प्रतिमा सिंह
घर जब बनवाया जाता है तो ये सवाल उठता है कि घर के मंदिर की सही दिशा क्या होनी चाहिए।
अगर घर का मंदिर गलत दिशा में स्थापित होगा तो घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा।
वास्तु शास्त्र में बताये गए दिशा के विपरीत बने हुए मंदिर में पूजा करने पर मन एकाग्र रहता है ।
वास्तु में यह बताया गया है कि मंदिर हमेशा ईशान कोण या उत्तर कोण दिशा में ही होना चाहिए।
पूजा घर हमेशा घर की उत्तर दिशा में ही होना चाहिए। दक्षिण-पश्चिम दिशा अशुभ फलदाई होती है।
वास्तु की मानें तो पूजा घर सही दिशा में नहीं होगा तो इससे कोई लाभ नहीं होगा बल्कि नुकसान होंगे।
मंदिर की सही दिशा होने से सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देता है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
प्रतिमा सिंह