निक्की मिश्रा
इस किले को यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों में शामिल किया गया है। यह 700 एकड़ में फैला है, जिसमें 7 दरवाजे हैं।
चित्तौड़गढ़ किला
चित्तौड़गढ़ के इस स्तंभ को विजय मीनार के नाम से भी जाना जाता है। इस 9 मंजिलें स्तंभ में हिंदू देवताओं की प्रतिमाएं हैं।
विजय स्तंभ
कीर्ति स्तंभ 22 मीटर ऊंचा है, जिसका निर्माण रावल कुमार सिंह के शासनकाल में हुआ था। इसे टावर ऑफ फेम के नाम से भी जाना जाता है।
कीर्ति स्तंभ
मंडफिया में स्थित भगवान कृष्ण को समर्पित सांवरियाजी मंदिर चित्तौड़गढ़ में घूमने के लिए प्रसिद्ध स्थानों में से एक है।
सांवरियाजी मंदिर
यह मां काली को समर्पित मंदिर है, जो आज खंडहर बन चुका हैं, लेकिन यहां की वास्तुकला आज भी लोगों को हैरानी में डाल देती है।
कालिका माता मंदिर
इस मंदिर को यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत स्थल भी घोषित किया गया है। यह मंदिर फतेह प्रकाश पैलेस के पास में स्थित है, जो यहां का पवित्र स्थान है।
शतीस देओरी मंदिर
चित्तौड़गढ़ किले में स्थित रतन सिंह पैलेस पर्यटकों को काफी आकर्षित करता है। रत्नेश्वर झील की उपस्थिति इस पैलेस की ख़ूबसूरती को बढ़ता है।
रतन सिंह पैलेस
यह मंदिर मीरा बाई को समर्पित है, जिसका निर्माण राजपूत राजा महाराणा कुंभा के द्वारा किया गया है। आप यहां कुछ पल शांति के बिता सकते हैं।
मीरा मंदिर
चित्तौड़गढ़ के किले में स्थित छह जैन मंदिरों में से यह सबसे बड़ा भगवान आदिनाथ का मंदिर है। इन मंदिरों की वास्तुकला काफी अद्भुत है।
जैन मंदिर
चित्तौड़गढ़ किले में स्थित गौमुख कुंड यहां का एक प्रमुख तीर्थ स्थान है। यहां गाय के मुख के आकार से पानी आता है, इसलिए गौमुख कुंड कहा जाता है।
गौमुख कुंड
निक्की मिश्रा