यदि आपकी धर्म और आध्यात्म की तरफ़ रुझान है, आप हिन्दू धर्म में आस्था रखते हैं तो आपके लिए इस जगह पर काफ़ी कुछ है
इस जगह पर राम जन्मभूमि होने के नाते इसका धार्मिक महत्व और भी बढ़ जाता है।
Ayodhya Tourist Places: सरयूँ नदी के तट पर स्थित अयोध्या देश के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में आता है। यह देश का एक प्राचीन धार्मिक स्थल होने के नाते देश दुनिया के सैलानियों को अपनी तरफ़ खिंचता है। इस जगह पर राम जन्मभूमि होने के नाते इसका धार्मिक महत्व और भी बढ़ जाता है। राम मंदिर के साथ-साथ सैकड़ों मंदिर स्थित हैं जो लोगों में धर्म और अध्यात्म जैसी आत्मिक प्रवृति को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं। इस लेख के माध्यम से हम आपको राम जन्मभूमि, अयोध्या के इतिहास, सरयूँ नदी की पवित्रता से परिचित करवाऐंगे।
अयोध्या नगरी का इतिहास

हमारे पौराणिक ग्रंथो में इस बात का ज़िक्र मिलता है कि अयोध्या का पुराना नाम कौशल देश था। प्राचीन काल से ही यह एक प्रमुख तीर्थस्थल और लोगों की आस्था का केंद्र रहा है। अयोध्या ही वह स्थान है जहाँ पर हमारे सबसे पवित्र और पौराणिक ग्रंथ-रामायण की रचना हुई है। मुख्य रूप से यह मंदिरों का शहर है, जिसकी स्थापना मनु ने की थी। इस जगह पर खुदाई के दौरान तमाम धर्मों से जुड़े अवशेष भी प्राप्त हुए है। इस जगह पर तमाम तरह के पर्व और धार्मिक अनुष्ठान आयोजित होते रहते हैं।
अयोध्या कैसे पहुंचे
एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल होने के नाते अयोध्या देश भर से जुड़ा हुआ है। इस जगह पर आप अपनी सुविधा के अनुसार प्लेन, ट्रेन और सड़क परिवहन के द्वारा पहुंच सकते हैं। इस जगह पर पहुंचने के लिए सबसे नज़दीकी हवाई अड्डा गोरखपुर, लखनऊ और बनारस है। रेलवे स्टेशन अयोध्या जंक्शन है पर यदि यहाँ के लिए सीधे ट्रेन नहीं मिले तो आप वाराणसी अथवा लखनऊ के लिए टिकट बुक कराकर पहुंच जाएँ। इन जगहों से अयोध्या पहुँचना काफ़ी आसान है।
भ्रमण के लिए सबसे अच्छा समय
अयोध्या कभी भी घुमा जा सकता है। यहाँ का मौसम घूमने के लिहाज़ से पूरे साल अच्छा रहता है लेकिन किसी धार्मिक आयोजन अथवा उत्सव के दौरान यहाँ आएँगे तो आपको इस जगह की एक अलग ही रौनक़ देखने को मिलेगी। ठंडियों में इस जगह पर कई सारे धार्मिक अनुष्ठान होते हैं इसलिए अक्टूबर से लेकर जनवरी तक अच्छी ख़ासी रौनक़ देखने को मिलती है।
अयोध्या के प्रमुख दर्शनीय स्थल
इस जगह पर आकर आपको एक अलग ही तरह की धार्मिक अनुभूति होगी। इस जगह को घूमते हुए आप यहाँ के बाज़ार, धार्मिक स्थलों और घूमने टहलने की जगहों तक पहुँचेंगे। यदि आपकी धर्म और आध्यात्म की तरफ़ रुझान है, आप हिन्दू धर्म में आस्था रखते हैं तो आपके लिए इस जगह पर काफ़ी कुछ है। अयोध्या के कुछ दर्शनीय स्थल जिसे आप देखने जा सकते हैं।
1. कनक भवन

कनक भवन यानि की सोने का घर। जी हाँ, एक ऐसा मंदिर जोकि सोने से बना हुआ है। इस मंदिर में भगवान राम और सीता माता की प्रतिमा स्थापित की गई है। इस प्रतिमा के सिर पर सोने का एक बहुत ही ख़ूबसूरत ताज है। मूर्ति पर बहुत ही बारीकी से कलाकारी की गई है जिसे देखर आपका मन ख़ुश हो जाएगा। इस मंदिर में गीत-संगीत का प्रदर्शन होता है जोकि यहाँ का सबसे मुख्य आकर्षण है।
2. हनुमान गढ़ी

हनुमान गढ़ी मंदिर एक पर्वत की चोटी आर स्थित है जहां पहुंचने के लिए काफ़ी सीढ़ियाँ चढ़नी पड़ती है। यह मंदिर इस जगह यानि अवध के नवाब के द्वारा बनवाया गया था। इस मंदिर में भगवान राम की प्रतिमा के साथ हनुमान और उनकी माता जी की भी प्रतिमा है। इस जगह पर हनुमान भक्तों की काफ़ी भीड़ रहती है। लोग दर्शन के साथ साथ आसपास के पहाड़ का ख़ूबसूरत दृश्य देखना पसंद करते हैं।
3. गुलाब बाड़ी

नवाब शुजा-ऊ-दौला के मक़बरे के भीतर गुलाब बाड़ी एक ख़ूबसूरत बग़ीचा है। इस जगह पर पानी के फब्बारे के साथ गुलाब की ख़ूबसूरती को देखकर आप मंत्रमुग्ध हो जाएँगे। यह बग़ीचा आपको गुलाब के कई तरह के फूलों से रूबरू करवाता है। इस जगह पर आपको गुलाब की कई क़िस्में और रंग देखने को मिल जाएँगी। आसपास का वातावरण हमेशा इसकी ख़ुशबू से सरोबार रहता है।
4. त्रेता के ठाकुर

त्रेता के ठाकुर के सम्बंध में लोगों का कहना है कि इस जगह पर भगवान राम ने अश्वगंधा यज्ञ किया था। इसलिए इस जगह को पवित्र माना गया और एक मंदिर का निर्माण किया गया है। इस मंदिर में भगवान राम के साथ माता सीता और लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न की प्रतिमा स्थापित की गई है। कुछ असली मूर्तियों को भी इस मंदिर में सहेजकर रखा गया है। काले पत्थर से बनाई गई ये मूर्तियाँ कलाकारी की अद्भुत नमूना हैं।
5. सीता की रसोई

सीता की रसोई राम जन्मस्थान के उत्तर-पश्चिमी तरफ स्थित एक मंदिर है जिसे रसोई में तब्दील किया गया है। माता सीता को अन्नपूर्णा अथवा अन्न की देवी भी कहा जाता है। इसी बात को ध्यान में रखकर इस रसोई का निर्माण किया गया है। यह मंदिर काफ़ी ख़ूबसूरत है और इसके एक हिस्से में भगवान राम और माता सीता के साथ उनके भाईयों व उनकी पत्नियों की जोड़े में मूर्तियां हैं।
6. तुलसी स्मारक भवन संग्रहालय

गोस्वामी तुलसी दास की स्मृति में बनवाया गया यह संग्राहलय बहुत ही ख़ूबसूरत और कई मायने में महत्वपूर्ण है। इस जगह पर एक अनुसंधान केंद्र और पुस्तकालय भी स्थित है। जिसकी वजह से इस जगह पर साहित्य में रुचि रखने वालों की भीड़ रहती है। पुस्तकालय में आपको तरह तरह की किताबें देखने और पढ़ने को मिल जायेंगी। इस जगह पर बने अनुसंधान केंद्र में अयोध्या के साहित्य, संस्कृति और आध्यात्म की खोज की जाती है।
7. बहू बेगम का मकबरा

बहू बेगम के मक़बरे को पूर्व का ताजमहल भी कहा जाता है। यह ख़ूबसूरत मकबरा नवाब शुजा-ऊ-दौला की पत्नी उनमतुज्ज़ौरा बानो की याद में बनवाया गया था। यह जगह बहुत ही ऊँचाई पर स्थित है। इस जगह पर आपको अवधी वास्तुकला का एक अद्भुत परिचय देखने को मिलेगा। मक़बरे में स्थित रानी की समाधि को देखने के लिए लोग दूर दूर से आते हैं।
8. रामकथा पार्क
रामकथा पार्क विशुद्ध रूप से के पार्क है जहां पर आपको तरह तरह के कार्यकर्मों का आयोजन आदि होता है। यह पार्क काफ़ी बड़ा और विस्तार लिए हुए है। इस जगह पर आध्यात्मिकता का अद्भुत परिचय मिलेगा और तरह तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम आपको देखने को मिलेंगे। इस जगह पर राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय दोनों तरह के कलाकारों को अपने हुनर को दिखाने का भरपूर मौका दिया जाता है।
9. मोती महल

मोती महल कभी बेगम उनमतुज्ज़ौरा का निवास स्थान हुआ करता था वर्तमान में यह एक ख़ूबसूरत पर्यटन स्थल है। नगर से कुछ ही किमी की दूरी पर स्थित इस महल में मुगल वास्तुकला की झलक दिखाई देती है। यह महल बहुत ही सुंदर है और इसमें की गई बारीक कारीगरी को देखकर लोग ख़ुश हो जाते हैं। देसी और विदेशी सैलानियों के बीच यह जगह अपनी कलात्मक शैली और नवाबी संस्कृति की वजह से पॉप्युलर है।
10. राजा मंदिर
सरयूँ नदी के तट पर स्थित राजा मंदिर में बहुत से देवी-देवताओं की सुंदर प्रतिमाएँ स्थापित की गई है। इस जगह पर आकर आप भगवान के कई रूपों को देखने का सौभाग्य प्राप्त कर सकते हैं। इस जगह पर आकर आपका मन भक्ति भाव से भर जाएगा। नदी का किनारा बहुत ही ख़ूबसूरत है और लोग इस जगह पर दर्शन के साथ साथ यहाँ के मनोरम दृश्यों को देखने के लिए भी आते हैं।