क्या होती है ग्रीन कॉफी?
जब कॉफी बीन्स को बिना भूने पिसा जाता है को उससे बनने वाली कॉफी को ग्रीन कॉफी कहा जाता है। दरअसल जब कॉफी को भूनकर पीसा जाता है तो उसमें मौजूद कई एंटीऑक्सिडेंट्स नष्ट हो जाते हैं, जबकि ग्रीन कॉफी के साथ ऐसा नहीं होता है। इनमें एंटीऑक्सीडेंट्स की प्रचूर मात्रा होती है और यही वजह है कि ये हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।
कई हैं फायदे
सेहत की दृष्टि से देखें तो ग्रीन कॉफी कई वजहों से सेहतमंद है।
- करता है वजन को कंट्रोल- ग्रीन कॉफी में मौजूद क्लोरोजेनिक एसिड शरीर की मेटाबॉलिक रेट को तेज़ी से बढ़ाता है और सही मेटाबॉलिक रेट वजन को नियंत्रित करता है। साथ ही ग्रीन कॉफी पीने से कुछ खाने की तेज़ इच्छा नहीं होती और हम कई गैरजरूरी चीज़े खाने से बच जाते हैं।
- डियबिटिक्स के लिए है फायदेमंद है– ग्रीन कॉफी तेजी से रक्त में मौजूद शुगर के स्तर को नीचे गिराता है इसलिए ये डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए बेहद लाभकारी है।
- है नैचुरल डीटॉक्स- ग्रीन कॉफी को आप नेचुरल डीटॉक्स भी मान सकते हैं क्योंकि ये लिवर को पूरी तरह से क्लिंज़ कर देता है। ये शरीर को गैरजरूरी फैट, टॉक्सिन्स, बैड कॉलेस्ट्रॉल से छुटकारा देता है।
- स्किन के लिए भी हेल्दी- ग्रीन कॉफ के निमित सेवन से एक्ने की समस्या से निजात मिलती है और इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट्स स्किन पर महीन रेखाएं और झुर्रियों की भी रोकथाम होती है। साथ ही ये हेल्दी, मजबूत और लंबे बालों के लिए भी बहुत फायदेमंद हैं।