घबराहट में क्या खाना चाहिए और किन चीजों से करना चाहिए परहेज
घबराहट होना कोई गंभीर समस्या नहीं है। लेकिन, इसके कारण आपकी दिनचर्या प्रभावित हो सकती है। इसलिए इससे बचाव के लिए आप सही आहार का सेवन करें। जानिए इस दौरान क्या खाना चाहिए।
Food for Anxiety: घबराहट हमारे शरीर का स्ट्रेस के प्रति नेचुरल रिस्पांस है। जैसे किसी जॉब इंटरव्यू या स्पीच देने से पहले डर लगना या घबराहट होना। घबराहट को एंग्जायटी भी कहा जा सकता है, जो हर व्यक्ति को विभिन्न तरीकों से प्रभावित करती है। कई मामलों में यह एंग्जायटी कम नहीं होती, बल्कि समय के साथ बदतर होती जाती है। अगर यह समस्या समय के साथ ठीक न हो या बढ़ जाए, तो यह गंभीर भी हो सकती है। ऐसे में इसके लक्षणों को पहचाना जरूरी है। कुछ खाद्य पदार्थ भी घबराहट को कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं। इन फूड्स के बारे में जानकारी से पहले जान लेते हैं घबराहट या एंग्जायटी के कारणों के बारे में।
शरीर में घबराहट के कारण (Anxiety causes in body) क्या हो सकते हैं?
हर व्यक्ति के लिए इस समस्या के लक्षण अलग हो सकते हैं। इसके कारण रोगी पेट में परेशानी से लेकर हार्टबीट तक बढ़ सकती है। यही नहीं, इसके कारण रोगी कंट्रोल से बाहर महसूस कर सकते हैं। इसमें रोगी को किस खास जगह जाने या इवेंट से भी डर लगता है। गंभीर मामलों में वो पैनिक अटैक का अनुभव भी कर सकते हैं। एक्सपर्ट्स को इसके सही कारणों के बारे में जानकारी नहीं है। लेकिन, इसके कुछ कारण इस प्रकार हो सकते हैं:
- स्ट्रेस
- अन्य मेडिकल इशूज जैसे डिप्रेशन या डायबिटीज
- एनवायर्नमेंटल कंसर्नस
- कुछ परिस्थितयां जैसे सर्जरी
इसके अलावा, शोधकर्ताओं का मानना है कि यह ब्रेन के उन एरियाज से उत्पन्न होता है जो भय को नियंत्रित करने, भावनात्मक और भय से संबंधित यादों के स्टोर करने व फिर से याद करने के लिए जिम्मेदार है। जानिए, घबराहट में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए?
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घबराहट में क्या खाना चाहिए?
कुछ खास फूड्स ब्रेन फंक्शन के लिए फायदेमंद है और घबराहट के लक्षणों से राहत पहुंचाते हैं। इस समस्या से राहत पाने के लिए आप अपने खानपान का विशेष ध्यान रखें। घबराहट के लिए इन खाद्य पदार्थों का सेवन करना लाभदायक माना गया है:
फिश
फिश खासतौर पर ऑयली टाइप्स जैसे सालमोन, ट्राउट, टूना, सर्डिनेस आदि डिप्रेशन से बचने के लिए बहुत अच्छे विकल्प हैं, क्योंकि फिश ओमेगा-3 फैट्स का एक रिच सोर्स है। ओमेगा-3 फैट्स ब्रेन हेल्थ के लिए जरूरी है और सेरोटोनिन की फंक्शनिंग में मददगार हैं। सेरोटोनिन एक न्यूरोट्रांसमीटर है, जो मूड को सही रखने के लिए महत्वपूर्ण होता है। एक स्टडी के अनुसार भी यह पाया गया है कि जो लोग मछली का सेवन करते हैं, उनमें डिप्रेशन के लक्षण कम देखे गए हैं।

नट्स
कुछ नट्स जैसे काजू, ब्राजील नट्स और हेजलनट ओमेगा-3 फैट्स का अच्छा स्त्रोत है। लेकिन अखरोट में सबसे अधिक ओमेगा-3 फैट्स होता है। सबसे अधिक ओमेगा-3 का सोर्स होने पर यह सम्पूर्ण ब्रेन हेल्थ को सपोर्ट करता है और इसके साथ ही यह ब्लड शुगर लेवल को सही रखने के लिए बेहतरीन सोर्स के रूप में भी जाना जाता है। शोधकर्ताओं के अनुसार जो वयस्क नट्स खाते हैं खासतौर पर अखरोट और बादाम उनमें एनर्जी और कंसंट्रेशन का लेवल हाई होता है और इसके साथ ही उनका एक्टिविटीज में इंटरेस्ट भी अधिक रहता है।
बीन्स
बीन्स में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन और फाइबर होता है। इससे ब्लड शुगर लेवल को स्टेबल और कंसिस्टेंट रहने में मदद मिलती है। यही कारण है कि इसे बेहतरीन डिप्रेशन से लड़ने वाला फ़ूड माना जाता है। ब्लड शुगर के बढ़ने और कम होने से मूड पर प्रभाव पड़ता है। बीन्स से ब्लड शुगर सही रहता है। यही नहीं, यह फोलेट का अच्छा स्त्रोत है और फोलेट में बी विटामिन होता है जो शरीर को ब्लड सेल्स, डीेएनए और आरएनए को प्रोड्यूज करने और प्रोटीन को मेटाबॉलाइज करने में भी मदद करते हैं। यानी घबराहट दूर करने के साथ ही यह हमारी सेहत के लिए अन्य तरीकों के लिए भी फायदेमंद है।

एवोकाडो
विटामिन बी6 शरीर को कई न्यूरोट्रांसमीटर्स बनाने में मदद करता है, जिसमें सेरोटोनिन भी शामिल है। सेरोटोनिन का मूड पर असर पड़ता है। यही नहीं, बी विटामिन्स का नर्वस सिस्टम पर भी पॉजिटिव प्रभाव पड़ता है। इन विटामिन्स की कमी को कुछ लोगों में घबराहट को बढ़ाने से लिंक किया गया है। अगर बात की जाए एवोकाडो की, तो इनमें स्ट्रेस से छुटकारा पाने वाले बी विटामिन्स और हार्ट हेल्दी फैट होते हैं, जिससे घबराहट कम होने में मदद मिलती है। एवोकाडो में विटामिन ए भी होता है, जो विजन, रिप्रोडक्शन और हेल्दी स्किन को मैंटेन रखने में महत्वपूर्ण है।
दही
घबराहट का रामबाण इलाज (Panacea for anxiety) है दही का सेवन। आपको यह जान कर हैरानी हो सकती है कि फर्मेन्टेड फूड जिसमें दही भी शामिल है, घबराहट को कम कर सकता है। फर्मेन्टेड फूड, प्रोबायोटिक फूड का सेवन और घबराहट में कमी के बीच में लिंक पाया गया है। बिना चीनी के सादे दही में लाइव और एक्टिव कल्चर्स होते हैं। यह हेल्दी बैक्टीरिया या प्रो बायोटिक्स हमारी मेंटल हेल्थ को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

अंडे
अंडे ट्रिप्टोफैन का बेहतरीन सोर्स है, जो घबराहट के लक्षणों को दूर करने में फायदेमंद पाया गया है। ट्रिप्टोफैन एक न्यूरोट्रांसमीटर है। अंडे न केवल स्वादिष्ट होते हैं बल्कि यह हेल्दी भी होते हैं। यह विटामिन डी का अच्छा स्त्रोत हैं और प्रोटीन से भी भरपूर होते हैं। इसके साथ ही एग में एमिनो एसिड होते हैं, जो सेरोटोनिन रिलीज करते हैं। सेरोटोनिन मूड को सही रखने में काम करता है।
इनके अलावा भी कई अन्य फूड हैं हो घबराहट से राहत पहुंचा सकते हैं जैसे बादाम,केले, ओट्स, चिया सीड्स, खट्टे फल, ग्रीन टी आदि। यह घबराहट रोकने का घरेलू तरीका (Home remedies to stop anxiety) इससे राहत पहुंचाने में फायदेमंद है।
घबराहट में किन चीजों से करें परहेज?
घबराहट की स्थिति में कुछ चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए, जैसे:
- सोडा या एनर्जी ड्रिंक्स: इन चीजों को ब्लड शुगर को बढ़ाने का एक कारण माना जाता है। इसके साथ ही इन ड्रिंक्स का डिप्रेशन से सीधा लिंक है। घबराहट से बचने के लिए इनका सेवन करने से बचें।
- कॉफी: ऐसा पाया गया है कि कैफीन से आप नर्वस या घबराहट महसूस कर सकते हैं। इससे नींद भी प्रभावित होती है। इसके साथ ही डिप्रेशन के लिए भी इसे जिम्मेदार माना गया है।
- एल्कोहॉल- एल्कोहॉल का सेवन करने का असर नींद पर होता है। पर्याप्त नींद न लेने को एंग्जायटी और कई अन्य परेशानियों का कारण माना गया है। यानी, एल्कोहॉल भी घबराहट का कारण हो सकता है।
- प्रोसेस्ड फूड्स: अगर आप बहुत अधिक प्रोसेस्ड फूड का सेवन करते हैं तो यह घबराहट और एंग्जायटी का कारण बन सकते हैं। इसलिए, इन चीजों की जगह अपने आहार में फल, सब्जियों, साबुत अनाज आदि को शामिल करें।

FAQ | क्या आप जानते हैं
घबराहट होने का क्या कारण हो सकता है?
घबराहट के कई कारण हो सकते हैं जिनमें डिप्रेशन, ब्लड प्रेशर आदि शामिल हैं। लम्बे समय तक दवाईयों का सेवन करना, किसी चीज की लत या कोई मानसिक बीमारी भी इसके कारण हो सकते हैं। कुछ परिस्थितयां भी इस समस्या की वजह बन सकती हैं।
घबराहट में क्या करना चाहिए (What to do in anxiety)?
अगर आपको घबराहट हो रही है, तो आपके लिए एक्टिव रहना बेहद जरूरी है। ऐसा माना गया है कि योग करने और ध्यान लगाने से भी इससे राहत मिल सकती है। इसके साथ ही मालिश और गर्म पानी से नहाने से भी आपकी कुछ हद तक आराम मिलेगा। लेकिन, अगर यह समस्या बदतर हो, तो डॉक्टर की सलाह जरूरी है। अपने खानपान को भी सही रखें। गलत खानपान से घबराहट और एंग्जायटी बढ़ सकती है। इसलिए सही डाइट से न केवल नींद अच्छी आती है बल्कि एंग्जायटी लेवल कम होने में भी मदद मिलती है।
घबराहट के लक्षण क्या हो सकते हैं?
बिना किसी कारण ही कुछ बुरा होने का अनुभव होना या किसी भी बात के बुरे परिणाम के बारे में सोच लेना घबराहट के कुछ लक्षण हो सकते हैं। इसके साथ ही रोगी हार्टबीट का बढ़ना, हाथों-पैरों का कांपना, पेट में गड़बड़ी, चक्कर आना जैसी समस्याओं का अनुभव भी कर सकते हैं।
घबराहट की स्थिति में क्या पीना फायदेमंद है?
घबराहट होने पर ग्रीन टी का सेवन फायदेमंद माना गया है। शोधकर्ताओं के अनुसार यह फोकस को सुधारने में फायदेमंद है। इसमें ऐसे तत्व होते हैं, जो घबराहट को भी दूर करते हैं। रोजाना ग्रीन टी का सेवन करना शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए फायदेमंद है।
सीने में घबराहट होना गंभीर है?
हार्ट के एक हिस्से में ब्लड सर्कुलेशन में समस्या हार्ट अटैक का कारण बन सकती है। इसके साथ ही छाती में दर्द भी हो सकता है। लेकिन, हर सीने में दर्द हार्ट अटैक नहीं होता। लेकिन, अगर रोगी को पसीना आ रहा है, बैचैनी और घबराहट हो रही है तो ऐसे में हार्ट अटैक की संभावना अधिक हो सकती है।
घबराहट में क्या खाना फायदेमंद है?
घबराहट से बचाव के लिए कई चीजों का सेवन करना फायदेमंद माना गया है जैसे निम्बू जिसमें विटामिन सी होता है। विटामिन सी मूड को बूस्ट करता है। इसके साथ ही डार्क चॉकलेट से भी मूड सही रहता है और घबराहट भी दूर होती है। हेल्दी फूड का सेवन करें जैसे नट्स, सीड्स, सब्जियां, फल आदि। इसके साथ ही एल्कोहॉल, अधिक चीनी युक्त खाद्य पदार्थ, जंक फूड आदि का सेवन करना घबराहट से राहत दिलाने में मददगार हैं।