प्रतिमा सिंह
_____
परिजात यानी हरसिंगार की पत्तियों से लेकर फूलों तक का उपयोग कई बीमारियों को दूर करने में किया जाता है।
आयुर्वेद और यूनानी के अनुसार पारिजात के अंदर एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो अर्थराइटिस में फायदेमंद हो सकते हैं।
अर्थराइटिस में
परिजात के पत्तों में मौजूद औषधीय गुण आपको तुरंत सूखी खांसी और जुकाम के अलावा अस्थमा से भी राहत दे सकते हैं।
सूखी खांसी और अस्थमा
इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होता है, जो घाव को जल्द से जल्द भरने और फुंसी या फोड़े के लिए असरदार माना जाता है।
घाव भरने में
पारिजात के पत्तों में डायाफोरेटिक और ड्यूरेटिक गुण पाये जाते हैं, जो पेट की किसी भी बीमारी के लिए रामबाण होते हैं।
पेट के कीड़ों से राहत
पारिजात के पत्ते से बना काढ़े का सेवन आपको डेंगू के बुखार के दौरान प्लेटलेट्स का काउंट भी बढ़ाने का कार्य करती हैं।
बुखार और प्लेटलेट्स में
इसके पत्तों से बने काढ़े में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होता है, जो शरीर के किसी भी दर्द और सूजन से राहत दिला सकता है।
सूजन कम करे
प्रतिमा सिंह