क्या आप इन हार्मोन्स के बारे में जानते हैं?
शरीर के बढ़ते वजन का कारण न सिर्फ खानपान होता है, बल्कि कुछ ऐसे हार्मोन भी होते हैं जो आपके वजन को प्रभावित कर सकते है। आइए जानते हैं उन हार्मोन के बारे में-
Hormones That Affect Weight : हमारे शरीर में कई तरह के हार्मोन होते हैं, जो शरीर की कई प्रक्रियाओं को पूरा करने में मददगार साबित होती हैं। हार्मोन मुख्य रूप से मेटाबॉल्जिम, भूख और शारीरिक कार्यों को बेहतर करने में मददगार होती हैं। अगर वजन की बात करें, तो हमारे शरीर में कई ऐसे हार्मोन हैं जो वजन को कम करने और बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आइए जानते हैं ऐसे कुछ खास हार्मोन के बारे में-
इंसुलिन

इंसुलिन हमारे शरीर में मौजूद मुख्य हार्मोन है। यह हमारे पैंक्रियाज द्वारा निर्मित होता है। स्वस्थ व्यक्तियों में इंसुलिन ग्लूकोज के भंडारण को बढ़ावा देता है। यह खाने में मौजूद शुगर का इस्तेमाल करके मांसपेशियों, लिवर और सेल्स को ऊर्जा प्रदान कर सकता है। यह हमारे शरीर में पूरे दिन स्त्रावित होता है, लेकिन खाने के दौरान इंसुलिन का स्त्राव अधिक होता है। ऐसे में शरीर में अगर इंसुलिन का स्तर कम या फिर काफी ज्यादा हो जाए तो यह आपके वजन को प्रभावित कर सकती है। इसलिए शरीर में इंसुलिन हार्मोन को नियंत्रित करना बहुत ही जरूरी है।
लेप्टिन हार्मोन

लेप्टिन हमारे शरीर में मौजूद वजह हार्मोन है जो भूख को नियंत्रित करने में मददगार हो सकती है। मोटापे से ग्रसित व्यक्तियों के शरीर में लेप्टिन हार्मोन की कमी देखी जाती है। शरीर में लेप्टिन हार्मोन को बढ़ाने के लिए आपको अपने शरीर को एक्टिव रखने की जरूर है। वहीं, खानपान पर भी ध्यान देने की जरूरत होती है। साथ ही अच्छी और गहरी नींद से लेप्टिन हार्मोन के स्तर को बढ़ाया जा सकता है। इससे आपका भूख कंट्रोल होगा, जो वजन को घटाने में प्रभावी माना जाता है।
घ्रेलिन

यह हार्मोन लेप्टिन हार्मोन के विपरीत कार्य करता है। यह एक ऐसा हार्मोन है, जो आपके भूख को बढ़ाता है। ऐसे में जब आप खाली पेट रहते हैं, तो मस्तिष्क आपको भूख लगने का संदेश भेजता है। आमतौर पर खाने से पहले घ्रेलिन हार्मोन का स्तर बढ़ता है। वहीं, खाने के बाद इसका स्तर कम हो जाता है। लेकिन अगर शरीर में इसकी अधिकता हो जाए तो यह आपके मोटापे का कारण बन सकती है। ऐसे में इसे कंट्रोल करना बहुत ही जरूरी है।
कोर्टिसोल

कोर्टिसोल को स्ट्रेस हार्मोन के नाम से जाना जाता है। यह अधिवृक्क ग्रंथियों (adrenal glands) द्वारा निर्मित होता है। शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ने से हृदय गति, अनिद्रा, डायबिटीज, ऊर्जा की कमी, हाई ब्लड प्रेशर जैसी परेशानी हो सकती है। ऐसे में शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन को कंट्रोल करना बहुत ही जरूरी है। इस हार्मोन की वजह से आपका वजन भी प्रभावित होता है। कोर्टिसोल हार्मोन को कंट्रोल करने के लिए आपको अच्छी नींद, एक्सरसाइज और हेल्दी खानपान की जरूरत होती है।
एस्ट्रोजन हार्मोन
एस्ट्रोजेन एक सेक्स हार्मोन है, जो महिलाओं की प्रजनन को बढ़ाने में असरदार होती है। शरीर में इस हार्मोन का स्तर संतुलित होने से पीरियड्स साइकिल, प्रेग्नेंसी जैसी प्रक्रियाएं सही से होती हैं। लेकिन इसका उच्च स्तर मोटापे का कारण बन सकती है। इसके अलावा यह कई अन्य बीमारियों को दावत दे सकता है ऐसे में एस्ट्रोजन हार्मोन को कंट्रोल में रखना बहुत ही जरूरी है।

शरीर में इन हार्मोन की वजह से आपका वजन प्रभावित होता है। ऐसे में इन हार्मोन्स को कंट्रोल करें। वहीं, इसके अलावा कई अन्य हार्मोन्स से भी आपका वजन प्रभावित हो सकता है। इस स्थिति में एक्सपर्ट की मदद जरूर लें।