Ingredients
Method
स्टेप 1: सूखी सामग्री मिलाना
- एक बड़े बाउल में मैदा, सूजी, अजवाइन, नमक, काली मिर्च पाउडर और कसूरी मेथी (ऑप्शनल) डालकर अच्छे से मिला लें। इससे सारे मसाले आटे में बराबर फैल जाएंगे।

स्टेप 2: घी डालना
- अब इसमें गरम घी डालें और उंगलियों से अच्छी तरह मिलाएं। ध्यान रहे कि घी आटे के हर कण में अच्छे से घुल जाए, यही मठरी को खस्ता बनाता है।

स्टेप 3: आटा गूंथना
- धीरे-धीरे पानी डालते हुए सख्त आटा गूंथ लें। आटा पराठे जैसा नरम नहीं, बल्कि पूरी जैसा सख्त होना चाहिए।

स्टेप 4: मठरी बनाना
- आटे को 15–20 मिनट ढककर रख दें। फिर छोटी-छोटी लोइयां तोड़कर हथेली से दबाकर चपटा कर लें या हल्का बेल लें। मठरी को कांटे से गोदना ज़रूरी है, ताकि तलते समय वे फूलें नहीं।

स्टेप 5: मठरी तलना
- कड़ाही में तेल गरम करें। तेल न ज्यादा गरम हो और न ठंडा, मध्यम आंच पर रखें। अब मठरियों को सुनहरा और खस्ता होने तक तलें। बीच-बीच में पलटते रहें।

स्टेप 6: ठंडा करना और स्टोर करना
- तली हुई मठरियों को पूरी तरह ठंडा होने दें। ठंडी होने के बाद ये और भी खस्ता हो जाएंगी। इन्हें एयरटाइट डिब्बे में भरकर कई दिनों तक स्टोर कर सकते हैं।

Notes
कुछ अतिरिक्त टिप्स
- आटे में घी सही मात्रा में होना चाहिए। अगर घी कम होगा तो मठरी खस्ता नहीं बनेगी।
- आटा गूंथते समय पानी धीरे-धीरे डालें और आटा सख्त रखें, तभी मठरी कुरकुरी बनेगी।
- मठरी बेलते समय ज्यादा पतली न करें, वरना वो ज्यादा कुरकुरी नहीं बल्कि कड़क हो जाएगी।
- तलते समय आंच मध्यम रखें। तेज आंच पर मठरी बाहर से सुनहरी हो जाएगी लेकिन अंदर से कच्ची रह सकती है।
- मठरी को पूरी तरह ठंडा होने के बाद ही डिब्बे में भरें, वरना नमी से ये नरम पड़ जाएंगी।
- स्वाद बढ़ाने के लिए आटे में थोड़ा कुटा हुआ काली मिर्च, लाल मिर्च फ्लेक्स या अजवाइन ज्यादा डाल सकते हैं।
