Richest Temple in India: भारत देश अपनी आस्था, अटूट भक्ति और वास्तुकला का बेजोड़ नमूना पेश करने वाले समृद्ध धार्मिक स्थलों के लिए दुनियाभर में मशहूर है। यहां के धार्मिक स्थलों से लोगों की आस्था और विश्वास जुड़ा हुआ है। इसके चलते लोग खूब दान-पुण्य करते हैं।
आइए जानते हैं भारत के उन दस खास मंदिरों के बारे में जहां सालाना लाखों-करोड़ों रूपये का दान दिया जाता है।
सोमनाथ मंदिर, गुजरात

गुजरात के काठियावाड़ में स्थित सोमनाथ मंदिर की गिनती देश के अमीर मंदिरों में होती है। इस मंदिर को लेकर कहा जाता है कि महमूद गजनवी ने 17 बार इस मंदिर से सोने और चांदी के संग्रह को एकत्रित करने के लिए लूटा था। यह मंदिर गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के वेरावल में बनाया गया है। यहां पर रोज़ाना हज़ारों भक्त आते हैं और सालाना करोड़ों का चढ़ावा भी चढ़ता है। सोमनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग मंदिरों में प्रथम है। ऐसी मान्यता है कि इस स्थान पर चंद्रमा ने जिन्हें सोम भी कहा जाता है, उन्होंने श्राप मुक्त होने के लिए भगवान शिव की अराधना की थी।
साईं बाबा मंदिर, शिरडी

शिरडी में बना साई बाबा का मंदिर लोगों की आस्था का विशेष केन्द्र है। ऐसा कहा जाता है कि मात्र सोलह साल की आयु में साई बाबा महाराष्ट्र के अहमदनगर के शिरडी गांव में आकर रहने लगे और फिर यही के होकर रह गए। ये कोई नहीं जानता कि उनका बाल्यकाल कहां बीता। यहां आकर वे गांववालों की खुशियों में उत्साहित हो जाते थे और संकट के समय आगे बढ़कर उन्हें हर दुख तकलीफ से बाहर निकालते थे। साईंबाबा मंदिर के बैंक खाते में कई सौ किलो सोना, हजारों किलो चांदी और डॉलर व पाउंड समेत विदेशी मुद्राओं के रूप में बड़ी मात्रा में धन के साथ-साथ लगभग 1,800 करोड़ रुपये हैं। यहां पर सालाना भक्तजन करोड़ों रूपये का दान करते हैं। हर साल लगभग 350 करोड़ का दान आता है।
वैष्णो देवी मंदिर, जम्मू

जम्मू के कटरा में ऊंची पहाड़ियों के बीचों बीच पवित्र तीर्थस्थल वैष्णो देवी मंदिर स्थित है। 1700 मी. की ऊंचाई पर बना मंदिर एक गुफा में बना हुआ है, जहां तीन पिण्ड रखे हुए हैं। यहां पर आदिशक्ति स्वरूप महालक्ष्मी, महाकाली तथा महासरस्वती पिंडी रूप मे विराजमान है और माता वैष्णो देवी स्वयं यहां पर अपने शाश्वत निराकार रूप मे विराजमान है, गुफा की लंबाई 30 मी. और ऊंचाई 1.5 मी. है। इस मंदिर में भक्तजनों की ओर से खूब दान-पुण्य किया जाता है। ऐसी मानयता है कि इस मंदिर में वैष्णों मां ने एक राक्षस का वध किया था। यहां हर साल लगभग 500 करोड़ का दान आता है।
तिरूपति बालाजी मंदिर, आंध्रप्रदेश

आंध्रप्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित वैष्णव संप्रदाय का तिरूपति बालाजी मंदिर अमीर मंदिरों की लिस्ट में शामिल है। ऐसा अनुमान है कि यहां सालाना 600 करोड़ रूपये का दान दिया जाता है। वास्तुकला की बेहतरीन मिसाल पेश करने वाला ये मंदिर सात पहाड़ियों के मध्य बसा है। विश्व की सबसे ऊंची पहाड़ियों में बसे इस मंदिर में भगवान वेंकटश्वर निवास करते हैं। भगवान वेंकटश्वर को विष्णुजी का अवतार माना जाता है। यह मंदिर समुद्र तल से 2800 फिट की ऊंचाई पर स्थित है। मंदिर की कुलसंपत्ति लगभग 50,000 करोड़ है।
पद्मनाभस्वामी मंदिर

पद्मनाभस्वामी मंदिर की गिनती देश के प्रसिद्ध, भव्य और अमीर मंदिरों में की जाती है। भगवान विष्णु को समर्पित प्राचीन मंदिर केरल और द्रविड़ शैलियों से बनकर तैयार हुआ है। इस मंदिर की कुल सम्पत्ति एक लाख करोड़ की है और रोजाना यहां हजारों की तादाद में भक्तजन विष्णु भगवान के दर्शनें के लिए पहुंचते हैं। मंदिर के गर्भगृह में विष्णु जी की विशाल प्रतिमा मौजूद है, जिसकी कीमत 500 हजार करोड़ रूपये बताई जाती है।
श्री जगन्नाथ मंदिर, उड़ीसा

उड़ीसा के पुरी में स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर चार धामों में से एक है। श्रीकृष्ण को समर्पित इस मंदिर की गिनती अमीर मंदिरों में होती है। यहां भक्तों द्वारा जो भी दान पुण्य होता है उसका इस्तेमाल मंदिर की व्यवस्था, रख-रखाव और सामाजिक कार्यों में किया जाता है। ऐसा अनुमान है कि इस मंदिर में तकरीबन 100 किलो से ज्यादा सोने और चांदी का सामान मौजूद हैं।
सिद्धिविनायक मंदिर, मुंबई

मुंबई का सिद्धिविनायक मंदिर देशभर के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। ऐसा मान्यता है कि सिद्घिविनायक गणेश जी का सबसे लोकप्रिय रूप है, जो भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण कर देते हैं। यहां पर हर समय भक्तों की लंबी कतारें नजर आती है। इस मंदिर को सोने से कोट किया गया है। इसके अलावा मंदिर में हर साल करीबन 125 करोड़ का सालाना चढ़ावा भी चढ़ता है।
काशी विश्वनाथ मंदिर

वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। शिव और काल भैरव की इस नगरी को सप्तपुरियों में शामिल किया गया है। ऐसी मान्यता है कि काशी नगरी भगवान शिव के त्रिशूल की नोक पर स्थित है। सन् 1780 में इस मंदिर का निर्माण कार्य महारानी अहिल्या बाई होल्कर ने करवाया था। यहां पर भक्तजन करोड़ों का चढ़ावा चढ़ाते है।
मीनाक्षी अम्मन मंदिर तमिलनाडू

तमिलनाडु के मदुरै शहर में मौजूद स्थित मीनाक्षी अम्मन मंदिर का गर्भगृह 3500 वर्ष पुराना है। ये प्राचीन मंदिर विश्व के नए सात अजूबों में सम्मिलित है। यह मंदिर भगवान शिव व मीनाक्षी देवी पार्वती के रूप के लिए समर्पित है। इस पवित्र स्थल के दर्शनों के लिए दुनियाभर से लोग यहां आते हैं और खूब दान पुण्य करते हैं। इस मंदिर की गिनती भी अमीर मंदिरों में की जाती है।
गुरुवयुर मंदिर, केरल

केरल का गुरुवयुर मंदिर देश के प्राचीन मंदिरों में से एक है। इस मंदिर का इतिहास 5000 साल पुराना है। इस स्थल को भगवान विष्णु का पवित्र स्थान माना गया है। यहां हर साल भक्तजनों की ओर से करोड़ों का चढ़ावा चढ़ता है।