श्वेता
महाशिवरात्रि सबसे पवित्र दिन माना जाता है। वैसे तो साल भर में 12 शिवरात्रि आती हैं, लेकिन फागुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि वाली महाशिवरात्रि विशेष होती है।
इसी दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था। कुछ चीज ऐसी है जो भगवान शिव की पूजा में विशेष महत्व रखती हैं। इनके बिना शिव की पूजा अधूरी मानी जाती है।
बेलपत्र, जल, धतूरा भगवान शिव को अति प्रिय हैं। अगर महाशिवरात्रि से पहले ये कुछ वस्तुएं आपको मिल जाती हैं तो किसी खजाने से कम नहीं मानी जाती हैं।
वैसे तो आमतौर पर भगवान शिव को तीन पत्ते वाला बेलपत्र ही अर्पण किया जाता है, लेकिन अगर आपको 5 पत्ते वाला बेलपत्र मिल जाये तो यह सोने पर सुहागा होगा।
यदि आपको पांच पत्ते वाला बेलपत्र और पंचमुखी रुद्राक्ष मिल जाए तो महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव पर अर्पण कर तिजोरी में रख दें। इससे कभी भी धन की कमी नहीं होगी।
इससे घर से नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है और घर में सुख समृद्धि बनी रहती है, क्योंकि 5 पत्ते वाले बेलपत्र और पंचमुखी रुद्राक्ष का मिलना दुर्लभ होता है।
वहीं पांच पत्ते वाले बेलपत्र का मतलब होता है पांच प्रमुख देवता ब्रह्मा, विष्णु, महेश, गणेश और मां भगवती। इसके साथ ही स्वप्न में काला सांप दिखना बेहद शुभ माना जाता है।
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