निक्की मिश्रा
देहरादून की जब बात आती है, तो हमें सबसे पहले मसूरी नाम याद आता है। इसे 'पहाड़ों की रानी' कहा जाता है, जो पर्यटकों के लिए आकर्षक केंद्र रहा है।
मसूरी
डाकुओं की पुरानी गुफाएं जो आज लोगों के लिए घूमने की जगह बन गई हैं। गुफाओं के बीच ठंडे पानी में पैदल चलना बहुत सुकून देता है।
रोबर्स केव
इसे नेचुरल वाटर पार्क कहा जाता है, जबकि यहां सैलानियों की भीड़ उमड़ पड़ती है। लोग सिर्फ नहाने के लिए दूर-दूर से यहां आते हैं।
सहस्त्रधारा
यह 2000 एकड़ में फैला अंग्रेजों द्वारा बनाया गया फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट है, जो जिसमें आपको दुनियाभर की लकड़ियां देखने को मिल सकती है।
एफआरआई
सन् 1965 में तैयार ये बुद्ध मंदिर क्लमेंटटाउन क्षेत्र में मौजूद है, जो न सिर्फ भारत के पर्यटकों के बीच प्रदिद्ध है बल्कि विदेशों के पर्यटकों के लिए भी आकर्षण केंद्र है।
बुद्ध मंदिर
एनिमल लवर्स के लिए यह एक बेहतरीन पार्क है, 25 हेक्टेयर के क्षेत्र में फैले इस पार्क में दो सींग वाले हिरण, नीलगाय, तेंदुआ जैसे जानवर हैं।
मालसी डियर पार्क
देहरादून के रायपुर क्षेत्र में स्थित गुरुद्वारा नानकसर एक विशाल और खूबसूरत सिख समुदाय का धार्मिक स्थल है। यह हॉन्टेड प्लेस पर बनाया गया था।
गुरुद्वारा नानकसर
निधि मिश्रा