तुला राशिफल – Tula Rashifal 2023 –16 February To 23 February
Libra Horoscope 2023

रा, री चित्रा‒2

रु, रे, रो, ता स्वाति‒3

ती, तू, ते विशाखा‒3


16 फरवरी से 23 फरवरी तक

दिनांक 16, 17 को शुभ कार्यों में धन का खर्च होगा। पितरों के आशीर्वाद से तुम्हारा सोया भाग्य भी जाग जाएगा। मेहनत करने से सुखों की वृद्धि होगी। मांगलिक कार्य पूर्ण होंगे। भाइयों का पूरा सहयोग प्राप्त होगा। 18, 19 को समय खराब व्यतीत होगा। ज्यादा बातें न करें। महिला मित्रों से सावधान रहें। न्यायालय में झूठी गवाही अपयश का कारण बनेगी। लॉटरी, जुआ, सट्टा से दूर रहें। उत्तेजना से किसी का अपमान नहीं करें। 20, 21 को पढ़ाई कर रहे जातकों को राहत महसूस होगी। अपनी पढ़ाई समय पर पूरी कर पाएंगे। “ॐ सरस्वत्यै नमः” मंत्र का जाप रोजाना करें या श्री “गायत्री मंत्र” की माला फेरें तो आपकी बुद्धि प्रखर होगी। आपकी ईश्वर के प्रति आस्था रहेगी। 22, 23 को संपत्ति सम्बन्धी अटके काम पूरे होंगे। आप अपने बच्चों के गाइडेंस, शिक्षक आदि से सलाह-मशविरा करेंगे।


ग्रह स्थिति

मासारम्भ में केतु तुला राशि का लग्न में, बुध धनु राशि का तृतीय भाव में, सूर्य मकर राशि का चतुर्थ भाव में, शुक्र+शनि कुम्भ राशि का पंचम भाव में, बृहस्पति मीन राशि का षष्ठम भाव में, राहु मेष राशि का सप्तम भाव में चन्द्रमा+मंगल वृषभ राशि का अष्ठम भाव में चलायमान है।

तुला राशि की शुभ-अशुभ तारीख़ें

2023शुभ तारीख़ेंसावधानी रखने योग्य अशुभ तारीख़ें
जनवरी10, 11, 12, 15, 16,
17, 19, 20
2, 3, 4, 13, 14, 22, 23,
30, 31
फरवरी6, 7, 8, 12, 13, 16, 171, 9, 10, 18, 19, 26,
27, 28
मार्च6, 7, 11, 12, 15, 169, 18, 19, 25, 26, 27
अप्रैल2, 3, 7, 8, 11, 12,
29, 30
4, 5, 6, 14, 15, 22, 23,
24
मई1, 5, 6, 8, 9, 10, 27, 282, 3, 11, 12, 19, 20, 21, 30
जून1, 2, 5, 6, 23, 24, 28,
29, 30
7, 8, 15, 16, 17, 26, 27
जुलाई2, 3, 20, 21, 22, 26,
27, 30, 31
5, 6, 13, 14, 15, 23, 24
अगस्त16, 17, 18, 22, 23,
26, 27
1, 2, 9, 10, 11, 19, 20,
29, 30
सितम्बर13, 14, 18, 19, 20,
22, 23
5, 6, 7, 16, 17, 25, 26
अक्टूबर10, 11, 15, 16, 17,
19, 20, 21
3, 4, 13, 14, 22, 23,
30, 31
नवम्बर6, 7, 8, 12, 13, 16, 171, 9, 10, 18, 19, 20, 26,
27, 28
दिसम्बर4, 5, 9, 10, 13, 14, 317, 8, 16, 17, 24, 25, 26

तुला राशि का वार्षिक भविष्यफल

Tula Rashifal 2023
तुला राशि

यह साल आपके लिए शानदार रहेगा। शनि की ढैय्या का प्रभाव इस वर्ष 17 जनवरी से हट | जाएगा। फलतः सोचे गए सभी कार्य निर्विघ्न पूरे होंगे। स्वास्थ्य में धीमे-धीमे सुधार नजर आएगा। पुराने रोगों से इस साल छुटकारा मिलेगा। पांचवां शनि धन आगम व लाभ का मार्ग प्रशस्त करेगा। आप अपने स्वास्थ्य पर विशेष रूप से ध्यान देंगे। खान-पान व दिनचर्या की आदतों में बदलाव करके आप उत्तम स्वास्थ्य का आनंद लेंगे। शुक्र वर्षारंभ में चौथे स्थान में है। अतः इस साल भूमि, भवन, वाहन आदि खरीद के योग बनेंगे। चल-अचल सम्पत्ति में बढ़ोतरी के योग बन रहे हैं। हालांकि इस वर्ष आप ऊर्जा व जोश से लबरेज रहेंगे। ऊर्जा व जोश के सहारे आप बड़े से बड़ा काम आसानी से और चुटकियों में निपटा लेंगे। 22 अप्रैल तक बृहस्पति छठे भाव में स्थित है, सिरदर्द माईग्रेन, हाईपरटेंशन जैसी बीमारियां रखेगा। पेट से सम्बंधित व्याधि भी रखेगा। शत्रु व विरोधी तो रहेंगे, परन्तु अहित व हानि कुछ भी नहीं कर पाएंगे। धन आगम के प्रबल स्रोत बनेंगे। जिस काम को करने के लिए आप पिछले काफी समय से प्रयासरत थे, वह काम आपका हो जाएगा। व्यापार में शुरुआत में तो कुछ दिक्कतें आएंगी परन्तु धीमे-धीमे दिक्कतें व परेशानियां समाप्त भी हो जाएंगी। नौकरी में आप पूरी ईमानदारी, लग्न व सत्यनिष्ठा से काम करेंगे। जिसका परिणाम भी आपको मिलेगा। आर्थिक रूप से उत्तार-चढ़ाव चलते रहेंगे।
नौकरी में प्रयासरत विधार्थियों को विभागीय परीक्षा प्रमोशन से सम्बंधित परीक्षा, प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिल जाएगी। कोर्ट-केस व कानूनी विषयों में सफलता के योग बने हुए हैं। सम्पत्ति सम्बन्धी विवाद, बटवारे से सम्बंधित मसला आपसी सहमति व किसी की मध्यस्थता से हल हो जाएंगे। सप्तम भाव का राहु कुछ कलह का कारण बन सकता है। मकान, भूमि, भवन, वाहन आदि से सम्बंधित प्लानिंग कामयाब होगी। पति-पत्नी में आपसी सामंजस्य व तालमेल गजब का रहेगा। हालांकि 17 जून से 4 नवम्बर के मध्य शनि के वक्रत्व काल में पत्नी का स्वास्थ्य गिर सकता है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण व उन्नत सोच आपको आगे बढ़ने में सहायता प्रदान करेंगे। बॉस व अधिकारी आप पर मेहरबान रहेंगे। वर्षारम्भ में राहु-शनि का योग है, अतः पैसा पास में टिक नहीं पाएगा। पैसा आने से पहले जाने का रास्ता तैयार रहेगा। इस वर्ष कहीं-न-कहीं फिजूलखर्ची पर नियंत्रण करने की आवश्यकता है। शनि के पंचम भाव में परिभ्रमण के कारण आईडियाज व विचार काफी रचनात्मक आएंगे। परन्तु विचार व आइडियाज के कार्यरूप में परिणित होने का समय आ गया है। वाणी व क्रोध पर नियत्रंण रखें, बॉस व अधिकारी की हां में हां मिलाने में ही समझदारी है। करियर में बेहतर अवसर उपलब्ध होंगे। प्रेम-प्रसंगों व प्रेम संबंधों से कुछ दूरी बनाकर रखें। आपको बदनामी व अपयश का सामना करना पड़ सकता है। वहीं कहीं न कहीं पारिवारिक तनाव का कारण भी बन सकता है। रोजी-रोजगार व काम-काज की बढ़ोतरी के लिए आप कुछ ठोस व महत्त्वपूर्ण निर्णय लेंगे, जिसका लाभ व प्रतिफल दीर्घकालिक रहेंगे। इस वर्ष एक बार मन में जो ठान लेंगे, उसे पूरा करके ही दम लेंगे। मनोनुकूल तबादला, पदोन्नति व वेतन वृद्धि के अवसर मिल सकते हैं।

तुला राशिकैसी रहेगी 2023 में आपकी सेहत?

इस वर्ष शारीरिक स्वास्थ्य की दृष्टि से यह वर्ष अच्छा रहेगा। नियमित व्यायाम, योग, प्राणायाम, खान-पान से आप स्वास्थ्य को संतुलित कर पाएंगे। बुरी आदतों, शराब, गुटका, तम्बाकू आदि का त्याग कर दें। 17 जून से 4 नवम्बर के मध्य शनि वक्र स्थिति में चलायमान रहेंगे, अतः इस दरम्यान मौसमी बीमारी के संकेत मिल रहे हैं। परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव के चलते आपको अस्पताल के चक्कर काटने पड़ सकते हैं।

तुला राशिव्यापार, व्यवसाय व धनके लिए कैसा रहेगा आने वाला साल 2023 ?

व्यापार व कारोबार की दृष्टि से इस साल नवीन उपलब्धियां हासिल होंगी। आप जम कर मेहनत करेंगे। जो पिछले समय में नुक्सान की स्थिति रही है, कहीं-न-कहीं इसकी भरपाई का विचार रहेगा। इस वर्ष शनि पांचवें स्थान में गतिशील हैं, अतः किसी बड़े व महत्त्वपूर्ण आदमी से मुलाकात आपके व्यापार के लिए महत्त्वपूर्ण रहेगी। आप पूरी ऊर्जा व जोश से अपने काम के प्रति समर्पित रहेंगे। मेहनत व परिश्रम के पश्चात आपको सफलता मिल जाएगी। व्यापार में नई संभावनाओं को तलाशेंगे। नई तकनीक, नया हुनर व नया प्रयोग आपके भाग्य व कारोबार दोनों को चमका सकता है। आर्थिक रूप से आप काफी सुदृढ़ व सक्षम स्थिति में रहेंगे। खर्च की भी प्रबलता रहेगी। आपको कहीं न कहीं अपनी वाणी व क्रोध पर नियंत्रण रखना चाहिए। 22 अप्रैल के पश्चात बृहस्पति सातवें स्थान में आकर व्यापार विस्तार की योजना पर काम करवाएंगे। परन्तु 17 जून से 4 नवम्बर के मध्य पैसा कहीं रुक व अटक सकता है। वक्री शनि प्रतिकूलताप्रद स्थिति देगा। इस दरम्यान व्यापार में कोई ऐसी गलती हो जाएगी, जिसका मलाल आपको रह सकता है। आपके हाथ से कोई बड़ा ऑर्डर निकल सकता है, साख पर भी सवाल खड़े हो सकते हैं। व्यावसायिक प्रतिद्वंद्वियों व प्रतिस्पर्धियों के हर गतिविधि व कार्यकलाप पर नजर रखें। संम्पत्ति व धन के रख-रखाव पर खर्चा होगा। निवेश से पूर्व पूरी सावधानी रखें। अच्छी तरह जांच-पड़ताल करके ही काम शुरू करें। आपके साधनों में इजाफा व वृद्धि होगी। उधार देने में जरूर थोड़ा-सा परहेज रखें, अन्यथा आपका पैसा फंस सकता है। व्यापार में अगर उधार देना आवश्यक हो तो वापिसी की गारंटी सुनिश्चित करें।

जानिए कैसा रहेगा 2023 में आपका घर-परिवार, संतान व रिश्तेदार के साथ सम्बन्ध ?

पारिवारिक परिस्थितियां इतनी अनुकूल नहीं रहेंगी। दाम्पत्य सम्बन्धों में किसी तीसरे व्यक्ति के हस्तक्षेप से कुछ कटुता आएगी। संतान व घर के वरिष्ठ सदस्यों को लेकर तनाव उपस्थित हो सकता है। 17 जनवरी के बाद शनि पांचवें स्थान में आकर संतान की शिक्षा, करियर, अध्ययन व विवाह आदि को लेकर मन में चिंता रहेगी। जहां तक परिवार की बात है, भूमि, भवन व संपत्ति के बटवारे से सम्बंधित विषय किसी की मध्यस्थता या आपसी सहमति से सुलझ जाएगा। प्रेम-प्रसंगों व सोशल मीडिया से दूरी बना कर रखें, अन्यथा प्रेम-प्रसंग पारिवारिक तनाव का कारण तो बनेंगे ही साथ ही बदनामी व अपयश के भी कारण बन सकते हैं। जहां तक रिश्तदारी का प्रश्न है, आप रिश्तेदारों की हर सम्भव मदद के लिए तैयार रहेंगे। देवरानी, जेठानी, ननद-भोजाई के बीच में 4 सितम्बर से 31 दिसम्बर के मध्य गुरु के वक्रत्व काल के कारण नोंक-झोंक हो सकती है।

जानिए कैसा रहेगा 2023 में आपका विद्याध्ययन, पढ़ाई व करियर ?

नौकरी व काम-काज में आपको बेहतर व नवीन अवसर सुलभ होंगे। बॉस व अधिकारी आपके काम से खुश रहेंगे। जिससे कार्यक्षेत्र में आपकी जबर्दस्त प्रतिष्ठा व धाक रहेगी। आप अध्ययन व शिक्षा के प्रति पहले से ज्यादा फोकस करेंगे। शनि पंचम स्थान में 17 जनवरी को आकर अध्ययन के प्रति ज्यादा संजीदगी व गम्भीरता लाएंगे। आप मेहनत व परिश्रम करके अनूकूल परिणाम प्राप्त कर ही लेंगे। कानूनी पढ़ाई, सी.ए. व तकनीक पॉलिटेक्नीक से जुड़े विद्यार्थियों के लिए समय अच्छा है। सोशल मीडिया, व्हाट्सअप्प, फेसबुक से थोड़ी दूरी बना कर रखें। प्रेम-प्रसंगों को अपने करियर व अध्ययन पर हावी नहीं होने दें।

जानिए कैसा रहेंगे 2023 में आपके प्रेम-प्रसंग व मित्रता सम्बन्घ ?

इस वर्ष शनि महाराज आपकी राशि से पंचम स्थान में रहेंगे, अतः पति-पत्नी में प्रेम बहुत अच्छा रहेगा। वहीं प्रेमी-प्रेमिका वाले अवसर भी इस वर्ष प्राप्त होंगे। शनि पाप ग्रह का प्रभाव प्रेम के भाव में है, अतः बदनामी, अपयश व कलंक के प्रति सावधान रहें। प्रेम-प्रसंग व प्रेम-संबंध उजागर होने का खतरा है। जिसका प्रभाव पारिवारिक सुख-शांति पर पड़ सकता है। मित्रों का दायरा बढ़ेगा। किसी जरूरतमंद मित्र की आप सहायता करेंगे व मित्र भी वक्त-बेवक्त आपकी सहायता करेंगे।

जानिए कैसा रहेंगे 2023 में आपकेवाहन, खर्च व शुभ कार्य?

 इस वर्ष घर में किसी शुभ व मांगलिक कार्य की रूपरेखा व प्लानिंग बन सकती है। वाहन पर इस वर्ष खर्चा होगा। बार-बार वाहन की रिपेयरिंग करवा कर आप परेशान हो कर नए वाहन की खरीद भी कर सकते हैं। खर्च से आप परेशान रहेंगे। बढ़े हुए खर्च से पर नियंत्रण करना भी आवश्यक है। जहां तक शुभ कार्य का प्रश्न है, इस वर्ष के मध्य में किसी शुभ कार्य की रूपरेखा हो सकती है। अविवाहितों के विवाह की सम्भावना है। घर में किसी नवीन वस्तु की खरीददारी में भी खर्च होगा। दैनिक व रोजमर्रा के उपभोग की वस्तु खरीदेंगे। मोबाइल, लैपटॉप या किसी इलेक्ट्रोनिक उत्पाद, किसी व्यापारिक वस्तु की खरीदी पर व्यय होगा।

तुलाराशि वाले कैसे बचेहानि, कर्ज व अनहोनी से?

जहां तक धन हानि की बात है, इस वर्ष कोई खास हानि की सम्भावना नहीं है। अपनी सूझ-बूझ, अक्ल व होशियारी से होने वाले नुकसान को भी आप लाभ में परिवर्तित कर लेंगे। जहां तक कर्ज व ऋण का प्रश्न है, 22 अप्रैल के बाद गुरु सातवें स्थान में आकर ऋण की स्थिति बना देगा। लेकिन धीमे-धीमे वह ऋण व कर्ज भी चुकता हो जाएगा। जहां तक अनहोनी की बात है, 17 जून से नवम्बर के मध्य वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं। कोई दुर्घटना या अप्रिय घटना घटित होने की सम्भावना है। शराब, गुटका, बीड़ी, सिगरेट आदि नशे से दूरी बना कर रखें। क्रोध, वाणी व आवेश से बना-बनाया काम बिगड़ सकता है।

जानिए कैसा रहेंगे 2023 मेंआपका यात्रा योग?

इस वर्ष व्यापार व कारोबार को लेकर यात्राएं काफी होंगी। हालांकि यात्राओं से धन व लाभ की अपेक्षा कम ही है। धार्मिक व आध्यात्मिक यात्राओं का योग परिवार के साथ 17 जून से 4 नवबर के मध्य बनेंगे।

कैसे बनाये तुला राशि वाले 2022 को लाभकारी ?

वर्ष की शुभता बढ़ाने के लिए शुक्रवार को देवी मंदिर के दर्शन करें। सुगन्धित द्रव्यों का प्रयोग करें। ओपेल युक्त शुक्र यंत्र गले में धारण करें। ‘ॐ श्री श्रियै नमः’ व “शुं शुक्राय नमः’ की माला नित्य करें। शुक्रवार को नहाने के पानी में कच्चा दूध डालकर नहाएं। स्त्रियों का विशेष रूप से सम्मान करें।

तुला राशि की चारित्रिक विशेषताएं

तुला राशि का स्वामी शुक्र है। शुक्र तड़क-भड़क व सौंदर्य का कारक ग्रह है। तुला राशि के व्यक्ति नकारात्मकता व सकारात्मकता में संतुलन करते हैं।
इस राशि का राशि चिन्ह ‘तुला’ (तराजू) है। तराजू दो वस्तुओं के संतुलन का परीक्षण करते हुए हल्की व भारी वस्तु का बोध कराती है। अतः इस राशि वाले व्यक्ति की संतुलन शक्ति बड़ी गजब की होती है। अपनी फुर्तीली निर्णयात्मक शक्ति के कारण तुला राशि के लोग शीघ्र ही लोगों पर छा जाते हैं। ‘तराजू’ व्यापार का परिचायक है, इस राशि के लोग बड़े कुशल व्यापारी होते हैं तथा लोक व्यवहार में चतुर होने के कारण इनको व्यापारिक सफलता शीघ्र मिल जाती है।
तुला राशि, पुरुष जाति सूचक व क्रूर स्वभाव राशि मानी जाती है। सच्चा व खरा परीक्षण करने की क्षमता आप रखते हैं और सहज ही किसी व्यक्ति के छलावे में नहीं आते। आप राजनीति के क्षेत्र में भी सफलता प्राप्त कर सकते हैं। जन्म कुंडली में यदि शुक्र की स्थिति अच्छी है, तो आप कुशल अभिनेता भी बन सकते हैं।
सामान्यतया तुला राशि में उत्पन्न जातक सुन्दर, स्वस्थ एवं सुदर्शन व्यक्तित्व के स्वामी होते हैं। उनकी प्रवृत्ति हास्य प्रिय होती है तथा बच्चों के प्रति इनके मन में प्रबल स्नेह का भाव विद्यमान रहता है। सुन्दर दृश्यों एवं वस्तुओं के प्रति भी इनमें आकर्षण रहता है। स्वाभाविक रूप से ये अन्य जनों को किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं देते हैं तथा सबके साथ समानता का व्यवहार करते हैं, जिससे समाज में ये सम्मानित, प्रतिष्ठित तथा प्रसिद्ध होते हैं। कला के प्रति इनका भावनात्मक लगाव रहता है तथा अच्छे कार्यों से ये अपनी आजीविका अर्जित करते हैं। नीति ज्ञान में ये चतुर होते हैं। अतः राजनीति के क्षेत्र में इनको नेतृत्व प्राप्त हो जाता है, परन्तु इनका कोई निश्चित सिद्धांत नहीं होता है।
तुला के प्रभाव से आपका व्यक्तित्व आकर्षक होगा, जो लोगों को प्रभावित करने में समर्थ होगा। आपकी प्रवृत्ति हास्यप्रिय होगी। बच्चों के प्रति आपके मन में स्नेह का भाव रहेगा तथा प्राकृतिक दृश्यों के प्रति आपके मन में आकर्षण रहेगा। साथ ही कला से आपका भावनात्मक संबंध रहेगा।
आप सभी लोगों से समानता का व्यवहार करेंगे तथा आपके मन में किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं रहेगा। अपने कार्यक्षेत्र में आपका प्रभाव रहेगा तथा आपके अधिकारी एवं सहयोगी आपसे प्रसन्न तथा संतुष्ट रहेंगे। आप किसी नवीन सिद्धांत या ग्रंथ की भी रचना कर सकते हैं, जिससे आपको यश की प्राप्ति होगी।
आप अत्यंत बुद्धिमान होंगे तथा अपनी बुद्धिमत्ता से अपने सांसारिक कार्यों को सम्पन्न करेंगे। इनमें आपको इच्छित सफलताएं भी मिलती रहेंगी। आपकी प्रवृत्ति विलासी होगी तथा भौतिकता के प्रति अत्यधिक आकर्षण रहेगा। भ्रमणप्रिय होने के कारण समय-समय पर यात्रा भी करते रहेंगे। कला एवं संगीत में आप निपुण होंगे तथा कार्य करने में अत्यंत ही दक्ष होंगे।
शुक्र ऐश्वर्यशाली व विलासपूर्ण ग्रह है। गौर वर्ण, मध्यम कद तथा सुन्दर आकर्षक चेहरा इस राशि वाले जातक के प्रारम्भिक लक्षण हैं। यह राशि चर संज्ञक, वायु तत्व प्रधान व पश्चिम दिशा की स्वामिनी है। प्राकृतिक स्वभाव वृषभ तुल्य होते हुए भी इस राशि वाले विचारशील, ज्ञान प्रिय, कुशल कार्य, सम्पादक व राजनीतिज्ञ होते हैं।
आपमें सहनशीलता का भाव विद्यमान होगा और धैर्यपूर्वक कार्यों को सम्पन्न करके उनमें सफलता की प्रतीक्षा करने में समर्थ होंगे। साथ ही सरकार या उच्चाधिकारी वर्ग से आपको समय-समय पर धनार्जन होता रहेगा। आपमें शारीरिक बल की भी प्रचुरता रहेगी। फलतः परिश्रम एवं पराक्रम का प्रदर्शन करके आप जीवन में मनोवांछित सफलताओं को अर्जित करेंगे। जिससे समाज में आपका प्रभाव रहेगा तथा सभी लोग आपका आदर करेंगे। साथ ही यश भी दूर-दूर तक व्याप्त रहेगा। धर्म के प्रति आपके मन में पूर्ण श्रद्धा रहेगी तथा अवसरानुकूल आप धार्मिक कृत्यों को नियमपूर्वक सम्पन्न करेंगे, जिससे आपको वांछित लाभ एवं सहयोग मिलता रहेगा। विवाहोपरांत इनके जीवन में कुछ महत्त्वपूर्ण परिवर्तन देखे जा सकते हैं। समुद्री-यात्रा आपके लिए कोई विशेष लाभप्रद नहीं है।
यदि आपका जन्म तुला राशि में ‘चित्रा नक्षत्र’ 3 व 4 चरण (रा, री) में है, तो आपका जन्म 7 वर्ष की मंगल की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-व्याघ्र, गण-राक्षस, वर्ण-शूद्र, हंसक-वायु, नाड़ी-अन्त्य, पाया-चांदी, प्रथम तीन चरण का वर्ग-हिरण तथा अंतिम चरण का वर्ग-सर्प है। स्वाति नक्षत्र में जन्मे लोग अति उत्साही, बहुमुखी प्रतिभा के धनी होते हैं।
यदि आपका जन्म तुला राशि में ‘विशाखा नक्षत्र’ के तीन चरणों (ती, तू, ते) में हैं, तो आपका जन्म 16 वर्ष की बृहस्पति की महादशा में हुआ है। आपकी योनि-व्याघ्र, गण-राक्षस, वर्ण-शूद्र, हंसक-वायु, नाड़ी-अन्त्य, पाया-तांबा एवं वर्ग-सर्प है। विशाखा नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति विरोधियों का सफाया बहुत चतुराई से करते हैं।
शुक्र एक विलासी, शीतल व सौम्य ग्रह है। यह रात्रि को हल्की श्वेत झलकदार किरणें बिखेरता है। अतः श्वेत रंग व साफ-सुथरी, ऐश्वर्य प्रधान वस्तुओं का व्यापार आपके अनुकूल कहा जा सकता है। आपके लिए अनुकूल रत्न ‘हीरा’ है।

तुला राशि वालों के लिए उपाय

4 1/4 रत्ती का ओपेल रत्न ‘शुक्र यंत्र’ में जड़वाकर धारण करें। सुगंधित द्रव्यों का प्रयोग करें। घर की महिलाओं, यथा-पत्नी, बहन, बच्ची व माता का सम्मान करें। रविवार व मंगलवार के अलावा पीपल को सींचे। गाय की सेवा करें। सुगन्धित रुमाल पास में रखें।

तुला राशि की प्रमुख विशेषताएं

  1. राशि ‒ तुला
    1. राशि चिह्न ‒ तराजू
    2. राशि स्वामी ‒ शुक्र
    3. राशि तत्त्व ‒ वायु तत्त्व
    4. राशि स्वरूप ‒ चर
    5. राशि दिशा ‒ पश्चिम
    6. राशि लिंग व गुण ‒ पुरुष, रजोगुणी
    7. राशि जाति ‒ शुक्र
    8. राशि प्रकृति व स्वभाव ‒ क्रूर स्वभाव, त्रिधातु प्रकृति
    9. राशि का अंग ‒ गुप्तांग
    10. अनुकूल रत्न ‒ हीरा
    11. अनुकूल उपरत्न ‒ अमेरिकन डायमंड, ओपल
    12. अनुकूल धातु ‒ प्लेटिनम, चांदी
    13. अनुकूल रंग ‒ सफेद
    14. शुभ दिवस ‒ शुक्रवार
    15. अनुकूल देवता ‒ मां लक्ष्मी/संतोषी माता
    16. व्रत, उपवास ‒ शुक्रवार
    17. अनुकूल अंक ‒ 6
    18. अनुकूल तारीखें ‒ 6/15/24
    19. मित्र राशियां ‒ मिथुन, मकर, कुंभ, धनु, कर्क
    20. शत्रु राशियां ‒ सिंह
    21. व्यक्तित्व ‒ अन्वेषक, खोजी, मास्टर माइंड
    22. सकारात्मक तथ्य ‒ आत्मविश्वासी, आकर्षक वाणी
    23. नकारात्मक तथ्य ‒ ईर्ष्या, घमंड, अति धूर्तता