1. खतरों के खिलाड़ी जैसे शो में भाग लेने के बाद आपने क्या सीखा?
इस शो के बाद मैं ये कह सकता हूं कि मेरी खुद अपनी नज़र में इज़्जत बढ़ गई है। इस शो का हर स्टंट ऐसा था जो हमने पहली बार किया था और इसके लिए किसी के पास कोई स्पेशल स्किल भी नहीं थी। हर बार स्टंट के बारे में सुनने पर यही लगता था कि क्या मैं ये कर सकूंगा? बिना किसी सट्रैटेजी के, बिना कुछ सीखे मैंने शो में जो भी किया उससे मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है। इस शो के साथ मुझे बहुत कम समय में बहुत ज्यादा लगाव हो गया। मैं अब अपने लिए एक अलग लेवल या आत्म सम्मान महसूस कर रहा हूं। एक नई तरह की रोशनी में खुद को देख रहा है। 
  
2. इस शो से जुड़ना है ये मन कैसे बनाया? सरगुन की क्या सलाह थी?
देखिए अगर मैं खुद किसी विषय पर पेशोपेश में हूं, तो सरगुन मुझे नगेटिव व्यू नहीं देती है। हम दोनों एक ही बात में यकीन रखते हैं कि जो चीज़ हमारे लाइफ में पूरी तरह से आ रही है वो हमारे अच्छे के लिए ही होती है। वो मुझे बस यही याद दिला रही थी। 
 
3. आप सरगुन से किन बातों में बेझिझक सलाह लेते हैं? 
हम दोनों हर बात में एक दूसरे से सलाह लेते हैं। वैसे मैं खुद ये मानता हूं कि सरगुन का निर्णय मुझसे ज्यादा बेहतर होता है। वो ज्यादा समझदार है, मुझसे ज्यादा सेक्युलर सोच रखती हूं। अगर सरगुन दिन को रात कहे तो मैं मान लेता हूं। सरगुन की इंस्टिक्ट पर मुझे अपने से ज्यादा विश्वास है। 
 
4. आपको क्या लगता है आप कैसे हस्बेंड हैं? 
मैं बहुत ओपन मांइडेेड हस्बेंड हूं, लेकिन प्रोटिक्टव भी हूं। मैं हमेशा उसके एम्बिशन को अपने से आगे रखता हूं। किसी पिता की तरह मुझे सरगुन के अचीवमेंटस से बहुत प्राउड महसूस करते हैं । मुझे लगता है कि ओपन माइंडेड होना जरूरी भी है क्योंकि अगर एक पार्टनर क्लोज़ माइंडेड हो तो ये सोच रिश्ते पर भारी पड़ सकती है। सरगुन और मैं भले ही दो लोग हैं लेकिन हमारी सोच एक जैसी है।
 
5. आप दोनों व्यस्त हैं, एक-दूसरे को समय कैसे देते हैं?
देखिए जब मैं स्पेन में शूटिंग कर रहा था तो सरगुन वहां आई थी। वो कैनाडा गई मैं वहां चला जाता हूं। मुम्बई में होते हैं तो शाम और रातभर हम साथ होते हैं। वैसे हम दोनों ही महसूस करते हैं ये जरूरी नहीं कि आप हर समय साथ हों, बल्कि ये जरूरी है जितना वक्त है उसे कैसे गुजारते हैं। कई लोग तो एक ही घर में हमेशा साथ होकर भी अपने रिश्ते को पूख्ता नहीं रख पाते हैं।
 
6. मिया-बिवी के झगड़े में जीत किसकी होती है?
हमारी फाइट्स में तो सरगुन ही हमेशा जीतती है। मैं खुद ये महसूस भी करता हूं कि उसका पाॅइटं अंत में हमेशा सही निकलता है। हम दोनों के व्यूज हैं लेकिन मैंने हमेशा पाया है कि वो ज्यादा सही बोल रही थी । 
 
7. हस्बेंड वाइफ्स के उपर आने वाले जोक्स पर क्या राय रखते हैं?
देखिए मैं इस रिलेशन को बहुत खूबसूरत समझता हूं और यही वजह है कि मैं इस तरह के जोक्स को ज्यादा पसंद नहीं करता। मुझे नहीं लगता कि जिस रिश्ते में दो लोग फलना-फूलना चाहते हों, उस रिश्ते का ऐसे मज़ाक करना चाहिए।