Posted inउपन्यास

नीलकंठ-गुलशन नन्दा भाग-21

आज खंडाला में आए आनंद को एक महीना होने को आया था। अस्पताल से उसके बाबा सीधे दोनों को खंडाला ले आए थे। पट्टियाँ खुलने पर टांग का टूटा हुआ जोड़ तो ठीक हो गया, पर टांग बहुत कमजोर हो जाने से इस योग्य न हो सकी कि वह चल-फिर सके। नीलकंठ नॉवेल भाग एक […]

Gift this article