सुनैना
हिंदू धर्म में देवी-देवता की पूजा करने के साथ भोग लगाने का भी विधान है। भोग लगाने से वह जल्द प्रसन्न होते हैं।
आइए जानते हैं कि भोग लगाते समय किन नियमों का ध्यान रखना चाहिए ताकि हमारी पूजा सफल हो सके।
भोग को तुरंत नहीं हटना चाहिए और न ही ज्यादा देर मंदिर में रखें। ऐसा करने से पूजा का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता है।
पूजा के बाद भोग को 5 मिनट के लिए भगवान के पास रखना चाहिए और इसके बाद प्रसाद को इसे हटा लेना चाहिए।
भगवान के पास ज्यादा देर भोग नहीं रखना चाहिए। ज्यादा देर प्रसाद रखने से नकरात्मक उर्जा का संचार होने लगता है
भोग हमेशा सात्विक और स्वच्छ तरीके से बना हुआ होना चाहिए। भोग लगाते समय पात्र का ध्यान भी अवश्य रखना चाहिए।
भोग के लिए सोने, चांदी, तांबे, पीतल, मिट्टी या फिर लकड़ी से बने पात्र का इस्तेमाल करना शुभ माना जाता है।
भोग लगाते समय "त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये। गृहाण सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर" मंत्र का जाप करना चाहिए।
भगवान को भोग लगाते समय मंत्र जाप करने से कारोबार में तरक्की होती है और घर में सुख-समृद्धि आती है।
सुनैना