मैं अक्सर न चाहते हुए भी  को  बोल देती हूं। इस समस्या के कारण मुझे अक्सर अनचाही स्थिति का सामना करना पड़ जाता है। इस वर्ष नए साल के अवसर पर मैं अपने एक परिचित के घर गई। मिलते ही मैंने तपाक से कहा नया शाल मुबारक हो। उनका इतना कहना था कि वहां मौजूद लोग हँसने लगे। साल का अंतर समझ में आया तो मैं शर्म से लाल हो गई।

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