स्वाति कुमारी
गणपति बप्पा को मोदक प्रिय है। ऐसे में गणेश उत्सव के पहले दिन गणपति बप्पा को मोदक का भोग लगाएं।
बप्पा को मोतीचूर के लड्डू भी काफी पसंद है। ऐसे में उत्सव के दूसरे दिन उन्हें मोतीचूर के लड्डू का भोग जरूर लगाएं।
बप्पा को पीले या हरे केले का भोग लगाना शुभ माना जाता है। गणेश उत्सव के तीसरे दिन प्रसाद में केले का फल जरूर शामिल करें।
गणेश जी को बेसन के लड्डू भी पसंद हैं। इसलिए गणेश उत्सव के चौथे दिन बेसन के लड्डू का भोग लगाएं।
भगवान गणेश को मखाने की खीर भी बहुत पसंद है। ऐसे में उन्हें पांचवे दिन प्रसाद के रूप में मखाने की खीर चढ़ाएं।
गणेश चतुर्थी के छठे दिन गणपति बप्पा को प्रसाद के रूप में नारियल चढ़ाएं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसे शुभ माना गया है।
भगवान गणेश को पारंपरिक भोग घी और गुड़ बहुत पसंद है। ऐसे में सातवें दिन बप्पा को इसी का भोग लगाएं।
गणेश चतुर्थी के आठवें दिन बप्पा को आप मोतीचूर और बेसन के अलावा मावे के लड्डूओं का भी भोग लगा सकती हैं।
गौरी पुत्र गणेश को मोदक के अलावा दूध से बना कलाकंद भी अतिप्रिय है। ऐसे में नौवें दिन दूध से बनी मिठाइयां भोग में अर्पित करें।
गणेश चतुर्थी के दसवें यानी आखिरी दिन बप्पा को 56 भोग लगाएं क्योंकि हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह शुभ होता है।
स्वाति कुमारी