स्वाति कुमारी
विश्वकर्मा जयंती 17 सितंबर रविवार को मनाई जाएगी। पूजा का मुहूर्त सुबह सात बजकर पचास मिनट से दोपहर बारह बजकर पांच मिनट तक है।
इस दिन सबसे पहले सुबह जल्दी उठें और स्नान करने के बाद साफ कपड़े पहनकर पूजा स्थल की सफाई करें।
इसके बाद पूजा का संकल्प लेते हुए भगवान विश्वकर्मा की मूर्ति को स्थापित करते हुए पूजा आरंभ करें।
भगवान विश्वकर्मा की मूर्ति के साथ संबंधित औजारों की पूजा करने का संकल्प लें। फिर शास्त्रों में बताई गई पूजा विधि से अनुष्ठान प्रारंभ करें।
आप भगवान विश्वकर्मा के मूर्ति और अपने औजारों के सामने पान,सुपारी, हल्दी,अक्षत,फूल,लौंग,फल और मिठाई अर्पित करें।
फिर धूप और दीप जलाकर भगवान विश्वकर्मा की आरती करें और रक्षासूत्र अर्पित करें। साथ ही कार्यालय की मशीनों और औजारों की पूजा करें।
पूजा के अंत में भगवान विश्वकर्मा से कारोबार में उन्नति की प्रार्थना करें और लोगों में प्रसाद का वितरण करें।
प्रतिमा सिंह