें परफेक्ट कपल कहते हैं।”

