गायत्री वर्मा
बचपन में खुद को सुरक्षित महसूस करते हुए बच्चे अंगूठा चूसने लगते है, जो समय के साथ आदत बन जाती है।
बच्चे को अंगूठा केवल रात में सोने से पहले ही चूसने दें। अंगूठा चूसने के समय पर ध्यान दें और उन्हें बिज़ी कर उनका ध्यान हटाने का प्रयास करें।
बच्चों को बताएं कि हाथों पर होने वाले जर्म्स पेट में जाकर किस तरह बीमार करते है। आप उनकी उम्र के हिसाब से कैसे समझा सकते हैं, ये जान लें।
हर बार बच्चे को टोकने से काम नहीं बनेगा। आपको उनकी तारीफ भी करनी पड़ेगी। सबके बीच बैठे हुए जब वह अंगूठा न चूसे, तो उसकी सराहना करें।
अक्सर खाली समय में ही बच्चे अंगूठा चूसते है, इसलिए उन्हें फिजिकल एक्टिविटी में बिज़ी रखें।
जब आपको लगे कि ये आपके बच्चे का अंगूठा चूसने का समय है, तो उस समय में मुँह को बिज़ी रखने के लिए मीठी गोली या लॉलीपॉप दे दें।
बच्चे को अंगूठा चूसने की आदत से छुटकारा दिलाने के लिए अंगूठे पर थंब गार्ड या प्रोटेक्टिव कवरिंग लगाएं।
अंगूठे पर कोई भी कड़वा तेल या करेले का रस लगाएं, जिसकी कड़वाहट से बच्चा मुँह में अंगूठा डालना बंद कर देगा।
निक्की मिश्रा
Health