मेरा मानना है कि मैं एक मल्टीडाइमेंशनल और मल्टीटास्कर हूं। मैं एक साथ चार चीजें कर सकती हूं। लेकिन कभी-कभी एक ऐसा फेस आता है जिसमें हम इरिटेट हो जाते हैं लेकिन वह भी कुछ समय में निकल जाता है। जैसा की मेने कहा ताली एक हाथ से नहीं बजती है ठीक वैसे ही घर में भी सबको बराबर होकर काम करना पड़ता है। वैसे ही मेरे लिए मेरी फैमिली ने भी एफर्ट किए है। हम सब लोग एक जैसे बनकर रहते हैं जिससे घर का काम भी चलता रहे, घर भी चलता रहे, कभी कभी हो जाता है इधर उधर लेकिन सब ठीक हो जाता है।