जन्माष्टमी के अवसर पर मथुरा और आसपास जितने भी मंदिर हैं, उनकी सुंदर सजावट की जाएगी। इसके अलावा मथुरा के रामलीला मैदान के मंच पर प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। इनमें मणिपुर सहित अन्य राज्यों की रासलीला का कार्यक्रम भी होगा। इसके अलावा कृष्ण जन्मभूमि के अंदर भी कुछ सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
 
श्री कृष्ण जन्माष्टमी आयोजन के लिए खास आकर्षण
 
  • पहली बार स्कूली बच्चों से लेकर अंतर्राष्ट्रीय कलाकारों तक के बीच प्रतियोगिता कराई जाएगी।
  • लीला पर्व के रूप में विभन्नि शैलियों में मणिपुरी रास का प्रदर्शन होगा
  • ब्रज की सांझी कला व ललित कला भी प्रदर्शित होगी।
  • श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं आधारित झांकियां प्रदर्शित होंगी।
  • मुख्यमंत्री योगी आदत्यिनाथ ने निर्देश दिया है कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी को अंतर्राष्ट्रीय मानचत्रि पर लाया जाए। साथ ही इस पर्व की मूल भावना को बरकरार रखा जाए।
  • एक हजार लोक कलाकारों द्वारा शोभा यात्रा निकाली जाएगी। इसमें गुजरात, केरल, कर्नाटक, आसाम, मध्यप्रदेश, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र व उत्तराखंड के कलाकार शामिल होंगे।
  • राधा कृष्ण स्वरूप प्रतियोगिता का आयोजन होगा।
  • मथुरा के रासलीला, मयूर नृत्य तथा फूलों की होली का आयोजन होगा
  • श्री राम भारती कला केंद्र की कृष्णलीला तथा श्रीकृष्ण पर आधारित इंडोनेशिया , मलेशिया आदि के बैले नृत्य पेश होंगे।
  • यूपी से लगे हुए हरियाणा, दिल्ली व राजस्थान के कलाकारों द्वारा भारतीय संस्कृति का लालित्यपूर्ण स्वरूप पेश होगा।