Renuka Goswami
भारत के प्राचीन शिव मंदिर अपनी अनोखी वास्तुकला के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध होने के साथ श्रद्धालुओं को स्वयं महाकाल की अनुभूति करवाते हैं। आइए ऐसे ही कुछ शिव मंदिरों पर नजर डालते हैं।
शंकराचार्य द्वारा स्थापित किया गया केदारनाथ मंदिर पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। यहां हर साल लाखों श्रद्धालु महाकाल के दर्शन करने आते हैं। मान्यता है यहां सबकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
केदारनाथ मंदिर
उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह एकमात्र दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग है। महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
महाकालेश्वर मंदिर
तमिलनाडु स्थित बृहदेश्वर मंदिर लगभग हजार साल पुराना है। इस मंदिर की वास्तुकला शानदार है और यहां भगवान शिव के साथ विशालकाय नंदी की प्रतिमा भी स्थित है।
बृहदेश्वर मंदिर
वाराणसी शहर को स्वयं भगवान शिव की नगरी कहा जाता है। विश्वनाथ मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यहां दर्शन करने से व्यक्ति के सारे पाप धुल जाते हैं।
काशी विश्वनाथ मंदिर
सोमनाथ मंदिर पौराणिक काल में चंद्रदेव ने स्थापित किया था। इस मंदिर की काफी मान्यता है। और कहा जाता है भगवान महाकाल आज भी यहां स्वयं विराजमान है।
सोमनाथ मंदिर
अमरनाथ मंदिर को पवित्र तीर्थ स्थल माना जाता है। यहां बर्फ से बनी शिवलिंग की पूजा होती है। जो भगवान शिव के होने की अनुभूति करवाती है।
अमरनाथ मंदिर
महाकाल का प्राचीन मुरुदेश्वर मंदिर चारों ओर समुद्र से घिरा हुआ है। मुरुदेश्वर मंदिर में स्थित शिव मूर्ति बेहद खास है, यह दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शिव प्रतिमा है।
मुरुदेश्वर मंदिर
Shweta Goyal
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