स्वाति कुमारी
एक पतली सी डोर के सहारे पतंग आकाश तक पहुंच जाती है। लेकिन डोर कच्ची हो तो राह से ही टूटकर नीचे आ गिरती है। जीवन की पतंग भी भरोसे की डोर के सहारे उम्मीद को लक्ष्य तक ले जाती है।
भरोसे करना सिखाएं
पतंग की तरह ही जब व्यक्ति अपने जीवन में ऊंचा उठता है, तो उसे अपने विचार भी खुले रखना चाहिए और हर क्षेत्र को समझकर ही कोई निर्णय लेना चाहिए। तभी उसे जीवन में कामयाबी मिलेगी।
वैचारिक स्तर रखें ऊंचा
जिस तरह से पतंग आसमान में संतुलन बनाकर रखती हैं, ठीक उसी तरह यदि आपके जीवन में पतंग की तरह संतुलन है, तो विपरीत परिस्थिति आपका कुछ भी नहीं बिगाड़ सकती है।
संतुलन कायम रखना
जीवन में ऊंचा उठना आसान और कठिन भी है। पतंग हमें जिंदगी में ऊंची उड़ान भरने के लिए प्रेरित करती हैं। ध्यान रखें की जीवन में कितना ही ऊंचा उड़े, लेकिन जमीन से जरूर जुड़े रहें, नहीं तो नीचा गिरना तय है।
ऊंची उड़ान
पतंगबाज कई बार पतंग कटने के बाद भी वे दूसरी पतंग लाकर आखिकार मुकाम हासिल कर लेते हैं। ऐसे ही हमें भी अपने जीवन में नाकामयाबी मिलने के बावजूद प्रयास करते रहना चाहिए।
हार नहीं मानना
आसमान में जब पतंग उड़ती है, तब उसे अन्य पंतंगों से चुनौती का सामना करना पड़ता है। जीवन में भी हमें कई लोग चुनौती देते हैं और कई बार हम विपरीत परिस्थिति से घिर जाते हैं।
चुनौती
स्वाति कुमारी